Nagar Nigam Dehradun देहरादून की सफाई व्यवस्था में जिलाधिकारी सोनिका द्वारा किए गए अभूतपूर्व बदलाव
Nagar Nigam Dehradun देहरादून, उत्तराखंड की राजधानी, न केवल अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जानी जाती है, बल्कि यह स्वच्छता और सुंदरता के लिए भी विशेष पहचान रखती है। हाल के वर्षों में बढ़ती जनसंख्या, शहरीकरण और बाहरी निवेशकों की बढ़ती संख्या के कारण शहर में स्वच्छता की व्यवस्था को लेकर चुनौतियां उत्पन्न हो रही थीं। इन चुनौतियों का समाधान करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी (डीएम) सोनिका ने देहरादून की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए एक नयी योजना बनाई है। उन्होंने नगर निगम की कमान संभालते ही सफाई व्यवस्था में व्यापक बदलाव किए, जिनका उद्देश्य केवल ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को सफल बनाना नहीं था, बल्कि दीर्घकालिक आधार पर देहरादून को स्वच्छ और सुंदर बनाना था।
सफाई व्यवस्था में किया गया चार जोन का विभाजन Nagar Nigam Dehradun
जिलाधिकारी सोनिका ने सफाई व्यवस्था को और अधिक संगठित और प्रभावी बनाने के लिए शहर को चार जोन में विभाजित किया। प्रत्येक जोन में एक जोनल अधिकारी नियुक्त किया गया, जो उस जोन की सफाई और अन्य व्यवस्थाओं के लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी होंगे। यह व्यवस्था न केवल सफाई में सुधार लाएगी, बल्कि निगरानी और समीक्षा की प्रक्रिया को भी सशक्त बनाएगी।
- जोन 1: अपर नगर आयुक्त बीर सिंह बुदियाल को रिस्पना पुल से नेहरू कॉलोनी, धर्मपुर, आराघर चौक, प्रिंस चौक, दर्शनी गेट, आढत बाजार, पुलिस लाइन, सर्वे चौक, बहेल चौक, बुद्धा चौक, दर्शन लाल चौक, तिब्बती मार्केट और परेड ग्राउंड जैसे प्रमुख क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है।
- जोन 2: उप नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल को आशारोड़ी से आईएसबीटी, कारगी, सहारनपुर चौक, हर्रावाला, आराघर से माता मंदिर रोड और दून यूनिवर्सिटी मोथोरावाला के क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था सौंपी गई है।
- जोन 3: उप नगर आयुक्त रोहिताश शर्मा को घंटाघर, चकराता रोड, बिंदाल पुल, किशननगर चौक, बल्लुपुर चौक, सहस्त्रधारा हेलीपैड और रायपुर मार्ग की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है।
- जोन 4: मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी अविनाश खन्ना को आईएसबीटी, निरंजनपुर मंडी, एफआरआई और दिलाराम बाजार क्षेत्र की सफाई व्यवस्था का दायित्व दिया गया है।
सफाई व्यवस्था की चार-स्तरीय निगरानी प्रणाली
जिलाधिकारी सोनिका द्वारा सफाई व्यवस्था के लिए चार-स्तरीय निगरानी प्रणाली भी स्थापित की गई है, जिसमें विभिन्न स्तरों पर निरीक्षण और समीक्षा की जाएगी। यह प्रणाली यह सुनिश्चित करेगी कि सफाई कार्यों में कोई कमी न रहे और संबंधित अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को पूरी तरह निभाएं।
- पहला स्तर: प्रत्येक जोनल अधिकारी को अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई का प्रत्यक्ष निरीक्षण करना होगा। उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि सड़कें, फुटपाथ, नालियाँ और सार्वजनिक स्थान साफ-सुथरे रहें।
- दूसरा स्तर: अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) रामजीशरण शर्मा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो सभी जोनल अधिकारियों की रिपोर्ट की समीक्षा करेंगे और सफाई व्यवस्था पर निगरानी रखेंगे।
- तीसरा स्तर: मुख्य विकास अधिकारी हर दिन शाम 5.30 बजे सभी जोनल अधिकारियों से सफाई कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगी।
- चौथा स्तर: जिलाधिकारी सोनिका स्वयं शाम 6.30 बजे सफाई व्यवस्था की समीक्षा करेंगी और अंतिम निर्णय लेंगी कि कहाँ सुधार की आवश्यकता है।
सफाई कार्यों की जिम्मेदारियां और दायित्व
सफाई व्यवस्था के अंतर्गत नामित किए गए सभी अधिकारियों को साफ-सफाई से जुड़े कई अहम कार्य सौंपे गए हैं, जिनमें सड़कों और फुटपाथों की नियमित सफाई, नालियों की सफाई, कचरे का समय पर निपटान, पानी और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव, विद्युत पोलों से अव्यवस्थित तारों और केबलों को व्यवस्थित करना शामिल हैं। Nagar Nigam Dehradun
