Uttarkashi News: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में हिंदू संगठनों द्वारा मस्जिद को हटाने की मांग को लेकर जन आक्रोश रैली का आयोजन किया गया, जिससे शहर में माहौल तनावपूर्ण हो गया। प्रदर्शनकारियों ने हनुमान चौक से रैली निकालते हुए जोरदार नारेबाजी की। रैली में शामिल लोगों ने जय श्री राम और मस्जिद हटाओ जैसे नारों के साथ प्रदर्शन किया, जिससे इलाके में भारी तनाव फैल गया। Uttarkashi News
रैली का असर सिर्फ उत्तरकाशी तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि भटवाड़ी और डुंडा तहसीलों में भी बाजार पूरी तरह से बंद रहे। इस बंद से चारधाम यात्रा पर आए तीर्थयात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा, क्योंकि दुकानों के बंद होने से उन्हें पानी और भोजन तक नहीं मिल पाया।
रैली में हिंदुत्व के बड़े चेहरों की मौजूदगी Uttarkashi News
इस रैली में कई प्रमुख हिंदुत्ववादी नेता शामिल हुए, जिनमें स्वामी दर्शन भारती, लखपत भंडारी, राकेश, और स्वामी केसेव गिरी जैसे प्रमुख नाम शामिल थे। रैली में भारी भीड़ इकट्ठा हुई और प्रदर्शनकारियों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए मस्जिद को जल्द से जल्द हटाने की मांग की।
उत्तरकाशी, जिसे सौम्य काशी के नाम से जाना जाता है और जो गंगा तट पर स्थित है, को शिव की प्रिय नगरी के रूप में माना जाता है। लेकिन आज इस धार्मिक नगरी में गुस्से और आक्रोश का माहौल था। रैली में लोगों की मुट्ठियां भींची हुई थीं, और हर तरफ जय श्री राम के नारों की गूंज सुनाई दे रही थी।
प्रशासन ने पुलिस बल किया तैनात, रैली पर प्रतिबंध Uttarkashi News
शहर में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया। पुलिस उपाधीक्षक प्रशांत कुमार ने बताया कि भटवाड़ी टैक्सी स्टैंड और मस्जिद मोहल्ले में रैली पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके बावजूद, प्रदर्शनकारी गंगोत्री हाईवे पर मस्जिद की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे थे।
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पुलिस ने भटवाड़ी रोड पर बैरिकेडिंग लगाकर रैली को मस्जिद मोहल्ले की ओर बढ़ने से रोकने का प्रयास किया। प्रशासन ने पहले ही रैली को शांति पूर्ण रखने की अनुमति दी थी, लेकिन बढ़ते आक्रोश को देखते हुए गंगोत्री हाईवे पर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की।
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच नोकझोंक
प्रदर्शनकारी रैली को मस्जिद मोहल्ले की ओर ले जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उनकी कोशिशों को नाकाम कर दिया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। गुस्से से भरे प्रदर्शनकारी बैरिकेड हटाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिस की भारी तैनाती के कारण उन्हें पीछे हटना पड़ा। Uttarkashi News
अंततः, प्रदर्शनकारियों ने गंगोत्री हाईवे पर धरना दे दिया और यहीं बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। इसके साथ ही, हिंदू संगठनों ने हाईवे पर अपना विरोध जारी रखते हुए मस्जिद को हटाने की मांग दोहराई।
हाईवे पर यातायात प्रभावित
प्रदर्शन के कारण गंगोत्री हाईवे पर यातायात भी बाधित रहा। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए कई जगहों पर डाइवर्जन किया, ताकि यातायात का प्रबंधन किया जा सके। लेकिन प्रदर्शनकारियों के धरने के चलते तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा।
प्रशासन की चुनौतियाँ और शांति व्यवस्था की कोशिशें
उत्तरकाशी में इस प्रकार का विरोध प्रदर्शन प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। पुलिस ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे और किसी प्रकार की हिंसा न भड़के। पूरे शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके। Uttarkashi News
पुलिस ने स्पष्ट किया कि किसी भी परिस्थिति में मस्जिद मोहल्ले की ओर रैली को जाने नहीं दिया जाएगा। बैरिकेडिंग के माध्यम से प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि प्रदर्शनकारी विश्वनाथ चौक की ओर ही बढ़ें, जिससे मस्जिद की ओर जाने वाले मार्गों पर किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो।
प्रदर्शनकारियों का रुख और मस्जिद विवाद
हिंदू संगठनों का कहना है कि मस्जिद का निर्माण अवैध है और इसे जल्द से जल्द हटाया जाना चाहिए। उनका तर्क है कि उत्तरकाशी जैसी धार्मिक नगरी में किसी अन्य धर्म के धार्मिक स्थल की आवश्यकता नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे अपना विरोध और उग्र करेंगे।
दूसरी ओर, प्रशासन इस विवाद को सुलझाने के प्रयास में जुटा हुआ है। पुलिस का कहना है कि मस्जिद को लेकर आगे का कोई भी निर्णय संवैधानिक प्रक्रिया के तहत ही लिया जाएगा। साथ ही, प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने का अनुरोध किया है।
Uttarkashi News: शांति और संवाद की आवश्यकता
उत्तरकाशी में मस्जिद को लेकर जारी यह विवाद धार्मिक असहिष्णुता और संवेदनशील मुद्दों की ओर इशारा करता है। ऐसे मुद्दों का समाधान केवल संवाद और परस्पर समझ से ही संभव है।
प्रशासन को इस स्थिति से निपटने के लिए शांति और संयम से काम लेना होगा, ताकि क्षेत्र में धार्मिक सौहार्द बना रहे। जनता और संगठनों को भी अपने विरोध प्रदर्शन के दौरान शांति बनाए रखने की आवश्यकता है, ताकि उत्तरकाशी की धार्मिक नगरी की गरिमा बरकरार रहे और किसी प्रकार का विवाद न भड़के।
यह जरूरी है कि प्रशासन जल्द से जल्द इस मामले का समाधान निकाले और लोगों के बीच सद्भाव स्थापित करे, ताकि उत्तरकाशी की पहचान एक शांतिपूर्ण और धार्मिक नगरी के रूप में बनी रहे।