Sixth Battalion the Grenadiers: 6 ग्रेनेडियर्स के आर्मी प्रांगण रुद्रप्रयाग में 25वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई गई कारगिल विजय दिवस (वीरता और बलिदान की गौरवगाथा)
कारगिल विजय दिवस: वीरता और बलिदान की गौरवगाथा
भारत के इतिहास में 26 जुलाई 1999 एक ऐसा दिन है, जो हमारे वीर सैनिकों के अदम्य साहस और बलिदान की अमिट छाप छोड़ता है। इस दिन को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष, 6 ग्रेनेडियर्स (Sixth Battalion the Grenadiesrs) के आर्मी प्रांगण रुद्रप्रयाग में 25वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर सैनिकों के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर, श्रद्धांजलि दी गई। आर्मी के जवानों द्वारा हवलदार जसविंदर सिंह के नेतृत्व में वीर शहीदों को सलामी दी गई।
कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ
कार्यक्रम का आयोजन सैनिक कल्याण विभाग के तत्वाधान में किया गया था। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रुद्रप्रयाग विधायक श्री भरत सिंह चैधरी और विशिष्ट अतिथि मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती एवं अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा थे। कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों और शहीद सैनिकों के परिजन भी उपस्थित थे। मुख्य अतिथि श्री भरत सिंह चैधरी ने कहा कि कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, और यह दिन हमारे जांबाज सैनिकों की वीरता और बलिदान को सलाम करने का दिन है। उन्होंने उत्तराखंड के वीर सैनिकों की भी प्रशंसा की, जो कठिन परिस्थितियों में देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं।
विशिष्ट अतिथि डॉ. जीएस खाती ने कहा कि 1999 के कारगिल युद्ध में भारतीय सैनिकों ने अपने अदम्य साहस का परिचय दिया और दुश्मनों पर विजय प्राप्त की। उन्होंने सभी वीर शहीदों को नमन किया और उनके बलिदान की प्रशंसा की।
कारगिल युद्ध के विषय में विस्तार
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल यूएस रावत ने कारगिल युद्ध के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन विजय के तहत भारतीय सेना ने 527 जांबाज सैनिकों को खोया, जिनमें से 75 उत्तराखंड के और 3 रुद्रप्रयाग के थे। उन्होंने बताया कि हर वर्ष इस दिन को राज्य सरकार द्वारा कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथियों ने जनपद के वीर शहीद सैनिकों नायक सुनील दत्त कांडपाल के भाई दीर्घायु प्रसाद, राइफलमैन शहीद भगवान सिंह के परिजन और नायक शहीद गोविंद सिंह की पत्नी श्रीमती उमा देवी को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और स्मृति चिन्ह भी भेंट किए। इस कार्यक्रम में अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति दी। विभिन्न विद्यालयों में आयोजित निबंध और क्विज प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। क्विज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर जीजीआईसी की छात्रा गुंजन नौटियाल रही, जबकि निबंध प्रतियोगिता में दीपिका बुटोला और रवीना ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
कुलदीप कुमार के नेतृत्व में आर्मी बैंड ने धुन की सुंदर प्रस्तुति दी। सैनिक संगठन के पूर्व अध्यक्ष राय सिंह रावत ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का सफल संचालन किशन सिंह रावत द्वारा किया गया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, पुलिस उपाधीक्षक हर्षवर्धनी सुमन, आर्मी के मेजर निखिल, अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य डीपी कोठारी, खंड विकास अधिकारी प्रवीन भट्ट, प्रभारी जिला सूचना अधिकारी रती लाल शाह, भूतपूर्व सैनिक, शहीदों के परिजन और स्कूली छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक उपस्थित थे।
कारगिल विजय दिवस हमें उन वीर सैनिकों की याद दिलाता है जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना देश की रक्षा की। यह दिन हमें उनके अदम्य साहस और बलिदान की याद दिलाता है और हमें प्रेरित करता है कि हम भी देश की सेवा और सुरक्षा के लिए अपना योगदान दें।
Sixth Battalion the Grenadiesrs
कारगिल विजय दिवस का यह आयोजन एक प्रतीक है उस अनमोल बलिदान का, जो हमारे वीर सैनिकों ने देश की रक्षा के लिए दिया। यह दिवस हमें उनके अदम्य साहस और निस्वार्थ सेवा की याद दिलाता है, जो हर भारतीय के दिल में गर्व और सम्मान का भाव उत्पन्न करता है। वीर शहीदों की यह गाथा हमें प्रेरित करती है कि हम भी अपने देश की सेवा और सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करें।