मंधाना की कप्तानी: भारत महिला क्रिकेट टीम जनवरी 10 से आयरलैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलेगी। यह सीरीज भारतीय क्रिकेट के लिहाज से महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें एक तरफ जहां टीम महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 की तैयारी कर रही है, वहीं दूसरी तरफ आयरलैंड के लिए यह ऐतिहासिक दौरा है। यह आयरलैंड का भारत का पहला द्विपक्षीय दौरा है, और दोनों टीमों के बीच यह पहला द्विपक्षीय वनडे सीरीज 2006 के बाद है। मंधाना की कप्तानी
सीरीज के बाद भारत T20 मोड में प्रवेश करेगा, क्योंकि उनका अगला वनडे सीरीज इंग्लैंड के खिलाफ जुलाई में होने वाला है। ऐसे में भारत को इस सीरीज में अपने संयोजनों का परीक्षण करने का अच्छा मौका मिलेगा। भारत ने वर्ल्ड कप की तैयारी को ध्यान में रखते हुए इस सीरीज में कुछ नए चेहरों को मौका दिया है और कप्तान स्मृति मंधाना भी टीम का नेतृत्व करेंगी, क्योंकि नियमित कप्तान हरमनप्रीत कौर इस सीरीज में उपलब्ध नहीं हैं।
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मंधाना के नेतृत्व में युवा खिलाड़ियों पर ध्यान मंधाना की कप्तानी:
स्मृति मंधाना इस सीरीज में भारत की कप्तानी करेंगी, जबकि हरमनप्रीत कौर की गैरमौजूदगी में भारत के पास एक मौका होगा कि वह अपनी युवा टीम को परख सके। मंधाना ने पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ एक वनडे मैच में भारत की कप्तानी की थी, लेकिन यह उनका बतौर कप्तान बड़ा मौका होगा।
भारत ने अपनी प्रमुख तेज गेंदबाज रेनुका सिंह को आराम दिया है, जो हाल ही में वेस्ट इंडीज के खिलाफ पिछले सीरीज में सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज रही थीं। इस बदलाव के साथ मंधाना के पास एक युवा और अनुभवहीन टीम का नेतृत्व करने का अवसर होगा। मंधाना की कप्तानी
भारत की टीम में कई नए चेहरे हैं, जिनमें उत्तराखंड की राघवी बिस्ट को नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने का मौका मिल सकता है। राघवी ने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है और उनकी धमाकेदार बल्लेबाजी के कारण उन्हें इस सीरीज में भारत की वनडे टीम में स्थान मिला है। राघवी ने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ इंडिया ए की ओर से खेलते हुए तिहरे अंकों में स्कोर किया था।
गेंदबाजी विभाग में, भारत की तेज गेंदबाज साईमा ठाकोर और तितास साधु नई गेंद से गेंदबाजी करने के लिए जिम्मेदारी उठा सकती हैं। रेनुका के अनुपस्थिति में, पूज वस्ट्राकर भी उपलब्ध नहीं हैं, जिससे यह गेंदबाजी संयोजन काफी युवा और अनुभवहीन होगा। ठाकोर, साधु और प्रिया मिश्रा ने अब तक कुल 20 वनडे मैच खेले हैं।
आयरलैंड की टीम में प्रमुख खिलाड़ी
आयरलैंड की टीम के लिए यह सीरीज बेहद अहम होगी, क्योंकि वे इस सीरीज को अपने वनडे वर्ल्ड कप के लिए एक महत्वपूर्ण तैयारियों के रूप में देख रहे हैं। आयरलैंड की टीम में प्रमुख खिलाड़ी ऑरला प्रेंडरगास्ट होंगी, जिन्होंने 2024 में शानदार प्रदर्शन किया था और 122 रन बनाकर अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इसके अलावा, आयरलैंड की कप्तान गैबी लुईस और सीनियर ऑलराउंडर लॉरा डेलन भी टीम के लिए अहम भूमिका निभाएंगे। मंधाना की कप्तानी
आयरलैंड की गेंदबाजी विभाग में बाएं हाथ की स्पिनर ऐमी मागुइरे पर भी सबकी नजरें होंगी, जिन्होंने पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ 5 विकेट लेकर मैच को पलट दिया था।
भारत के लिए ओपनिंग स्लॉट पर प्रतिस्पर्धा
भारत की ओपनिंग स्लॉट पर प्रातिका रावल और शफाली वर्मा के बीच प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है। रावल ने पिछले कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया था और मंधाना के साथ ओपनिंग की थी, लेकिन शफाली वर्मा ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी स्थिति को मजबूत किया है। शफाली ने हाल ही में सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी में 527 रन बनाए थे, जिसमें उनका एक शतक भी शामिल था। शफाली की शानदार बल्लेबाजी ने उन्हें टीम में स्थान के लिए मजबूत दावेदार बना दिया है। मंधाना ने कहा था कि शफाली वनडे टीम की योजना में शामिल हैं, लेकिन रावल का भी अच्छा योगदान रहा है।
आयरलैंड की टीम में युवा स्टार की कमी
आयरलैंड के लिए एक दुखद खबर यह है कि उनकी स्टार विकेटकीपर-बैटर एमी हंटर इस सीरीज में नहीं खेलेंगी, क्योंकि उन्हें पैर में चोट लगी है। हंटर ने आयरलैंड के लिए पिछले साल शानदार प्रदर्शन किया था और 19 साल की उम्र में 31 वनडे मैचों में भाग लिया है। उनकी अनुपस्थिति आयरलैंड के लिए एक बड़ा झटका होगा।
नई जगह पर भारत महिला क्रिकेट (मंधाना की कप्तानी)
यह सीरीज भारत के लिए एक नई जगह पर खेली जाएगी। राजकोट का निरंजन शाह स्टेडियम भारत के महिला क्रिकेट के इतिहास में पहली बार मेज़बान बनेगा। भारत महिला क्रिकेट टीम पिछले साल से विभिन्न स्थलों पर मैच खेल रही है ताकि वे वर्ल्ड कप के लिए विभिन्न पिचों और परिस्थितियों के साथ तालमेल बैठा सकें। इस सीरीज में तीन मैच होंगे, जो 10, 12 और 15 जनवरी को खेले जाएंगे।
इस सीरीज के साथ भारत और आयरलैंड दोनों ही टीमों के पास अपनी टीमों की ताकत और कमजोरियों को पहचानने का अच्छा मौका होगा। जहां भारत अपनी टीम का पुनर्निर्माण और संयोजन पर काम करेगा, वहीं आयरलैंड को अपनी टीम को भारत के खिलाफ मजबूती से खड़ा करने का अवसर मिलेगा।