इसके अतिरिक्त, यह भी सुनिश्चित किया गया है कि सड़कों पर रखे गए कूड़ेदानों से कचरा हर सुबह उठाया जाए, जिससे कि शहर में कोई गंदगी न फैले। जोनल अधिकारियों को हर दिन स्थल का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट जिला आपदा परिचालन केंद्र में जमा करनी होगी।
इस कदम से शहर में कचरा प्रबंधन की व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने की योजना बनाई गई है। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है कि आवंटित क्षेत्रों में कोई कचरा, प्लास्टिक और धूल न हो, और यदि कहीं गंदगी पाई जाती है तो उसे तुरंत साफ किया जाए।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारी
जिलाधिकारी सोनिका द्वारा किए गए यह बदलाव मुख्य रूप से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के मद्देनज़र किए गए हैं, जिसमें देहरादून को एक स्वच्छ, हरा-भरा और सुंदर शहर के रूप में प्रस्तुत करना प्राथमिक उद्देश्य है। इन्वेस्टर्स समिट एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जिसमें देश और विदेश के निवेशक और विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगपति भाग लेने वाले हैं।
सोनिका ने एफआरआई परिसर का भी निरीक्षण किया, जहाँ समिट का आयोजन होना है, और सफाई से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और यह सुनिश्चित किया कि समिट स्थल पर कोई अव्यवस्था न हो।
संपूर्ण सफाई व्यवस्था के अन्य आयाम
जिलाधिकारी द्वारा केवल देहरादून शहर की ही नहीं, बल्कि उसके आसपास के क्षेत्रों जैसे जौलीग्रांट एयरपोर्ट से भानियावाला, लच्छीवाला, और जौलीग्रांट-रानीपोखरी-थानों मार्ग की सफाई व्यवस्था को भी सुव्यवस्थित किया गया है। इन क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था का दायित्व नगर आयुक्त ऋषिकेश, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद डोईवाला और अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को सौंपा गया है।
इसके अलावा, जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को भी निर्देश दिए हैं कि नगर निगम, नगर पालिका, जिला पंचायत, वन विभाग और अन्य विभागों के साथ समन्वय बनाकर सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाएं।
जोनल अधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही
सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारी सोनिका ने जोनल अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने आवंटित क्षेत्रों में सफाई के उच्च मानकों को बनाए रखें। जोनल अधिकारी न केवल सफाई का निरीक्षण करेंगे, बल्कि वे इसके प्रभावी क्रियान्वयन के प्रति पूरी तरह जिम्मेदार होंगे। उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी सार्वजनिक स्थल गंदगी से प्रभावित न हो और सफाई का स्तर हमेशा उच्चतम स्तर पर बना रहे।
अधिकारियों को हर दिन स्थल पर जाकर निरीक्षण करना होगा और अपनी रिपोर्ट जिला आपदा परिचालन केंद्र को सौंपनी होगी। इस प्रक्रिया से साफ-सफाई की व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की लापरवाही को तुरंत सुधारा जा सके।
लंबे समय तक प्रभावी रह सकने वाली व्यवस्था
हालांकि यह व्यवस्था मुख्य रूप से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए की गई है, लेकिन यदि इसे लंबे समय तक प्रभावी रूप से लागू किया जाता है, तो देहरादून शहर स्वच्छ और सुंदर बना रह सकता है। जिलाधिकारी द्वारा किए गए ये बदलाव दीर्घकालिक सफाई व्यवस्था के लिए एक आदर्श मॉडल हो सकते हैं।
शहर के नागरिकों के लिए भी यह एक सकारात्मक कदम है, जो उन्हें एक साफ-सुथरे वातावरण में जीने का अवसर प्रदान करेगा। यदि इस व्यवस्था को सही ढंग से लागू किया गया और बनाए रखा गया, तो देहरादून शहर स्वच्छता के मानकों में देश के अन्य शहरों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन सकता है।
Nagar Nigam Dehradun
जिलाधिकारी सोनिका द्वारा नगर निगम देहरादून की सफाई व्यवस्था में किए गए ये अभूतपूर्व बदलाव न केवल वर्तमान आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए थे, बल्कि इनसे शहर की दीर्घकालिक स्वच्छता व्यवस्था को भी मजबूत किया जा सकता है। यह चार-स्तरीय निगरानी प्रणाली, जोनल अधिकारियों की जिम्मेदारियां, और समुचित कचरा प्रबंधन जैसी योजनाएं यदि प्रभावी रूप से लागू की जाती हैं, तो देहरादून को स्वच्छ और सुंदर शहर बनाने का सपना साकार हो सकता है।
इस नई व्यवस्था से यह भी स्पष्ट होता है कि यदि प्रशासनिक नेतृत्व मजबूत और दूरदर्शी हो, तो किसी भी शहर की स्वच्छता और सौंदर्य को बनाए रखना असंभव नहीं है।