Underage Scooter Driver नाबालिग स्कूटी चालक पर 25,000 रुपये का जुर्माना, स्कूटी सीज: SSP अल्मोड़ा की अपील
Underage Scooter Driver: रविवार को रानीखेत पुलिस ने एक नाबालिग द्वारा बिना हेलमेट स्कूटी चलाने के मामले में कड़ी कार्यवाही करते हुए स्कूटी को सीज कर दिया और नाबालिग के अभिभावक पर 25,000 रुपये का चालान किया। यह कार्यवाही SSP अल्मोड़ा, देवेन्द्र पींचा द्वारा जारी किए गए निर्देशों के तहत की गई, जिसमें नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने पर सख्त कार्रवाई की बात कही गई थी।
सघन वाहन चैकिंग अभियान
जनपद के सभी थाना प्रभारियों और इंटरसेप्टर प्रभारी को निर्देशित किया गया था कि वे सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाएं और नाबालिग द्वारा वाहन चलाने पर संबंधित वाहन स्वामी या संरक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। इसी क्रम में, कोतवाली रानीखेत के प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार धनकड़ के नेतृत्व में चौकी मजखाली के प्रभारी कृष्ण कुमार द्वारा मजखाली में चेकिंग अभियान चलाया गया।
घटना का निष्कर्ष
चेकिंग अभियान के दौरान स्कूटी संख्या UK01B 6319 को रोका गया। संदेह होने पर वाहन चालक से उसकी उम्र के बारे में पूछताछ की गई, जिससे पता चला कि चालक की उम्र मात्र 16 वर्ष 05 माह है। नाबालिग चालक को देखते हुए पुलिस ने तुरंत स्कूटी को सीज कर दिया और अभिभावक पर मोटर वाहन अधिनियम की धारा 199A के तहत 25,000 रुपये का चालान कर दिया।
अभिभावकों के प्रति जिम्मेदारी
इस घटना के बाद, नाबालिग चालक को उसके अभिभावक के सुपुर्द कर दिया गया। थाने में अभिभावक की काउंसलिंग की गई और उन्हें भविष्य में अपने नाबालिग बच्चे को वाहन न देने की उचित हिदायत दी गई। एसएसपी अल्मोड़ा ने सभी अभिभावकों से अपील की कि वे अपने नाबालिग बच्चों को वाहन न चलाने दें, क्योंकि यह न केवल कानून के खिलाफ है, बल्कि दुर्घटनाओं का कारण भी बन सकता है।
पुलिस की अपील
एसएसपी अल्मोड़ा, देवेन्द्र पींचा ने अभिभावकों से अपील की, “अपने नाबालिग बच्चों को वाहन न चलाने दें। नाबालिग बच्चों को वाहन चलाने देना दुर्घटना का कारण बन सकता है। बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत उन्हें समझाएं कि जब तक वे बालिग नहीं हो जाते, तब तक वाहन नहीं चलाना चाहिए। नाबालिग बच्चों द्वारा वाहन चलाए जाने पर अभिभावकों के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम में कार्यवाही का प्रावधान है।”
यातायात सुरक्षा का महत्व
इस घटना ने एक बार फिर से यातायात सुरक्षा के महत्व को उजागर किया है। नाबालिग बच्चों द्वारा वाहन चलाना न केवल उनके लिए खतरनाक है, बल्कि अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए भी खतरा उत्पन्न करता है। इसलिए, सभी अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को जिम्मेदार नागरिक बनने की शिक्षा दें और उन्हें सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना सिखाएं।
सघन चेकिंग अभियान की सफलता
रानीखेत पुलिस द्वारा चलाया गया यह सघन चेकिंग अभियान सफल रहा और इसका उद्देश्य नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने को रोकना और यातायात सुरक्षा को बढ़ावा देना था। इस अभियान के दौरान, पुलिस ने कई अन्य वाहनों की भी जांच की और सुनिश्चित किया कि सभी वाहन चालक यातायात नियमों का पालन कर रहे हैं।
जन जागरूकता अभियान
पुलिस प्रशासन द्वारा इस प्रकार के सघन चेकिंग अभियानों के अलावा जन जागरूकता अभियानों की भी आवश्यकता है, ताकि लोगों को यातायात नियमों का पालन करने और सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में जानकारी दी जा सके। इससे न केवल दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आएगी, बल्कि सड़कों पर यातायात व्यवस्था भी सुचारु रूप से चल सकेगी।
इस प्रकार, नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने के खिलाफ की गई इस कड़ी कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस प्रशासन यातायात नियमों के उल्लंघन को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगा। सभी अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करें और उन्हें तब तक वाहन न चलाने दें, जब तक वे बालिग न हो जाएं। सड़क सुरक्षा हर नागरिक की जिम्मेदारी है और इसे सुनिश्चित करने के लिए सभी को अपना योगदान देना चाहिए।