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Indian Swimmers Train: महासागर तैराकी के लिए भारतीय तैराकों की तैयारी


Indian Swimmers Train: समुद्र तैराकी की दुनिया में भारतीय तैराकों का समर्पण और कठिन परिश्रम लगातार बढ़ रहा है। महासागर तैराकी, जो न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक दृढ़ता की भी परीक्षा होती है, इसके लिए विशेष प्रकार की तैयारी की आवश्यकता होती है। इस प्रकार की तैराकी प्रतियोगिताओं में तैराकों को प्राकृतिक जलवायु, लहरों, समुद्र की धाराओं, और कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हाल ही में मुंबई सी स्विमर्स अल्ट्रा 2024 में तैराकों ने इस चुनौती का सामना किया, जिसमें उन्होंने न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया।

समुद्र तैराकी का महत्व और चुनौती Indian Swimmers Train

समुद्र तैराकी, जो सामान्य पूल तैराकी से बहुत अलग है, में तैराकों को समुद्र की लहरों, धारा, खारे पानी और भिन्न जलवायु परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। यह एक ऐसी प्रतियोगिता है, जहां तैराकों को न केवल अपनी तैराकी की तकनीक का उपयोग करना पड़ता है, बल्कि समुद्र के पानी को झेलने के लिए मानसिक शक्ति और सहनशक्ति की भी आवश्यकता होती है। भारत में महासागर तैराकी के प्रति रुचि में लगातार वृद्धि हो रही है, और ऐसे आयोजनों में तैराकों की संख्या भी बढ़ रही है।

संकते भगवतकर का अनुभव

2018 में मलवण में आयोजित 5 किलोमीटर की महासागर तैराकी प्रतियोगिता के दौरान संकते भगवतकर को समुद्र के खारे पानी के कारण काफी असहजता का सामना करना पड़ा था। उन्होंने समुद्र का अधिक पानी पी लिया था, जिससे उनके शरीर में जल की कमी हो गई और उनकी शारीरिक स्थिति खराब हो गई। लेकिन इस घटना से उन्होंने बहुत कुछ सीखा और इस बार मुंबई सी स्विमर्स अल्ट्रा में उन्होंने अपने पिछले अनुभव से बचने के लिए पूरी तैयारी की थी।

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तैयारी का तरीका

समुद्र तैराकी के लिए भारतीय तैराकों को विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है, जो उन्हें पानी की धाराओं और समुद्र के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराता है। इस प्रकार की तैराकी के लिए तैराकों को न केवल शारीरिक बल की आवश्यकता होती है, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से भी तैयार रहना पड़ता है। भारत में महासागर तैराकी के प्रशिक्षण के कई पहलू होते हैं, जो तैराकों को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करते हैं।

  1. स्विमिंग पूल का उपयोग
    महासागर तैराकी के लिए प्रशिक्षण में स्विमिंग पूल का उपयोग किया जाता है, लेकिन यह केवल एक प्रारंभिक चरण होता है। यहां तैराकों को शारीरिक सहनशक्ति और तैराकी की तकनीक में सुधार करना होता है। जब तैराकों को स्विमिंग पूल में अभ्यास करना होता है, तो उन्हें अपनी गति, स्टैमिना और तकनीक पर ध्यान केंद्रित करना होता है।
  2. ओपन वॉटर ट्रेनिंग
    ओपन वॉटर ट्रेनिंग या खुली पानी में प्रशिक्षण, समुद्र तैराकी के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। यहां तैराकों को प्राकृतिक जलवायु और लहरों का सामना करना होता है। तैराकों को यह सीखने की आवश्यकता होती है कि समुद्र की लहरों में कैसे तैरना है और किस तरह से जलधारा के साथ मुकाबला करना है। Indian Swimmers Train
  3. खारे पानी की तैयारी
    महासागर तैराकी के दौरान तैराकों को खारे पानी के प्रभाव को झेलना पड़ता है। खारा पानी न केवल तैराक के गले में जलन पैदा करता है, बल्कि यह शरीर की समग्र स्थिति पर भी प्रभाव डालता है। भारतीय तैराक इस चुनौती से निपटने के लिए विशेष तकनीकों पर काम करते हैं, जैसे कि मुँह से पानी नहीं पीने की आदत डालना, और गहरे पानी में तैरते समय सही सांस लेने की तकनीक का अभ्यास करना।
  4. मानसिक और शारीरिक दृढ़ता
    महासागर तैराकी मानसिक दृढ़ता की भी परीक्षा होती है। समुद्र की लहरों और धाराओं के बीच तैरते हुए तैराकों को अपने मनोबल को बनाए रखना बहुत कठिन होता है। ऐसे में मानसिक प्रशिक्षण बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। तैराकों को यह सिखाया जाता है कि वे अपने डर को काबू में रखें और तनावपूर्ण स्थितियों में भी शांति बनाए रखें।

संकते भगवतकर का अनुभव और तैयारी

मुंबई सी स्विमर्स अल्ट्रा 2024 में भाग लेने से पहले संकते भगवतकर ने अपनी तैयारी में खास बदलाव किए थे। उन्होंने अपने पिछले अनुभव को ध्यान में रखते हुए, समुद्र के खारे पानी से बचने और अधिक पानी पीने से बचने के लिए अपनी रणनीति बनाई थी। इसके अलावा, उन्होंने धारा के विपरीत तैरने की तकनीक पर भी ध्यान केंद्रित किया था, ताकि वे समुद्र की लहरों का सही तरीके से सामना कर सकें। इस बार उनकी मानसिक और शारीरिक स्थिति काफी मजबूत थी, और उन्होंने अपनी पूरी तैयारी के साथ प्रतियोगिता में भाग लिया।

Indian Swimmers Train: महासागर तैराकी के लिए भारतीय तैराकों की तैयारी

समुद्र तैराकी भारतीय तैराकों के लिए एक चुनौतीपूर्ण लेकिन रोमांचक खेल बनता जा रहा है। संकते भगवतकर जैसे तैराकों के अनुभव और उनकी तैयारी से यह स्पष्ट होता है कि इस खेल में सफलता पाने के लिए केवल शारीरिक ताकत ही नहीं, बल्कि मानसिक तैयारी और सही रणनीति भी जरूरी है। भारतीय महासागर तैराकी को एक नई दिशा में ले जा रहे हैं और आने वाले समय में यह खेल और भी ऊंचाइयों तक पहुंचेगा।


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