Bachelor’s Degree in Bhagavad Gita अब इग्नू से करें भगवदगीता में स्नातकोत्तर डिग्री
प्रवेश की अंतिम तिथि – 31 जुलाई, 2024
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने जुलाई 2024 सत्र से एम.ए. भगवदगीता अध्ययन (MABGS) कार्यक्रम शुरू किया है। भगवदगीता भारतीय ज्ञानपरंपरा (Bachelor’s Degree in Bhagavad Gita) का सार ग्रंथ है, जिसमें संपूर्ण भारतीय चिंतन परंपरा का ज्ञान निहित है। यह एक निर्विवाद ज्ञानग्रंथ है, जिसमें ब्रह्मसूत्र, षड्दर्शन, उपनिषदों का ज्ञान, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक ज्ञान समाहित हैं।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इग्नू क्षेत्रीय केंद्र, देहरादून के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनिल कुमार डिमरी ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मान्य शिक्षा मार्गों, विषयों और विविध ज्ञान-विज्ञान के पक्षों को समाज के सभी वर्गों की शिक्षा के लिए प्रस्तुत करना इस कार्यक्रम का प्रयोजन है। भारतीय विद्याओं के मर्म को पूरी तरह समझकर प्रायोगिक ज्ञान के साथ श्रेष्ठ व्यक्तित्व सम्पन्न शिक्षित नागरिक का निर्माण भगवद्गीता के इस कार्यक्रम से संभव हो सकेगा।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएँ
1. कार्यक्रम का माध्यम: कार्यक्रम का माध्यम हिंदी है, जिससे हिंदी भाषी छात्रों को इस महान ग्रंथ का गहन अध्ययन करने में सुविधा होगी।
2. क्रेडिट और अवधि: यह कार्यक्रम कुल 80 क्रेडिट का है। इसे पूर्ण करने की न्यूनतम अवधि 02 वर्ष और अधिकतम 04 वर्ष निर्धारित की गई है।
3. पात्रता: किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की परीक्षा में उत्तीर्ण शिक्षार्थी इस कार्यक्रम में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं।
प्रवेश प्रक्रिया
इस कार्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए इच्छुक शिक्षार्थी निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं:
- ऑनलाइन आवेदन: शिक्षार्थी दिए गए लिंक https://ignouadmission.samarth.edu.in/ पर जाकर ‘Programme Information’ पर क्लिक करके विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं एवं प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- संपर्क सूत्र: अधिक जानकारी के लिए शिक्षार्थी हमारे कार्यालय के दूरभाष नंबर 0135-2789200 पर कॉल करके भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
कार्यक्रम की संरचना Bachelor’s Degree in Bhagavad Gita
यह एम.ए. भगवदगीता अध्ययन कार्यक्रम छात्रों को भगवदगीता के विभिन्न पहलुओं का गहन अध्ययन प्रदान करेगा। इसमें शामिल हैं:
- दर्शनशास्त्र: भगवदगीता के दर्शनशास्त्र का विस्तृत अध्ययन, जिसमें ब्रह्मसूत्र, षड्दर्शन और उपनिषदों के साथ संबंध को समझना शामिल है।
- वैज्ञानिक दृष्टिकोण: भगवदगीता में निहित वैज्ञानिक तथ्यों और सिद्धांतों का विश्लेषण।
- सांस्कृतिक अध्ययन: भारतीय संस्कृति और परंपराओं के संदर्भ में भगवदगीता की भूमिका।
- प्रायोगिक ज्ञान: भगवदगीता के सिद्धांतों का जीवन में प्रायोगिक अनुप्रयोग और उनके माध्यम से व्यक्तित्व विकास।
अध्ययन सामग्री और सहायता
इग्नू छात्रों को उच्च गुणवत्ता की अध्ययन सामग्री प्रदान करेगा, जो डिजिटल और प्रिंट दोनों रूपों में उपलब्ध होगी। साथ ही, इग्नू विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफार्मों के माध्यम से छात्रों को मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करेगा।
भविष्य की संभावनाएँ
इस कार्यक्रम को पूर्ण करने के बाद, छात्रों के पास विभिन्न क्षेत्रों में करियर बनाने के अवसर होंगे:
- शिक्षा: उच्च शिक्षा संस्थानों में अध्यापन।
- शोध: भारतीय दर्शन और भगवदगीता पर शोध कार्य।
- प्रबंधन और नेतृत्व: भगवदगीता के सिद्धांतों का उपयोग करके प्रबंधन और नेतृत्व कौशल में सुधार।
Bachelor’s Degree in Bhagavad Gita अब इग्नू से करें भगवदगीता में स्नातकोत्तर डिग्री
भगवदगीता में स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रम इग्नू का एक अद्वितीय प्रयास है, जो छात्रों को भारतीय ज्ञान परंपरा का गहन अध्ययन प्रदान करता है। इस कार्यक्रम से न केवल छात्रों का शैक्षिक विकास होगा, बल्कि वे एक श्रेष्ठ व्यक्तित्व सम्पन्न शिक्षित नागरिक के रूप में समाज में योगदान करने के लिए सक्षम होंगे। यदि आप भी इस महान ग्रंथ का गहन अध्ययन करना चाहते हैं और अपने व्यक्तित्व का विकास करना चाहते हैं, तो 31 जुलाई, 2024 से पहले प्रवेश के लिए आवेदन करें और इस अद्वितीय अवसर का लाभ उठाएं।