Online Admission Process उत्तराखंड में उच्च शिक्षा के लिए ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया: एक व्यापक दृष्टिकोण
उत्तराखंड राज्य में उच्च शिक्षा के प्रति सरकार का दृष्टिकोण एवं प्रतिबद्धता हर वर्ष नई ऊँचाइयाँ छू रहा है। इसी क्रम में, शिक्षा सत्र 2024-25 के लिए स्नातक प्रथम सेमेस्टर की प्रवेश प्रक्रिया का आयोजन समर्थ पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा है। राज्य के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने नई शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत उच्च शिक्षा की गुणवत्ता और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए इस पहल की शुरुआत की है।
समर्थ पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण Online Admission Process
सूबे के समस्त शासकीय, अशासकीय, निजी महाविद्यालयों एवं राज्य विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया अब पूरी तरह से ऑनलाइन माध्यम से संचालित की जा रही है। नव प्रवेशित छात्र-छात्राएं 31 मई 2024 तक समर्थ पोर्टल पर अपने स्नातक कक्षाओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के तहत, कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल, दून विश्वविद्यालय देहरादून, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोडा एवं श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, टिहरी सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों में एक समान प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
प्रवेश प्रक्रिया का संचालन
पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद, 01 जून से 20 जून 2024 तक विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में मेरिट के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया संचालित की जाएगी। इस अवधि में, मेरिट लिस्ट, काउंसलिंग, एवं प्रवेश शुल्क का भुगतान आदि प्रक्रियाएं सम्पन्न होंगी। इसके पश्चात, 13 जुलाई से विधिवत शैक्षिक सत्र की शुरुआत की जाएगी।
स्टूडेंट फैसिलिटी सेंटर की स्थापना
नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं को किसी भी प्रकार की समस्या से बचाने के लिए सभी शिक्षण संस्थानों में स्टूडेंट फैसिलिटी सेंटर स्थापित किये गए हैं। यह केंद्र छात्रों को पंजीकरण और प्रवेश से संबंधित सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे। विभागीय उच्चाधिकारियों को इन केंद्रों के सफल संचालन के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
“एक प्रदेश, एक प्रवेश, एक परीक्षा, एक परिणाम, व एक दीक्षांत”
राज्य के सरकारी विश्वविद्यालयों में एकरूपता लाने के उद्देश्य से “एक प्रदेश, एक प्रवेश, एक परीक्षा, एक परिणाम, व एक दीक्षांत“ के तहत समर्थ गवर्नेंस पोर्टल लागू किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से विगत वर्ष सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं, जो इस वर्ष भी जारी रहने की उम्मीद है। इसका मकसद है कि सभी छात्रों को समान अवसर और संसाधन प्राप्त हो सकें।
सरकार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के सभी युवाओं को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा प्रदान करना है। विभागीय अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि स्नातक कक्षाओं में प्रवेश से कोई भी युवा वंचित न रह जाए। इसी क्रम में, सचिव उच्च शिक्षा शैलेश बगोली ने समस्त राजकीय विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों एवं निदेशक उच्च शिक्षा को समर्थ पोर्टल का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं।
प्रचार-प्रसार की व्यापकता
समर्थ पोर्टल का लिंक और क्यूआर कोड विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों की वेबसाइट पर प्रदर्शित किया गया है। इसके अलावा, उच्च शिक्षण संस्थानों के निकटस्थ इंटरमीडिएट विद्यालयों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पंचायत प्रतिनिधियों, पूर्व छात्र समूहों, व्यापार मण्डल आदि के माध्यम से भी पोर्टल का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसका उद्देश्य है कि अधिक से अधिक छात्रों को इस पोर्टल के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया के बारे में जानकारी मिल सके और वे आसानी से पंजीकरण कर सकें।
छात्रों की सुविधा के लिए व्यवस्थाएं
सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में स्टूडेंट फैसिलिटी सेंटर की स्थापना अनिवार्य कर दी गई है ताकि छात्रों को पंजीकरण और प्रवेश के समय किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। यह केंद्र न केवल छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे बल्कि उन्हें तकनीकी सहायता भी उपलब्ध कराएंगे।
निष्कर्ष
उत्तराखंड में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में इस नई पहल ने एक नई दिशा प्रदान की है। समर्थ पोर्टल के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया को पारदर्शी और सुगम बनाना राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह न केवल छात्रों को आसानी से पंजीकरण और प्रवेश की सुविधा प्रदान करता है बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता और समानता को भी बढ़ावा देता है। सरकार और शिक्षा विभाग की इस पहल से भविष्य में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और अधिक से अधिक छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।