Viklang Bharan Poshan Anudaan Scheme विकलांग भारण पोषण अनुदान योजना
विकलांग भारण पोषण अनुदान योजना
विकलांग भारण पोषण अनुदान योजना का 100% पालन करने से समाज में सहायता के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी दिया जाएगा। यह संदेश है कि समाज की हर वर्ग को उसके सदस्यों की जरूरतों और संवेदनशीलता के प्रति सावधान रहना चाहिए। इससे समाज में एकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा मिलेगा और हर किसी को समाज का हिस्सा महसूस होगा। विकलांग भारण पोषण अनुदान योजना का पूरा लाभ उन लोगों को मिलेगा जो वास्तविक आवश्यकता से अधिक विवेकपूर्ण होंगे, और इससे समाज में सबका साथ, सबका विकास की दिशा में एक और कदम बढ़ाया जाएगा।
इस योजना को सफल बनाने के लिए, सरकार, संगठन और समाज के सभी स्तरों पर मिलकर काम करना होगा। एक सशक्त और समर्थ समाज की नींव है जो सभी अपनी साथी और सहायक के रूप में स्वीकार करता है, चाहे वह किसी भी रूप में हो। विकलांग भारण पोषण अनुदान योजना को 100% पालन करने से हम समाज को एक मजबूत, समर्थ और सहानुभूति समाज के रूप में बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाएंगे। यह हमारे समाज की सामाजिक सहायता और विकास की दिशा में एक प्रोत्साहक और प्रेरणादायक कदम होगा।
“विकलांग भारण पोषण अनुदान योजना” एक महत्वपूर्ण सरकारी योजना है जो भारत में विकलांग लोगों को उनके पोषण और आरोग्य की सुरक्षा के लिए अनुदान प्रदान करती है। इस योजना के तहत, विकलांग व्यक्तियों को उनकी आवश्यक आहारिक जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न पोषण सामग्रियों के लिए अनुदान प्रदान किया जाता है। इसका लक्ष्य है विकलांग व्यक्तियों के लिए स्वस्थ और सकारात्मक जीवन को संभव बनाना।
इस योजना के तहत, विकलांग व्यक्तियों को पोषण संबंधी विभिन्न अनुदान प्रदान किए जाते हैं, जैसे कि विटामिन सप्लीमेंट्स, प्रोटीन शेक, सूप, अनाज, और अन्य पोषण सामग्रियाँ। इन अनुदानों का मकसद है विकलांग व्यक्तियों को आवश्यक पोषण के साथ एक स्वस्थ और उत्तम जीवन जीने में मदद करना।
विकलांग भारण पोषण अनुदान योजना के तहत विभिन्न आवासीय संस्थानों, अस्पतालों, और सामाजिक संगठनों के साथ संबंध बनाए जाते हैं ताकि ये संगठन विकलांग व्यक्तियों को अपने अनुदानों और सेवाओं के लिए आवंटित किए गए वित्तीय संसाधनों का प्रबंधन कर सकें।
इस योजना के माध्यम से, सरकार ने विकलांग लोगों को स्वस्थ और सकारात्मक जीवन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। यह योजना न केवल उन्हें उनकी पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करती है, बल्कि उन्हें समाज में भागीदारी का एहसास दिलाती है।
साथ ही, यह योजना समाज में जागरूकता भी फैलाती है कि विकलांग लोगों को उनके अधिकारों और सुविधाओं का उपयोग करने में सहायता की आवश्यकता है। इससे विकलांग लोगों का सम्मान और समाज में समानता की भावना बढ़ती है।
विकलांग भारण पोषण अनुदान योजना का 100% पालन किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे समाज के सबसे अधिक असहाय वर्ग को मदद मिलेगी.
Viklang Bharan Poshan Anudaan Scheme
About- The Uttarakhand Viklang Bharan Poshan Anudaan Scheme was started by the Social Welfare Department (Government of Uttarakhand). Under the government’s welfare scheme, the scheme of giving destitute disabled maintenance grants was implemented for destitute disabled people to live under social security, which is also commonly known as disabled pension.
Benefits-
- To divyangs Rs.1500/- per month pension
- To the divyangs who are free from leprosy Rs. 1500/- per month
- Monthly allowance to the parents of disabled children from the age of 0-18 years of Rs. 700/-.
- To mentally handicapped wife/husband monthly pension of Rs.1500/-.
How- To Apply- Applicants have to visit the official website of the Department Of Social Welfare Uttarakhand State.(https://socialwelfare.uk.gov.in) then click on the link of Pension Yojna. The next page will open. here you will see some pension yojana options Press Uttarakhand Viklang Bharan Poshan Anudaan.
- Out of these, you have to click on the option of application form. As soon as you click on it, the list of different application forms will open on your screen.
- Now you have to click and download the application form for the Uttarakhand Viklang Bharan Poshan Anudaan
- After this fill in all the information asked in the Uttarakhand Viklang Bharan Poshan Anudaan.
- Along with this, attach the requested documents as well.
- Finally, after checking all the information and documents in the application form, submit it to the concerned department.
- Applicant should visit the Social Welfare Department in the concerned District/Taluka.
- https://uttrakhandjosh.com/intelligent-gander-along-with-a-large-flock-of-swans-living-on-this-tree-there-also-lived-a-huge-and-intelligent-gander/
- The certificate that the disability of the candidate is at least 40 percent has been provided by the Chief Medical Officer.
- Candidate should not have any source of income or belong to BPL selected family or monthly income should be up to Rs.4000/-.
- If the son/grandson of the candidate is above 20 years of age but is living below the poverty line, then such a candidate will be eligible for a maintenance grant.
Documents Required– Aadhaar card, Below Poverty Line (BPL) ration card or Income Certificate by Tahsildar, Bank account details, Attested Passport size photos by Gram Pradhan /Jila panchayat Adhyaksh /sabhasad nagar palika / gram Vikas Adhikari (panchayat), Voter Id card, Mobile Number, Minimum 40 percent disability of the candidate should have been provided by the Chief Medical Officer.