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उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार
उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार
- उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार, भारत में संस्कृत शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण संस्थान है।
- इस विश्वविद्यालय की स्थापना 2005 में उत्तराखण्ड राज्य सरकार द्वारा की गई थी।
- यह विश्वविद्यालय संस्कृत भाषा, साहित्य, दर्शन, और संस्कृति के अध्ययन और शोध के लिए समर्पित है।
- विश्वविद्यालय का उद्देश्य संस्कृत के अध्ययन और प्राचीन भारतीय ज्ञान के संरक्षण को बढ़ावा देना है।
- विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य संस्कृत भाषा और संस्कृत से जुड़े विभिन्न शास्त्रों में उच्च शिक्षा प्रदान करना है।
- यहां पर स्नातक, परास्नातक और शोध (PhD) स्तर की शिक्षा दी जाती है।
- विश्वविद्यालय में संस्कृत के अलावा योग, दर्शन, और अन्य भारतीय विद्याओं पर भी गहन अध्ययन किया जाता है।
- यह संस्थान भारतीय संस्कृति और संस्कृत के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित है।
- विश्वविद्यालय का परिसर हरिद्वार के शांतिपूर्ण और धार्मिक वातावरण में स्थित है, जो छात्रों के मानसिक और आत्मिक विकास के लिए उपयुक्त है।
- यहां के शिक्षण कार्य में पारंपरिक विधाओं के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों का भी समावेश किया गया है।
- उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को संस्कृत भाषा में प्रवीणता प्राप्त करने के साथ-साथ भारतीय संस्कृति के महत्व का भी गहरा ज्ञान होता है।
- विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में संस्कृत साहित्य के कई दुर्लभ और प्राचीन ग्रंथ उपलब्ध हैं।
- विश्वविद्यालय ने संस्कृत के माध्यम से वैश्विक स्तर पर भारतीय संस्कृति और ज्ञान को फैलाने का कार्य किया है।
- इस विश्वविद्यालय में शोध कार्यों के लिए एक समर्पित और सशक्त शोध केंद्र भी मौजूद है।
- विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए विविध कार्यक्रम और कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं।
- यह विश्वविद्यालय संस्कृत के शिक्षा के साथ-साथ संस्कृत में शोध करने के लिए एक प्रमुख स्थल बन गया है।
- हरिद्वार जैसे पवित्र स्थान पर स्थित होने के कारण विश्वविद्यालय में छात्रों को धार्मिक और सांस्कृतिक जागरूकता मिलती है।
- यहां के शिक्षकों का समर्पण और विशेषज्ञता छात्रों को उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान करने में सहायक है।
- उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय का योगदान भारतीय संस्कृति और संस्कृत के संरक्षण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- यह विश्वविद्यालय संस्कृत भाषा को जीवित रखने और उसे भविष्य पीढ़ियों तक पहुँचाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
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