Living With Nature: नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन लिविंग विद नेचर (LNSWSEC-2024): प्रकृति के साथ सामंजस्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल
नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन लिविंग विद नेचर (Living With Nature): सॉयल, वॉटर, एंड सोसाइटी इन इकोसिस्टम कंजर्वेशन (LNSWSEC-2024) का आयोजन भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संघ (IASWC), देहरादून द्वारा ICAR-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान (ICAR-IISWC), देहरादून के सहयोग से किया जा रहा है। यह सम्मेलन 20-22 जून, 2024 को हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र, देहरादून में आयोजित होगा। इस सम्मेलन का उद्देश्य वैज्ञानिकों, हितधारकों और किसानों को संसाधन संरक्षण और खाद्य उत्पादन प्रणाली के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करना है।
उद्घाटन समारोह Living With Nature
सम्मेलन का उद्घाटन माननीय उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी 20 जून, 2024 को सुबह 10:30 बजे करेंगे। उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथियों में उत्तराखंड विधानसभा की माननीय अध्यक्ष श्रीमती रितु खंडूरी भूषण, UCOST के महानिदेशक डॉ. दुर्गेश पंत, NABARD, देहरादून के महाप्रबंधक डॉ. सुमन कुमार और वाटरशेड मैनेजमेंट निदेशालय, देहरादून की परियोजना निदेशक सुश्री नीना ग्रेवाल शामिल होंगे।
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सम्मेलन के उद्देश्य और मुख्य विषय Living With Nature
ICAR-IISWC के निदेशक और आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. एम. मधु, आयोजन सचिव इंजीनियर एस.एस. श्रीमाली और डॉ. राजेश कौशल ने बताया कि यह सम्मेलन वैज्ञानिकों, हितधारकों और किसानों को विभिन्न वैज्ञानिक पेशे और प्लेटफार्मों से जोड़कर संसाधन संरक्षण और देश में खाद्य उत्पादन प्रणाली के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेगा। इसका मुख्य उद्देश्य प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करना है। सम्मेलन के चार मुख्य विषय होंगे:
- संसाधन मूल्यांकन और सूची में रुझान
- मृदा और जल का स्थायी प्रबंधन
- पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएं और जलवायु लचीलापन
- समाज, नीति और शासन
विशेष सत्र
सम्मेलन में कुछ विशेष सत्र भी आयोजित किए जाएंगे, जिनमें प्रमुख हैं:
- IWMI, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित सतत भूमि, जल और समाज के लिए कृषि पारिस्थितिकीय संक्रमण
- INBAR, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित संसाधन संरक्षण, भूमि पुनर्स्थापन और आजीविका सुरक्षा के लिए बांस
- NBA, चेन्नई द्वारा प्रायोजित 2050 की ओर जैवविविधता संरक्षण
सम्मेलन के प्रतिभागी और प्रायोजक
इस सम्मेलन में ICAR संस्थानों, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, NBA जैसी राष्ट्रीय एजेंसियों और INBAR जैसी अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के लगभग 350 वैज्ञानिक और विद्वान, साथ ही प्रगतिशील किसान भाग लेंगे। ये सभी प्राकृतिक संसाधन संरक्षण, मृदा-जल संरक्षण और आजीविका विकल्पों के विविध पहलुओं पर चर्चा करेंगे। सम्मेलन को 12 से अधिक क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों द्वारा प्रायोजित किया गया है, जिनमें ICAR, जल शक्ति मंत्रालय, भूमि संसाधन विभाग, अंतर्राष्ट्रीय जल प्रबंधन संस्थान (IWMI), नई दिल्ली, राष्ट्रीय जैवविविधता प्राधिकरण (NBA), चेन्नई, पौधों की किस्मों के संरक्षण और किसान अधिकार प्राधिकरण (PPVFRA), नई दिल्ली, UCOST, USERC, वाटरशेड मैनेजमेंट निदेशालय, देहरादून, अंतर्राष्ट्रीय बांस और रतन संगठन (INBAR) के अलावा IASWC और ICAR-IISWC, देहरादून शामिल हैं।
सम्मेलन का महत्व
यह सम्मेलन न केवल संसाधन संरक्षण और खाद्य उत्पादन प्रणाली पर चर्चा करेगा, बल्कि यह विभिन्न वैज्ञानिक प्लेटफार्मों और पेशों के लोगों को एक साथ लाने का एक महत्वपूर्ण अवसर भी है। इस सम्मेलन के माध्यम से प्रतिभागी अपने विचारों और अनुभवों को साझा करेंगे और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए नए दृष्टिकोण और समाधान तलाशेंगे। यह सम्मेलन न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज के विभिन्न वर्गों को प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करने की दिशा में प्रेरित करेगा।
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Living With Nature
नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन लिविंग विद नेचर (LNSWSEC-2024) एक महत्वपूर्ण आयोजन है जो प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और खाद्य उत्पादन प्रणाली में सुधार के लिए नए दृष्टिकोणों की खोज करेगा। यह सम्मेलन वैज्ञानिकों, हितधारकों और किसानों को एक मंच पर लाकर उनके विचारों और अनुभवों को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा। आयोजक सभी इच्छुक पेशेवरों को इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए हार्दिक आमंत्रित करते हैं, जिससे वे संसाधन संरक्षण और प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करने में अपने योगदान को सुनिश्चित कर सकें।