– सुशील कुमार जोश | www.uttrakhandjosh.com
ताज़ा सैन्य हमले Operation Rising Lion
13 जून 2025 को इस्राइल ने Operation Rising Lion नामक बड़े पैमाने पर एयरस्ट्राइक अभियान शुरू किया, जिसमें ईरान के न्यूक्लियर और मिसाइल प्रतिष्ठान तथा तेहरान में IRGC मुख्यालय को निशाना बनाया गया। इसके परिणामस्वरूप ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के जनरल Hossein Salami, दो न्यूक्लियर वैज्ञानिकों सहित कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मारे गए इस नेशनल-सेक्योरिटी ऑपरेशन को इस्राइल ने “आत्मरक्षा” करार दिया, क्योंकि ईरान पर परमाणु हथियार बनाने का आरोप लगाया जा रहा था ।
इस्राइल‑ईरान का ऐतिहासिक संघर्ष
चार दशकों का द्विपक्षीय इतिहास
-
1979: ईरान की इस्लामी क्रांति के बाद, दोनों देशों के संबंध अचंभित हो गए; ईरान ने ‘रेज़िस्टेंस एक्सिस’ गठबंधन में हमास, हिज़बुल्लाह को समर्थन देना शुरू किया ।
-
2000s: साइबर हमले जैसे ‘स्टक्सनेट’ और ईरान के परमाणु शोध केंद्रों पर छुपे हमले दोनों तरफ की रणनीति बन गए ।
-
2020: अमेरिकी ड्रोन ने ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया; जो इस्राइल द्वारा प्रशंसित था time.com+4drishtiias.com+4the-sun.com+4।
अघोषित लड़ाई – घुसपैठ, राजनयिक हमले
-
1 अप्रैल 2024: इस्राइल की एक एयरस्ट्राइक ने दमिश्क में ईरानी कांसुलेट परिसर को तबाह कर दिया ।
-
13 अप्रैल 2024: ईरान ने प्रतिशोध स्वरूप इस्राइल पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया (Operation True Promise) reddit.com+4en.wikipedia.org+4en.wikipedia.org+4।
-
26 अक्टूबर 2024: Operation Days of Repentance के तहत इस्राइल ने ईरानी मिसाइल-फैक्ट्रियों और रक्षा ढांचे को निशाना बनाया en.wikipedia.org।
Operation Rising Lion: घटना की विस्तृत समीक्षा
हमले की तैयारी
-
इस्राइल ने अमेरिकी इंटेलीजेंस साझा डेटा के आधार पर ईरान के Natanz परमाणु संयंत्र और Teheran में IRGC मुख्यालय को निशाना बनाया
-
प्राथमिक लक्ष्य: Hossein Salami तथा न्यूक्लियर वैज्ञानिक, जिनपर परमाणु हथियारों का काम लगभग पूरा कर लिया था
हमले का निष्पादन
-
हमले की शुरुआत आज सुबह हुई; विस्फोटों की आवाज़ पूरे तेहरान में सुनी गई ।
-
इस्राइली एयर फोर्स ने F‑35 व रिफ्युलिंग विमानों का इस्तेमाल किया ।
-
ईरान का एयरस्पेस बंद, तेल की कीमतों में तेजी (+7–10%), तेल व वित्तीय बाज़ारों में भारी अस्थिरता आई
शहीदों की संख्या एवं हाई-प्रोफाइल मौत
-
Hossein Salami, IRGC कमांडर, सहित अन्य सैन्य एवं न्यूक्लियर विग्यानिकों की मृत्यु की पुष्टि ईरानी मीडिया द्वारा की गई
-
आतंकवाद रोधी कार्रवाई बताते हुए, इस्राइल ने इसे “आत्मरक्षा के लिए अनिवार्य” करार दिया ।
वैश्विक प्रतिक्रिया Operation Rising Lion
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ
-
अमेरिका: मैक्रो रुबियो सहित कई अधिकारी ने इस्राइल की कार्रवाई को एकतरफा बताते हुए सावधानी बरतने का आह्वान किया; राष्ट्रपति ट्रम्प ने भी ड्रॉअउट कर कटु किया माना ।
-
यूरोप: ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड समेत कई देशों ने इस्लमिक प्रतिक्रिया की आशंका जताकर संदिग्धता व्यक्त की ।
-
एफ़टी द्वारा अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक नेता: यूएन, संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने वक्षिप्त भी दुख व्यक्त किया ।
बाज़ारों एवं अर्थव्यवस्था पर असर Operation Rising Lion
-
तेल में 7–10% की तेजी से अर्थव्यवस्था को गंभीर सदमे का संकेत मिला ।
-
यूएस स्टॉक फ्यूचर्स गिराव, सोना रिकॉर्ड उच्च, बिटकॉइन में अस्थिरता देखी गई ।
भविष्य की संभावनाएँ
1 क्या होगी ईरानी प्रतिक्रिया?
-
आयातोल्ला खामेनेई ने “भारी प्रतिक्रिया” की चेतावनी दी है; मिसाइल, ड्रोन हमले की संभावना बनी हुई है ।
-
इन प्रतिक्रियाओं से पूरे मध्य पूर्व में विस्तार का डर है, जिसमें सैन्य, कूटनीतिक तंत्र फंसा सकते हैं।
2 भारत व अन्य देशों के लिए चुनौतियाँ
-
भारत का तेल आयात ईरान से प्रभावित होने वाला है; स्ट्रेट ऑफ़ होर्मुज़ से ट्रैफिक प्रभावित हो सकता है ।
-
भारत-इस्राइल सुरक्षा व रक्षा साझेदारी प्रभावित हो सकती है, जबकि ईरान के साथ व्यापारिक दृष्टिकोण जटिल हो सकता है ।
Operation Rising Lion Result
Operation Rising Lion ने इस्राइली इरादा स्पष्ट किया – परमाणु खतरे को एक निर्णायक ‘पहले हमले’ से रोकना। इस ऐतिहासिक कार्रवाई के परिणाम स्वरूप ईरान में सक्रिय प्रतिक्रिया की आशंका बनी हुई है, जो केवल क्षेत्रीय संघर्ष नहीं, बल्कि वैश्विक तेल, वित्त व स्थिरता को प्रभावित कर सकती है।
इतिहास ने दिखाया है कि दोनों राष्ट्रों की ‘शैडो-वार’, हिट-एंड-रिट्रीट रणनीतियाँ जब खुली लड़ाई में बदलती हैं, तो परिणाम हमेशा व्यापक और अप्रत्याशित हो सकते हैं। अतः अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा शांतिदूतों व कूटनीतिक दबाव की भूमिका बड़ा महत्व लेती है।
Be careful: Nothing is truly free- सच्चा सुख उसी को मिलता है जो ईश्वर को उसका पहला हिस्सा देता है