Liladhar Paliwal कुमाऊं यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (कूटा) द्वारा लीलाधर पालीवाल के निधन पर शोक व्यक्त
कुमाऊं यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (कूटा) ने नैनीताल के नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट इंडिया के जिला महासचिव और हिन्दुस्तान के पत्रकार नवीन पालीवाल के पिता तथा कॉमर्स विभाग की डॉक्टर पूजा जोशी के ससुर लीलाधर पालीवाल (81) (Liladhar Paliwal ) के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। लीलाधर पालीवाल पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे और उन्होंने अपने पैतृक निवास स्थान अल्मोड़ा जिले के पाली गुणादित्य गांव में अंतिम सांस ली।
लीलाधर पालीवाल (Liladhar Paliwal ) का जीवन और योगदान
लीलाधर पालीवाल एक सम्मानीय व्यक्ति थे जिनका जीवन समुदाय और परिवार के प्रति समर्पित रहा। उनका जीवन संघर्षों और सफलताओं से भरा हुआ था। उनकी सामाजिक सेवाओं और पारिवारिक मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें समाज में एक उच्च स्थान दिलाया था। लीलाधर पालीवाल ने अपने जीवन के अनेक वर्षों को अपने गांव और क्षेत्र की सेवा में बिताया, जहां उन्होंने शिक्षा और सामाजिक उत्थान के लिए अनेक प्रयास किए।
कूटा का शोक संदेश
कूटा के सदस्यों ने लीलाधर पालीवाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। एलुमनी सेल के डॉक्टर बी एस कालाकोटी, डॉक्टर एसएस सामंत और प्रोफेसर ललित तिवारी सहित कूटा के अनेक सदस्यों ने इस दुखद अवसर पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। प्रोफेसर नीलू लोधियाल, डॉक्टर दीपक कुमार, डॉक्टर विजय कुमार, प्रोफेसर अनिल बिष्ट, डॉक्टर दीपिका गोस्वामी, डॉक्टर संतोष कुमार, डॉक्टर दीपाक्षी जोशी, डॉक्टर पैनी जोशी, डॉक्टर सीमा चौहान, डॉक्टर उमंग सैनी, डॉक्टर दीपिका पंत, डॉक्टर नागेंद्र शर्मा, डॉक्टर युगल जोशी, और डॉक्टर रितेश साह ने भी अपने शोक संदेश भेजे।
लीलाधर पालीवाल के योगदान को याद करते हुए
कूटा के सदस्यों ने लीलाधर पालीवाल के जीवन के विभिन्न पहलुओं को याद किया और उनके योगदान को सराहा। उन्होंने बताया कि लीलाधर पालीवाल ने न केवल अपने परिवार बल्कि समाज के लिए भी बहुत कुछ किया। उनकी मेहनत, ईमानदारी और समर्पण की भावना ने उन्हें एक प्रेरणास्त्रोत बना दिया था।
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प्रोफेसर ललित तिवारी ने अपने शोक संदेश में कहा कि लीलाधर पालीवाल का निधन एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने अपने जीवन में जो मूल्य और सिद्धांत स्थापित किए, वे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगे। प्रोफेसर नीलू लोधियाल ने कहा कि लीलाधर पालीवाल की सामाजिक सेवाएं और उनके द्वारा की गई शिक्षा के प्रयास हमेशा याद किए जाएंगे।
शोक सभा का आयोजन
कूटा द्वारा एक शोक सभा का आयोजन भी किया गया जिसमें लीलाधर पालीवाल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस शोक सभा में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने लीलाधर पालीवाल के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
शोक सभा में उपस्थित प्रोफेसर अनिल बिष्ट ने कहा कि लीलाधर पालीवाल का जीवन हमें सिखाता है कि कैसे कठिनाइयों का सामना करते हुए भी अपने लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है। डॉक्टर दीपिका गोस्वामी ने कहा कि लीलाधर पालीवाल के आदर्श और मूल्य हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।
परिवार के प्रति संवेदना
कूटा के सदस्यों ने नवीन पालीवाल और डॉक्टर पूजा जोशी के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरा कूटा परिवार उनके साथ है। डॉक्टर संतोष कुमार ने कहा कि इस कठिन समय में हमें एक-दूसरे का सहारा बनना चाहिए और परिवार को इस दुख से उबरने में मदद करनी चाहिए।
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श्रद्धांजलि और स्मरण
कूटा के सदस्यों ने लीलाधर पालीवाल के योगदान को स्मरण करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। डॉक्टर दीपाक्षी जोशी ने कहा कि लीलाधर पालीवाल का जीवन और उनके आदर्श हमें हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे। डॉक्टर पैनी जोशी ने कहा कि हमें उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर समाज और देश की सेवा करनी चाहिए।
निष्कर्ष
कुमाऊं यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (कूटा) द्वारा लीलाधर पालीवाल के निधन पर शोक व्यक्त करना उनके प्रति सम्मान और उनके योगदान की स्वीकारोक्ति है। उनके जीवन के आदर्श और मूल्य हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगे और हमें प्रेरित करते रहेंगे। कूटा के सदस्यों ने इस दुखद अवसर पर एकजुट होकर अपने शोक संदेश प्रकट किए और परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। लीलाधर पालीवाल की आत्मा की शांति के लिए हम सभी प्रार्थना करते हैं और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं।