परमानन्द यानी परमात्मा की सामर्थ आत्मदान से मिलता है अपने मुंह से स्वीकार और उस पर विश्वास करों और उसके नियमत इस स्कैंन पर श्रद्धा और विश्वास से अपनी आय का कुछ भाग दान (भेंट) करो आपकी हर इच्छा ईश्वर पूरी हो चुकी है। एक बार करके तो देखो तभी तो ईश्वर को जानोगे।