Pooja Chand Scientist-B: कुमाऊं विश्वविद्यालय की मेधावी छात्रा का वैज्ञानिक बी पद पर चयन : ukjosh

Pooja Chand Scientist-B: कुमाऊं विश्वविद्यालय की मेधावी छात्रा का वैज्ञानिक बी पद पर चयन


भारत में वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के तहत प्रतिभाशाली शोधार्थियों को अवसर प्रदान किए जाते हैं। इसी क्रम में, कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर, नैनीताल की शोध छात्रा पूजा चंद (Pooja Chand Scientist-B ) ने अपने उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन और मेहनत के बल पर लोक सेवा आयोग, नई दिल्ली के माध्यम से जल शक्ति मंत्रालय, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग के तहत केंद्रीय जल एवं विद्युत अनुसंधान केंद्र (CWPRS), पुणे में वैज्ञानिक बी (पृथ्वी विज्ञान) के पद पर चयनित होकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।

यह उपलब्धि केवल पूजा चंद के लिए ही नहीं, बल्कि उनके परिवार, कुमाऊं विश्वविद्यालय और पूरे उत्तराखंड राज्य के लिए गर्व की बात है।


पूजा चंद की शैक्षणिक यात्रा Pooja Chand Scientist-B

पूजा चंद की सफलता उनके कठोर परिश्रम और समर्पण का परिणाम है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद कुमाऊं विश्वविद्यालय से बीएससी (B.Sc.) और एमएससी (M.Sc.) की डिग्री प्राप्त की। Pooja Chand Scientist-B

उनकी उच्च शिक्षा और शोधकार्य के प्रति रुचि को देखते हुए, उन्होंने डीएसबी परिसर, नैनीताल के भूगर्भ विभाग में प्रोफेसर राजीव उपाध्याय के निर्देशन में पीएचडी करने का निर्णय लिया। उनकी शोध यात्रा के दौरान, उन्होंने पृथ्वी विज्ञान से जुड़े विभिन्न विषयों पर गहन अध्ययन किया और अपने शोधकार्य को नए आयाम दिए।

उनका यह प्रयास रंग लाया और अब वे भारत सरकार के प्रतिष्ठित संस्थान, केंद्रीय जल एवं विद्युत अनुसंधान केंद्र, पुणे में वैज्ञानिक बी (पृथ्वी विज्ञान) के रूप में अपनी सेवाएं देंगी।

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परिवार का शैक्षणिक एवं वैज्ञानिक पृष्ठभूमि से संबंध

पूजा चंद एक ऐसे परिवार से संबंध रखती हैं, जहां शिक्षा और विज्ञान का विशेष महत्व रहा है। उनके परिवार में कई सदस्य शैक्षणिक और प्रशासनिक पदों पर कार्यरत हैं:

ससुर: बिशन बिष्ट – भीमताल परिसर के निदेशक पद पर कार्यरत।
सास: राधा बिष्ट – कुमाऊं विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग में कार्यरत।
पति: हरीश बिष्ट – डीएसबी परिसर के पूर्व छात्र, वर्तमान में उत्तराखंड सरकार में भूवैज्ञानिक के रूप में कार्यरत।

इस प्रकार, उनके परिवार की शैक्षणिक और वैज्ञानिक विरासत ने भी उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।


वैज्ञानिक बी के पद पर चयन का महत्व

पूजा चंद का वैज्ञानिक बी (पृथ्वी विज्ञान) के पद पर चयन एक अत्यंत प्रतिष्ठित उपलब्धि है। इस पद के अंतर्गत वे भारत की जल संसाधन प्रबंधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण परियोजनाओं में योगदान देंगी। Pooja Chand Scientist-B

CWPRS पुणे भारत सरकार का एक प्रमुख अनुसंधान संस्थान है, जो जल शक्ति मंत्रालय के तहत कार्य करता है। यह संस्थान जलविद्युत, नदी संरक्षण, समुद्री अध्ययन, और अन्य जल-संबंधित परियोजनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पूजा चंद के इस पद पर चयनित होने से यह स्पष्ट है कि वे अपने अनुसंधान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के कारण देश की जल संसाधन नीति और प्रबंधन में योगदान देने वाली प्रमुख वैज्ञानिकों में से एक बनेंगी।


पूजा चंद की सफलता पर खुशी और बधाई संदेश

पूजा चंद की इस बड़ी उपलब्धि पर डीएसबी परिसर, नैनीताल और कुमाऊं विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों, शोधकर्ताओं और प्रशासनिक अधिकारियों ने खुशी जताई और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

कूटा (KUTA) और यूटा (UTA) अध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी
डॉ. विजय कुमार
प्रो. नीलू लोधीयाल
डॉ. दीपक कुमार
डॉ. संतोष कुमार
डॉ. पैनी जोशी
डॉ. दीपिका पंत
डॉ. अनिल बिष्ट
डॉ. उमंग
डॉ. रितेश साह
डॉ. युगल जोशी
डॉ. शिवांगी और डॉ. दीपाक्षी जोशी

इन सभी शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं ने पूजा चंद की सफलता पर हर्ष व्यक्त किया और उन्हें इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।


महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत

पूजा चंद की सफलता उत्तराखंड की युवा महिलाओं और छात्राओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत है।

➡️ पृथ्वी विज्ञान और जल संसाधन प्रबंधन में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए उनका यह चयन एक महत्वपूर्ण कदम है।
➡️ उनका यह सफर दिखाता है कि अगर मेहनत, लगन और सही दिशा में प्रयास किया जाए, तो कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
➡️ उनकी सफलता उन छात्राओं के लिए मार्गदर्शक होगी जो विज्ञान, भूगर्भ अध्ययन और जल संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में करियर बनाना चाहती हैं।


पूजा चंद की सफलता से उत्तराखंड को क्या लाभ होगा?

पूजा चंद का केंद्रीय जल एवं विद्युत अनुसंधान केंद्र, पुणे में वैज्ञानिक बी (पृथ्वी विज्ञान) के रूप में चयन उत्तराखंड के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है।

✅ उत्तराखंड एक पर्वतीय राज्य है, जहां जल संसाधन प्रबंधन और आपदा नियंत्रण महत्वपूर्ण विषय हैं।
✅ पूजा चंद की विशेषज्ञता जल संरक्षण, बाढ़ प्रबंधन और जलविद्युत परियोजनाओं में उत्तराखंड को नई तकनीकों से लाभ पहुंचा सकती है।
✅ इससे राज्य में विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में छात्रों की रुचि बढ़ेगी।


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Pooja Chand Scientist-B

पूजा चंद (Pooja Chand Scientist-B) की यह सफलता सिर्फ उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि पूरे उत्तराखंड और कुमाऊं विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है।

✅ उनकी यह उपलब्धि उन सभी छात्र-छात्राओं को प्रेरित करेगी जो वैज्ञानिक अनुसंधान और सरकारी सेवाओं में अपना करियर बनाना चाहते हैं।
✅ यह दिखाता है कि मेहनत, लगन और सही मार्गदर्शन से कोई भी व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।
✅ उनकी यह उपलब्धि जल संसाधन प्रबंधन, पृथ्वी विज्ञान और गंगा संरक्षण के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगी।

पूजा चंद को उनकी सफलता के लिए ढेरों शुभकामनाएं और उज्ज्वल भविष्य की कामना! 🌿🎉


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