Prayagraj Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ 2025; उत्तराखंड मंडपम की भव्यता और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का दौरा : ukjosh

Prayagraj Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ 2025; उत्तराखंड मंडपम की भव्यता और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का दौरा


प्रयागराज महाकुंभ 2025 (Prayagraj Maha Kumbh 2025): महाकुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम है, जहां करोड़ों श्रद्धालु एकत्रित होकर आस्था की डुबकी लगाते हैं। प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 में उत्तराखंड सरकार द्वारा स्थापित उत्तराखंड मंडपम विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। हाल ही में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रयागराज पहुंचकर उत्तराखंड मंडपम का दौरा किया और इसकी व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री का प्रयागराज दौरा Prayagraj Maha Kumbh 2025

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 में उत्तराखंड मंडपम का अवलोकन किया। उन्होंने तीर्थयात्रियों से संवाद स्थापित कर उनकी सुविधा और अनुभव के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड मंडपम की व्यवस्था की सराहना की और कहा कि यह मंडपम उत्तराखंड की संस्कृति, परंपराओं और आध्यात्मिक धरोहर को विश्व के समक्ष प्रस्तुत करने का एक उत्तम प्रयास है।

Fagotsav: नैनीताल में 29वां फागोत्सव: रंगों और संस्कृति का भव्य आयोजन 6 से 15 मार्च 2025 तक

उत्तराखंड मंडपम: श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधा

उत्तराखंड सरकार द्वारा स्थापित उत्तराखंड मंडपम में तीर्थयात्रियों को कई महत्वपूर्ण सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं:

  1. आवासीय सुविधा: श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए स्वच्छ एवं सुरक्षित आवास व्यवस्था की गई है।
  2. भोजन सेवा: यात्रियों को निशुल्क या सस्ती दरों पर भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
  3. जानकारी केंद्र: महाकुंभ के दौरान विभिन्न अनुष्ठानों और आयोजनों की जानकारी प्रदान करने के लिए विशेष केंद्र स्थापित किए गए हैं।
  4. स्वास्थ्य सुविधाएं: प्राथमिक चिकित्सा और आपातकालीन सेवाओं के लिए मेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है।

उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन Prayagraj Maha Kumbh 2025

उत्तराखंड मंडपम सिर्फ एक विश्राम स्थल नहीं है, बल्कि यह राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं को दर्शाने वाला केंद्र भी है। यहां निम्नलिखित विशेषताएँ देखने को मिलती हैं:

1. लोक कला एवं संस्कृति

उत्तराखंड मंडपम में राज्य की पारंपरिक नृत्य और संगीत प्रस्तुतियाँ की जा रही हैं, जिनमें “छोलिया नृत्य”, “जागर गायन” और “हिलजात्रा” जैसे प्रसिद्ध सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल हैं।

2. धार्मिक और ऐतिहासिक चित्रण

यहां उत्तराखंड के प्रमुख तीर्थ स्थलों जैसे केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब का धार्मिक चित्रण किया गया है। इससे श्रद्धालुओं को उत्तराखंड की धार्मिक यात्रा के बारे में जानने का अवसर मिलता है।

3. पारंपरिक उत्पादों का प्रदर्शन

उत्तराखंड की पारंपरिक हस्तकला, बांस और लकड़ी के उत्पाद, अंगोरा ऊन से बनी वस्त्र सामग्री, और मसाले जैसे कि झंगोरा, मंडुआ आदि के स्टॉल लगाए गए हैं। इससे स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने का अवसर मिल रहा है।

महाकुंभ 2025 में उत्तराखंड की भूमिका

उत्तराखंड सरकार ने महाकुंभ में अपने राज्य की महत्ता को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड मंडपम के माध्यम से उत्तराखंड की “देवभूमि” की छवि को और सुदृढ़ किया जा रहा है। उत्तराखंड की संस्कृति और आध्यात्मिक महत्व को दर्शाने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिससे महाकुंभ में आने वाले लोग उत्तराखंड की अनूठी संस्कृति से परिचित हो सकें।

