Yahova | पृथ्वी में भगवान का मंदिर कहां पर है? Where is the temple of God on earth?
भगवान का मंदिर मनुष्य का शरीर है जो कोई उसे नुक्सान पहुंचाने की सोचेगा ब्रह्माण्ड का स्वामी (Yahova) के क्रोध उसे कोई नहीं बाच सकता
Yahova, Satsang, Ishwar Ghar भगवान का मंदिर मनुष्य का शरीर है जो उसे नुक्सान पहुंचाने की सोचेगा
ईश्वर का मंदिर मनुष्य की देह हैं संसार के मंदिरों नही रहता, सबका मालिक एक है उसे जानने की कोशिश करने से ही मुक्ति है
जब मनुष्य का मनुष्य से युद्ध हो तो यहोवा (भगवान) (Yahova) बचायेगा परन्तु जिसका भगवान से ही युद्ध हो तो उसे कौन बचायेगा। भगवान से डरो भगवान का डर बुद्धि का आरम्भ है जो गलत काम चोरी व्यविचार बेईमानी झूठ बोलना निन्दा चुकली करना किसी को घात करना या मारना या किसी का नुकशान करना आदि घिन्नौने काम से से हमें बचाता है और हमारा शरीर शुद्ध व मन पवित्र होता है।
इसी से मुक्ति या निर्वाण मोक्ष का आरम्भ होता है उसने बोला है मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर परमपिता ब्रह्माण्ड का स्वामी तुम्हें पृथ्वी पर भेजने वाला पाक व पवित्र हूंँ जब तुम्हारा भेजने व बुलाने वाला पाक और पवित्र है तो तुम भी पवित्र बनों।
यहोवा (Yahova) के सत्संग में मनुष्य को शांति मिलती है
यहोवा (Yahova) के सत्संग में मनुष्य को शांति मिलती है दैविक तापिक भौतिक जैसे महारोगों व कष्ट क्लेशों से मनुष्य को निजात मिलती है और शांति का ईश्वर अपने जानने वालों को मुक्ति फ्री में देता है उन्होंने जगह जगह मंदिर मजिस्द गुरूद्वारा चर्च में धक्के खाने की आवश्यकता नही होती है क्यांेंकि शंाति के ईश्वर जो मन में नम्र व दीन है और मनुष्य का पुत्र स्वर्ग से पृथ्वी पर अपने पिता की महिमा मण्डल करने आया और कोई उस परमात्मा के पुत्र (परमानन्द) पर विश्वास करेगा।
वह परमात्म पिता जैसे उसने अपना पुत्र तीन दिन तीन रात के बाद जीवित किया उन्होंने भी करेगा जो उस भेजे हुए पर विश्वास करेगा क्योंकि उसने लिखा है जो मेरे भेजे हुए पर विश्वास करेगा मैं उसका लेखा नही रखूंगा जिसे पुत्र आजाद करे उसे परम पिता आजाद करेगा वैसे ही परमात्मा के पुत्र परमानन्द ने भी कहा जो मेरे पिता (जो स्वर्ग में विराजमान है) की इच्छा पूरी करेगा मैं उसकी हर इच्छा पूरी करूंगा।
मैं उसका हाथ पकड़ कर कहूंगा मत डर मैं तुझे अपनी रीति के अनुसार उन महारोगों से जैसे दैविक तापिक भौतिक व कष्ट क्लेशों से मुक्त करूंगा और तेरा मान सम्मान कमी घटी व चाहतों जरूरत को पूरा करुंगा।
यहोवा (Yahova) के सत्संग में मनुष्य को शांति मिलती है
यहोवा (Yahova)के सत्संग में मनुष्य को शांति मिलती है दैविक तापिक भौतिक जैसे महारोगों व कष्ट क्लेशों से मनुष्य को निजात मिलती है और शांति का ईश्वर अपने जानने वालों को मुक्ति फ्री में देता है उन्होंने जगह जगह मंदिर मजिस्द गुरूद्वारा चर्च में धक्के खाने की आवश्यकता नही होती है।
क्यांेंकि #shanti के ईश्वर जो मन में नम्र व दीन है और मनुष्य का पुत्र स्वर्ग से पृथ्वी पर अपने पिता की महिमा मण्डल करने आया और कोई उस परमात्मा के पुत्र (परमानन्द) पर विश्वास करेगा वह परमात्म पिता जैसे उसने अपना पुत्र तीन दिन तीन रात के बाद जीवित किया।
उन्होंने भी करेगा जो उस भेजे हुए पर विश्वास करेगा क्योंकि उसने लिखा है जो मेरे भेजे हुए पर विश्वास करेगा मैं उसका लेखा नही रखूंगा जिसे पुत्र आजाद करे उसे परम पिता आजाद करेगा वैसे ही परमात्मा के पुत्र परमानन्द ने भी कहा जो मेरे पिता (जो स्वर्ग में विराजमान है) की इच्छा पूरी करेगा।
मैं उसकी हर इच्छा पूरी करूंगा मैं उसका हाथ पकड़ कर कहूंगा मत डर मैं तुझे अपनी रीति के अनुसार उन महारोगों से जैसे दैविक तापिक भौतिक व कष्ट क्लेशों से मुक्त करूंगा और तेरा मान सम्मान कमी घटी व चाहतों जरूरत को पूरा करुंगा।