राज्यपाल ने उत्तराखण्ड की संस्कृति और संस्कृत के बीच के गहरे संबंध को भी उजागर किया। उनका कहना था कि उत्तराखण्ड में स्थित प्रसिद्ध तीर्थ स्थल जैसे बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम संस्कृत के महत्व को दर्शाते हैं। उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है, जिसकी द्वितीय भाषा संस्कृत है। यह राज्य संस्कृत के प्रचार-प्रसार में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, लेकिन इसके विकास के लिए हमें और अधिक ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।