... ...
Happy-Diwali

Nanda Mahotsav उत्तराखण्ड की पावन भूमि पर श्री नंदा देवी महोत्सव; सांस्कृतिक धरोहर का अद्वितीय पर्व


Nanda Mahotsav उत्तराखण्ड की पावन भूमि पर श्री नंदा देवी महोत्सव; सांस्कृतिक धरोहर का अद्वितीय पर्व

Nanda Mahotsav उत्तराखण्ड की पावन भूमि पर अनगिनत त्यौहार और सांस्कृतिक महोत्सव मनाए जाते हैं, जो यहां की परंपराओं, मान्यताओं और आस्थाओं को संजोए रखते हैं। इन्हीं विशेष पर्वों में से एक है श्री नंदा देवी महोत्सव, जो हर साल बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह महोत्सव उत्तराखण्ड की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को समर्पित है, जो देवी नंदा की पूजा और आराधना का प्रतीक है। इस महोत्सव का आयोजन श्री राम सेवक सभा द्वारा किया जाता है, जो न केवल धार्मिक आस्था को प्रदर्शित करता है बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक उत्थान का संदेश भी देता है।

इस वर्ष का श्री नंदा देवी महोत्सव भी कई महत्वपूर्ण घटनाओं और चर्चाओं का केंद्र बना, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े लोग उपस्थित रहे। आइए, इस महोत्सव के विभिन्न पहलुओं और उसमें हुई चर्चाओं पर विस्तार से चर्चा करते हैं।

महोत्सव में हुए प्रमुख आयोजन Nanda Mahotsav

इस वर्ष श्री नंदा देवी महोत्सव में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। फॉरेस्ट ऑफिसर विश्वनाथ साह, जो नैनीताल में जन्मे और पले-बढ़े हैं, ने अपने बचपन के अनुभवों को साझा किया और नंदा महोत्सव की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस महोत्सव को एक ऐसी परंपरा के रूप में वर्णित किया, जो जीवन में सकारात्मकता और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने का माध्यम है।

Landslide in Pithoragarh उत्तराखण्ड में आफतों का दौर: प्राकृतिक आपदाओं से जूझते पहाड़

आशीर्वाद क्लब ने भी महोत्सव में विशेष भूमिका निभाई और सामाजिक सद्भाव पर चर्चा की। इस अवसर पर मोनिका साह, नीलू अल्हंश, और मुन्नी तिवारी ने अपने विचार प्रस्तुत किए, जिसमें उन्होंने समाज में सद्भावना और एकता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।

आर्ट ऑफ लिविंग की भूमिका

श्री नंदा देवी महोत्सव में आर्ट ऑफ लिविंग की टीम ने भी विशेष योगदान दिया। रेशमा टंडन, पूजा, और सुनीता वर्मा ने महोत्सव को “जीवन में खुशियों को बांटने का पर्व” कहा। उनके अनुसार, नंदा देवी महोत्सव केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह जीवन में आनंद और संतुलन लाने का प्रतीक भी है। इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल आध्यात्मिक बल्कि मानसिक और सामाजिक संतुलन को भी बढ़ावा देते हैं।

स्वास्थ्य और जागरूकता पर चर्चा

महोत्सव के दौरान स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का भी संदेश दिया गया। पिंक लेडी आशा शर्मा ने कैंसर के प्रति लोगों को सचेत किया और समय-समय पर जांच कराने की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. किरण चौधरी ने प्राकृतिक रंगों और संस्कृति पर चर्चा की, जिसमें उन्होंने प्राकृतिक जीवनशैली के महत्व पर प्रकाश डाला।

स्वास्थ्य संबंधी चर्चाओं में बीडी पांडे चिकित्सालय के चिकित्सकों का भी विशेष योगदान रहा। डॉ. टी टम्टा, डॉ. सुशील भट्ट, और नेत्र चिकित्सक डॉ. पल्लवी लोहनी ने स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के सुझाव दिए। उन्होंने शरीर को निरोगी रखने के उपायों पर प्रकाश डाला और लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी।

नैनीताल की खासियत पर चर्चा

श्री नंदा देवी महोत्सव में नैनीताल की विशेषता पर भी चर्चा की गई। इसमें पूर्व सभासद डीएन भट्ट, बिहारी साह, और महेश साह सहित अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भाग लिया। उन्होंने नैनीताल के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला और यहां की सुंदरता और रहस्यों के बारे में चर्चा की। यह चर्चा न केवल स्थानीय लोगों बल्कि पर्यटकों के लिए भी काफी जानकारीवर्धक रही। Nanda Mahotsav

Suchana ka Adhikaar Adhiniyam  सूचना का अधिकार अधिनियम की जागरूकता: उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों और महिलाओं के लिए विशेष प्रयास की आवश्यकता

सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ

मां नयना देवी परिसर में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का आयोजन भी इस महोत्सव का प्रमुख आकर्षण रहा। इस धार्मिक अनुष्ठान में सैकड़ों भक्तों ने भाग लिया और भगवान की आराधना की। भगवती प्रसाद जोशी, मुकुल जोशी, कैलाश जोशी, भीम सिंह कार्की, और डॉ. सरस्वती खेतवाल सहित कई अन्य श्रद्धालुओं ने इस अनुष्ठान में सहयोग दिया।

यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि इसने समाज में एकता और भक्ति की भावना को भी प्रबल किया। मां नयना देवी परिसर में हनुमान चालीसा के पाठ से एक दिव्य वातावरण का निर्माण हुआ, जिसने भक्तों के मन में शांति और सौहार्द्र का संचार किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम और पारंपरिक गीत

महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिसमें स्थानीय कलाकारों ने पारंपरिक गीतों और नृत्यों का प्रदर्शन किया। मंजू रौतेला ने ‘सकुनाखर’ गीत प्रस्तुत किया, जो लोगों के बीच काफी लोकप्रिय रहा। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम ने उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित किया और यहां के लोगों की कला और संगीत के प्रति गहरी आस्था को उजागर किया।

पंच आरती और भजन संध्या

महोत्सव के धार्मिक अनुष्ठानों में पंच आरती का आयोजन भी महत्वपूर्ण था, जिसमें कुलपति प्रो दीवान सिंह रावत और कप्तान एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने भाग लिया। इस आरती ने महोत्सव के धार्मिक महत्व को और भी बढ़ा दिया। साथ ही, मंदिर में भजन संध्या का आयोजन भी हुआ, जिसमें ब्रिज मोहन जोशी और राम सेवक सभा के बाल कलाकारों ने भक्ति गीत प्रस्तुत किए। इस भजन संध्या में भाग लेने वाले सभी श्रद्धालुओं ने इस अवसर का भरपूर आनंद लिया और भगवान नंदा देवी की कृपा का अनुभव किया।

महोत्सव का समापन और संदेश

श्री नंदा देवी महोत्सव का समापन विशेष धार्मिक अनुष्ठानों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ। इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता, सद्भावना और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखना है। महोत्सव के दौरान सामाजिक सद्भाव, स्वास्थ्य जागरूकता और नैनीताल की खासियत पर हुई चर्चाओं ने इसे और भी महत्वपूर्ण बना दिया।

Parmeshwar जीवन की चिंताओं को प्रभु पर छोड़ने का संदेश

महोत्सव में उपस्थित सभी लोगों ने एक स्वर में इस बात पर जोर दिया कि नंदा देवी महोत्सव केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह समाज के लिए एक प्रेरणादायक पर्व है। यह पर्व हमें अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ता है और हमें जीवन में सकारात्मकता और शांति का मार्ग दिखाता है।

Nanda Mahotsav

श्री नंदा देवी महोत्सव उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। यह महोत्सव केवल धार्मिक अनुष्ठानों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें सामाजिक जागरूकता, स्वास्थ्य, शिक्षा और संस्कृति से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा होती है। इस प्रकार के आयोजन समाज में एकता और सद्भावना का संदेश देते हैं और हमें अपनी परंपराओं से जोड़े रखते हैं।

इस महोत्सव ने न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उत्तराखण्ड की भूमि पर ऐसे महोत्सवों का आयोजन हमें अपनी सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने और आने वाली पीढ़ियों को इससे परिचित कराने में सहायक सिद्ध होता है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

स्किल उत्तराखण्डः युवाओं को मिले साढ़े तीन लाख रुपए मासिक वेतन के ऑफर Anti Ragging Rally डीएसबी परिसर में एंटी ड्रग्स और एंटी रैगिंग रैली: सामाजिक जागरूकता की एक महत्वपूर्ण पहल छात्रों द्वारा बनाए गए मेहंदी के डिज़ाइनों में पारंपरिक और आधुनिक दोनों प्रकार के डिज़ाइन देखने को मिले Football Tournament 76वें एचएन पांडे इंडिपेंडेंस डे चिल्ड्रन फुटबॉल टूर्नामेंट का आगाज, सैनिक स्कूल ने शानदार प्रदर्शन करते हासिल जीत Gold Price सोने के दामों में 9 फीसदी की कमी; 1 अगस्त से देश में आ जाएगा सस्ता वाला सोना ‘मरद अभी बच्चा बा’ गाना खेसारी लाल यादव और आम्रपाली दुबे की जोड़ी का एक और सुपरहिट गाना Havey Rain उत्तरकाशी में भारी बारिश से तबाही: गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बंद, राहत कार्य जारी Manu Bhaker: कैसे कर्मयोग की शिक्षाएं मनु भाकर की सफलता की कुंजी बनीं