Career Guidance: रुद्रप्रयाग के हड़ेतीखाल विद्यालय में कैरियर मार्गदर्शन एवं सामुदायिक सहभागिता कार्यक्रम आयोजित

मुख्यमंत्री के निर्देश और योजनाएँ

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड मंडपम में चल रही व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए कुछ महत्वपूर्ण निर्देश दिए:

  1. तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए अतिरिक्त शौचालय और स्नानगृह बनाए जाएँ।
  2. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पर्याप्त संख्या में पुलिस और स्वयंसेवकों की तैनाती की जाए।
  3. उत्तराखंड मंडपम में आने वाले श्रद्धालुओं को राज्य के पर्यटन स्थलों के बारे में जागरूक किया जाए, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिले।
  4. राज्य के पारंपरिक खाद्य पदार्थों को अधिक प्रचारित किया जाए, जिससे स्थानीय उत्पादों की बिक्री बढ़े।

महाकुंभ 2025: आध्यात्मिकता और पर्यटन का संगम Prayagraj Maha Kumbh 2025

महाकुंभ 2025 केवल धार्मिक अनुष्ठानों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक बड़े पर्यटन मेले का रूप ले चुका है। उत्तराखंड मंडपम की स्थापना से उत्तराखंड राज्य के पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने का भी प्रयास किया जा रहा है।

1. उत्तराखंड पर्यटन को बढ़ावा

उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल जैसे मसूरी, नैनीताल, औली, चार धाम यात्रा, कौसानी, पिथौरागढ़ आदि की जानकारी दी जा रही है, जिससे पर्यटकों को राज्य के विविध स्थलों के बारे में जानकारी मिल रही है।

2. धार्मिक पर्यटन का प्रचार

उत्तराखंड धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र है। महाकुंभ में उत्तराखंड मंडपम के माध्यम से चारधाम यात्रा, पंच प्रयाग यात्रा और मानसरोवर यात्रा के बारे में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।

3. जैविक और पारंपरिक कृषि उत्पादों का बढ़ावा

उत्तराखंड में उगाए जाने वाले जैविक खाद्य पदार्थ जैसे झंगोरा, मंडुआ, पहाड़ी दालें और मसाले को श्रद्धालुओं तक पहुँचाने के लिए विशेष स्टॉल लगाए गए हैं। इससे किसानों और स्थानीय उत्पादकों को आर्थिक लाभ मिल रहा है।

Prayagraj Maha Kumbh 2025

प्रयागराज महाकुंभ 2025 में उत्तराखंड सरकार द्वारा स्थापित उत्तराखंड मंडपम श्रद्धालुओं के लिए एक अद्भुत अनुभव प्रस्तुत कर रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड मंडपम न केवल राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रख रहा है। उत्तराखंड मंडपम में मिल रही सुविधाएँ, पारंपरिक उत्पादों का प्रदर्शन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन इसे महाकुंभ का एक विशेष आकर्षण बना रहा है। उत्तराखंड सरकार की यह पहल निश्चित रूप से राज्य की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगी।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

वीर नारियों की समस्याओं के समाधान के लिए असम राइफल्स का नया कदम इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के इस नए युग में, एका मोबिलिटी की पहल भारत को स्थायी परिवहन के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व प्रदान करने के लिए तैयार है। Best Salons New Style Unisex Salon in Dehradun City, Dehradun बाल झड़ना और गंजापन; सेबोरिक उपचार होम्योपैथी से बिना साइड इफेक्ट्स, 100% परिणाम Technological Innovation: Launch of the “Eternal Guru” AI Chatbot Kasturi Winter Kauthig 2024: A Celebration of Uttarakhand’s Rich Culture and Heritage CM ने हरिद्वार में मारा 6; कुम्भ नगरी में राष्ट्रीय खेलों की तैयारी शुरू; खिलाडियों ने जताई खुशियां भारत में क्रिसमस को हर धर्म और समुदाय के लोग उत्साह के साथ मनाते हैं।