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Research Student Megha Bhandari जंतु विज्ञान विभाग डीएसबी परिसर, नैनीताल की शोध छात्रा मेघा भंडारी की उपलब्धि


Research Student Megha Bhandari जंतु विज्ञान विभाग डीएसबी परिसर, नैनीताल की शोध छात्रा मेघा भंडारी की उपलब्धि

Research Student Megha Bhandari: जंतु विज्ञान विभाग, डीएसबी परिसर नैनीताल के लिए आज का दिन विशेष उपलब्धि का प्रतीक है, क्योंकि शोध छात्रा कुमारी मेघा भंडारी ने अपने शैक्षणिक जीवन में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है। मेघा भंडारी ने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) सफलतापूर्वक उत्तीर्ण की है। यह परीक्षा भारत के प्रतिष्ठित शैक्षणिक और शोध संस्थानों में असिस्टेंट प्रोफेसर और शोध कार्यों के लिए फेलोशिप प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करती है।

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मेघा भंडारी एसएसजे विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा के कुलपति, प्रोफेसर एसपीएस बिष्ट के मार्गदर्शन में शोध कार्य कर रही हैं। इसके साथ ही, मेघा ने यू-सेट 2024 (U-SET) परीक्षा भी उत्तीर्ण की है, जो उत्तराखंड में विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर पद हेतु पात्रता प्रदान करती है। 15 अक्टूबर 2024 को उनकी इस उपलब्धि पर विभाग में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विभागीय सदस्यों और छात्र-छात्राओं ने मेघा की सफलता का उत्सव मनाया।


विभागीय सदस्यों की बधाई और शुभकामनाएं research student megha bhandari

जंतु विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर एचसीएस बिष्ट, और अन्य प्रतिष्ठित सदस्य, डा. मनोज, डा. हिमांशु पांडे, डा. दीपक कुमार, डॉ. दीपिका गोस्वामी, डॉ. दिव्या पागती, डॉ. संदीप मंडोली, डॉ. दीपक मलकानी, डॉ. सीता देवली, डॉ. उजमा सिद्दीकी, डॉ. राशि मिगलानी, डॉ. नेत्रपाल, और डॉ. नगमा परवीन ने मेघा भंडारी को इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाइयाँ दीं। इन सभी ने मेघा के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए विभाग में मिष्ठान वितरण कर इस अवसर को खुशी-खुशी मनाया।


कूटा के अध्यक्ष और महासचिव द्वारा सम्मान

विभाग की ओर से मेघा भंडारी को बधाई देने के साथ-साथ कूटा (उत्तराखंड राज्य शिक्षक संघ) के अध्यक्ष प्रोफेसर ललित तिवारी और महासचिव डॉ. विजय कुमार ने भी विशेष रूप से उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित कीं। यह न केवल मेघा की व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि डीएसबी परिसर, नैनीताल और एसएसजे विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा के लिए भी गर्व का विषय है।


मेघा भंडारी का शैक्षणिक सफर और प्रेरणा

मेघा भंडारी की इस सफलता के पीछे उनकी अथक मेहनत और समर्पण की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने शिक्षा के प्रति अपने समर्पण से यह सिद्ध किया है कि धैर्य, लगन और सही मार्गदर्शन के माध्यम से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उनके शोध-निर्देशक, प्रोफेसर एसपीएस बिष्ट का मार्गदर्शन उनके इस सफर में प्रेरणादायक साबित हुआ है।

मेघा भंडारी के यू-सेट और नेट की परीक्षाओं में सफल होने से यह स्पष्ट होता है कि वह न केवल एक कुशल शोधकर्ता हैं, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान देने की क्षमता भी रखती हैं। उनकी इस सफलता से विभागीय छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे अपने भविष्य के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए और अधिक उत्साह से प्रयास करेंगे।


जंतु विज्ञान के क्षेत्र में मेघा की संभावनाएं

जंतु विज्ञान के क्षेत्र में शोध और अध्यापन के असीम अवसर हैं। मेघा भंडारी की इस सफलता से उनके आगे अध्यापन और शोध के क्षेत्र में नई संभावनाओं के द्वार खुल गए हैं। NET और U-SET जैसी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करना न केवल प्रोफेसर बनने का मार्ग प्रशस्त करता है, बल्कि जैव विविधता, पर्यावरण संरक्षण, और जीव विज्ञान के अनुसंधान में भी उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करेगा।

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आज के समय में, जब विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है, मेघा जैसी छात्राएं अकादमिक जगत में नई ऊंचाइयों को छूने की प्रेरणा देती हैं। उनकी यह सफलता अन्य छात्र-छात्राओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनेगी।


विभागीय माहौल में खुशी का माहौल

विभाग के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के बीच इस उपलब्धि को लेकर हर्ष और गर्व का माहौल देखा गया। मिष्ठान वितरण के साथ मेघा के उज्जवल भविष्य की कामना की गई और सभी ने मिलकर यह संकल्प लिया कि वे भी अपने-अपने क्षेत्र में ऐसे ही समर्पण और मेहनत से कार्य करेंगे।

विभागीय प्रमुख प्रोफेसर एचसीएस बिष्ट ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा, “मेघा भंडारी की सफलता हम सबके लिए गर्व का विषय है। उनकी यह उपलब्धि जंतु विज्ञान विभाग के हर छात्र-छात्रा के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह हमें यह संदेश देती है कि अगर हम निरंतर मेहनत करें और सही दिशा में प्रयास करें, तो कोई भी लक्ष्य कठिन नहीं होता।”


निष्कर्ष: भविष्य की संभावनाएं और विभाग की प्रगति research student megha bhandari

मेघा भंडारी की इस सफलता से न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन में नए अवसर उत्पन्न होंगे, बल्कि यह डीएसबी परिसर और एसएसजे विश्वविद्यालय के लिए भी गौरव का क्षण है। उनकी इस उपलब्धि से जंतु विज्ञान विभाग की प्रतिष्ठा और बढ़ेगी और अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी।

यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि सही मार्गदर्शन, कड़ी मेहनत और आत्म-विश्वास के माध्यम से कोई भी छात्र बड़ी से बड़ी परीक्षा को सफलतापूर्वक पार कर सकता है। विभागीय शिक्षकों और साथियों की शुभकामनाओं के साथ मेघा भंडारी का यह सफर यहीं समाप्त नहीं होता, बल्कि अकादमिक और शोध के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। research student megha bhandari


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