Uksssc New Update उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग: भर्ती घपलों के बाद नई व्यवस्था की तैयारी
Uksssc New Update : हाल ही में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने भर्ती प्रक्रियाओं में घपलों और विवादों के कारण अपनी परीक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव करने की घोषणा की है। यह बदलाव आयोग की विश्वसनीयता को पुनः स्थापित करने और नकल गिरोहों को रोकने के उद्देश्य से किया जा रहा है। इस लेख में हम UKSSSC की नई व्यवस्था, प्री और मैन्स मॉडल, और इनसे संबंधित अन्य पहलुओं पर विस्तृत चर्चा करेंगे।
भर्ती घपलों की पृष्ठभूमि
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती प्रक्रियाओं में हाल के वर्षों में कई घपले और विवाद सामने आए हैं। पेपर लीक, नकल और भ्रष्टाचार के आरोपों ने आयोग की साख पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। इसके चलते आयोग को अपनी परीक्षा प्रणाली में सुधार करने और अधिक पारदर्शिता और निष्पक्षता लाने की आवश्यकता महसूस हुई।
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नई व्यवस्था: प्री और मैन्स मॉडल
आयोग ने ज्यादातर परीक्षाओं के लिए प्री (प्रारंभिक) और मैन्स (मुख्य) परीक्षा मॉडल लागू करने का निर्णय लिया है। यह मॉडल पहले से ही कई अन्य राज्यों में सफलतापूर्वक लागू किया जा चुका है और आयोग इसे उत्तराखंड में भी लागू करने की योजना बना रहा है।
- प्री परीक्षा:
- प्रारंभिक परीक्षा में सभी उम्मीदवार शामिल होंगे।
- इसका उद्देश्य उम्मीदवारों की प्रारंभिक छंटनी करना है।
- यह परीक्षा मुख्य रूप से वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नों पर आधारित होगी।
- मैन्स परीक्षा:
- प्री परीक्षा में सफल उम्मीदवार ही मैन्स परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
- मुख्य परीक्षा विस्तृत और वर्णात्मक प्रकार की होगी, जिसमें विषय की गहन जानकारी की आवश्यकता होगी।
- मैन्स परीक्षा के जरिए बेहतर निगरानी और निष्पक्षता सुनिश्चित की जाएगी।
परीक्षा प्रणाली में बदलाव के लाभ
- नकल गिरोह की रोकथाम:
- दो परीक्षाओं के मॉडल से नकल गिरोहों की सेंधमारी की संभावना कम होगी।
- प्री परीक्षा में ही अधिकांश नकल करने वाले उम्मीदवार छंट जाएंगे।
- बेहतर निगरानी:
- मैन्स परीक्षा सीमित संख्या में अभ्यर्थियों के लिए आयोजित की जाएगी, जिससे निगरानी में आसानी होगी।
- परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित होगी।
- संगठित प्रक्रिया:
- प्री और मैन्स मॉडल से भर्ती प्रक्रिया संगठित और व्यवस्थित होगी।
- उम्मीदवारों की वास्तविक क्षमता और ज्ञान का मूल्यांकन किया जा सकेगा।
एसओपी की तैयारी
आयोग परीक्षा प्रणाली में बदलाव के साथ ही एसओपी (Standard Operating Procedure) भी तैयार कर रहा है। यह एसओपी परीक्षा आयोजित करने की प्रक्रिया, सुरक्षा उपाय, निगरानी प्रणाली और आपातकालीन स्थितियों में उठाए जाने वाले कदमों को परिभाषित करेगी।
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अन्य राज्यों के मॉडल का अध्ययन
आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया और अधिकारियों की टीम ने हरियाणा, पंजाब, यूपी और हिमाचल प्रदेश के भर्ती आयोगों का दौरा किया और उनकी कार्यप्रणाली का अध्ययन किया। इन राज्यों में लागू बेस्ट प्रैक्टिसेस का अध्ययन कर उत्तराखंड की परीक्षा प्रणाली को सुधारने की योजना बनाई जा रही है।
वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाएं
फिलहाल, आयोग का ध्यान लंबित परीक्षाओं पर निर्णय लेकर विवादों को समाप्त करने पर है। इसके बाद नई भर्ती परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। आयोग की योजना है कि इन नई व्यवस्थाओं के लागू होने के बाद, भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता को सुनिश्चित किया जा सकेगा।
Uksssc New Update
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की नई व्यवस्था भर्ती प्रक्रियाओं में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्री और मैन्स मॉडल के लागू होने से नकल और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा और योग्य उम्मीदवारों का चयन सुनिश्चित होगा। आयोग की यह पहल न केवल उसकी विश्वसनीयता को पुनः स्थापित करेगी, बल्कि उम्मीदवारों और समाज के बीच विश्वास भी बढ़ाएगी। आयोग की ओर से उठाए जा रहे इन कदमों से उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य में उत्तराखंड में भर्ती प्रक्रियाएं अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष होंगी।