उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (Summer Capital Garisain) के सतत एवं समग्र विकास के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। गैरसैंण क्षेत्र को आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने, पहाड़ों से हो रहे पलायन को रोकने, रोजगार के अवसर बढ़ाने और शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि एवं बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए मुख्यमंत्री लगातार समीक्षा बैठकों का आयोजन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री का सपना है कि गैरसैंण को एक आदर्श राजधानी क्षेत्र बनाया जाए, जिससे यह राज्य के विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान दे सके। उनके निर्देशानुसार, चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने समस्त विभागों की योजनाओं को एकीकृत करते हुए विकास कार्यों को तेज कर दिया है।
हम गैरसैंण के विभिन्न विकास कार्यों, मुख्यमंत्री की पहल और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
1. गैरसैंण में ढांचागत विकास को नई गति Gairsain is the summer capital
गैरसैंण को एक आधुनिक और विकसित राजधानी बनाने के लिए बुनियादी ढांचे (Infrastructure Development) को प्राथमिकता दी जा रही है।
A. मल्टी-स्टोरी पार्किंग निर्माण
- गैरसैंण नगर क्षेत्र में यातायात और पार्किंग की समस्या को हल करने के लिए मल्टी-स्टोरी पार्किंग के निर्माण की योजना तैयार की गई है।
- UPRNN (उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण निगम) को इस परियोजना की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
B. भराड़ी देवी मंदिर का भव्य निर्माण
- सिंचाई विभाग की देखरेख में गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में मां भराड़ी देवी का भव्य मंदिर बनाया जाएगा।
- यह धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा और स्थानीय लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त करेगा।
C. रिक्त पदों पर नियुक्तियां
- गैरसैंण में रिक्त उप जिलाधिकारी (SDM) के पद पर अधिकारी की तैनाती कर दी गई है, जिससे प्रशासनिक कार्यों में तेजी आएगी।
2. कृषि और रोजगार के लिए मुख्यमंत्री की योजनाएं
गैरसैंण के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कई योजनाओं को लागू कर रहे हैं।
A. मशरूम उत्पादन को बढ़ावा
- मुख्यमंत्री के निर्देशों पर आदिबद्री, खेती, मालसी और थापली गांवों में 100% अनुदान पर मशरूम टनल स्थापित की गई है।
- मशरूम हार्वेस्टिंग तकनीक के प्रशिक्षण से किसानों की आय में वृद्धि हो रही है।
- पूरे राजधानी क्षेत्र को “मशरूम वैली” के रूप में विकसित करने की योजना है।
B. यूरोपियन वेजिटेबल उत्पादन
- कृषि एवं उद्यान विभाग द्वारा पालिहाउस स्थापित कर यूरोपियन वेजिटेबल उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- इससे स्थानीय किसानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की फसलें उगाने का अवसर मिलेगा।
C. डेयरी उद्योग का विस्तार
- स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए डेयरी सेक्टर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
- इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था सशक्त होगी और दुग्ध उत्पादन में वृद्धि होगी।
3. मुख्यमंत्री का आदर्श ग्राम सारकोट: स्थायी विकास की मिसाल Gairsain is the summer capital
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गैरसैंण क्षेत्र के सारकोट गांव को “आदर्श ग्राम” के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है।
A. स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार
- गांव में नियमित स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए जा रहे हैं।
- आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र विकसित किया जा रहा है।
B. सौर ऊर्जा से रोशन होगा गांव
- UREDA (उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी) द्वारा गांव में 10 सोलर लाइटें लगाई गई हैं।
- इससे गांव के प्रत्येक क्षेत्र में बिजली पहुंचेगी और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
C. मसाला चक्की एवं अन्य उद्यमों की स्थापना
- गांव में मसाला चक्की लगाने के साथ-साथ अन्य लघु उद्योगों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
- इससे ग्रामीण महिलाओं एवं युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मिलेंगे।
4. गैरसैंण में शिक्षा का आधुनिकीकरण
मुख्यमंत्री ने राजधानी देहरादून के मॉडर्न स्कूलों की तर्ज पर गैरसैंण में भी विद्यालयों के उन्नयन की योजना बनाई है।
A. राजकीय इंटर कॉलेज भराड़ीसैंण बनेगा स्मार्ट स्कूल
- गैरसैंण के राजकीय इंटर कॉलेज भराड़ीसैंण को “आधुनिक विद्यालय” बनाने की योजना है।
- विद्यालय में स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी और आधुनिक प्रयोगशालाओं की व्यवस्था की जाएगी।
- इस कार्य को ग्रामीण निर्माण विभाग द्वारा अंजाम दिया जा रहा है।
B. अन्य विद्यालयों का उन्नयन
- अन्य सरकारी स्कूलों को भी आधुनिक शिक्षा सुविधाओं से जोड़ा जाएगा।
- शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए ई-लर्निंग सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
5. गैरसैंण: पलायन रोकने के लिए सरकार की पहल
गैरसैंण के समग्र विकास का मुख्य उद्देश्य पलायन को रोकना और स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
A. पर्यटन को बढ़ावा
- धार्मिक पर्यटन, इको-टूरिज्म और साहसिक पर्यटन (Adventure Tourism) को बढ़ावा देकर स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाए जा रहे हैं।
- माँ भराड़ी देवी मंदिर और अन्य धार्मिक स्थलों का विकास किया जा रहा है।
B. स्वरोजगार के लिए सरकारी सहायता
- युवाओं को स्टार्टअप योजना, पीएमईजीपी (PMEGP) और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना जैसी योजनाओं से जोड़ा जा रहा है।
- हथकरघा, हर्बल खेती और ऑर्गेनिक फार्मिंग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
Gairsain is the summer capital
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में गैरसैंण के संपूर्ण एवं स्थायी विकास की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशासनिक सुधार, इंफ्रास्ट्रक्चर, कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए सरकार संकल्पबद्ध है।
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मुख्यमंत्री द्वारा डीएम चमोली के साथ नियमित समीक्षा बैठकों के जरिए यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण का विकास तेजी से हो और उत्तराखंड के नागरिकों को इसका पूरा लाभ मिले।
आने वाले वर्षों में, गैरसैंण उत्तराखंड का एक आदर्श, आधुनिक और विकसित क्षेत्र बनेगा, जहां लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और पलायन की समस्या समाप्त होगी।