Indian Military Academy: इन्डियन मिलिट्री एकेडमी- देहरादून की पासिंग आउट परेड सम्पन्न
- इन्डियन मिलिट्री एकेडमी (आईएमए) (Indian Military Academy), देहरादून, भारतीय सेना के लिए एक प्रतिष्ठित प्रशिक्षण संस्थान है, जो युवा कैडेट्स को भविष्य के उत्कृष्ट सैन्य अधिकारी बनने के लिए तैयार करता है। हर वर्ष, इस एकेडमी से कई कैडेट्स अपनी कड़ी मेहनत, अनुशासन और समर्पण के साथ पासआउट होते हैं और भारतीय सेना में शामिल होते हैं। इसी क्रम में, हाल ही में आईएमए की पासिंग आउट परेड (पीओपी) का आयोजन सम्पन्न हुआ, जो देश के विभिन्न हिस्सों से आए कैडेट्स के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण था।
कार्यक्रम की शुरुआत
पासिंग आउट परेड का यह भव्य आयोजन एकेडमी के ऐतिहासिक परेड ग्राउंड पर किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह के समय हुई, जब कैडेट्स अपनी सैन्य वर्दी में पूर्ण अनुशासन के साथ परेड मैदान में एकत्रित हुए। इस अवसर पर उनके परिवारजन, वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और अन्य विशिष्ट अतिथि भी उपस्थित थे। आईएमए बैंड ने देशभक्ति गीतों की धुन पर कैडेट्स का मनोबल बढ़ाया और माहौल को और भी जोशपूर्ण बना दिया।
मुख्य अतिथि का स्वागत
इस वर्ष की पासिंग आउट परेड में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय सेना के प्रमुख, जनरल मनोज पांडे, उपस्थित थे। उन्होंने कैडेट्स को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। अपने संबोधन में जनरल पांडे ने कैडेट्स को यह याद दिलाया कि वे अब देश की सेवा के लिए तैयार हैं और उनकी जिम्मेदारी बढ़ गई है। उन्होंने कहा, “आप सभी ने कड़ी मेहनत और अनुशासन के साथ इस मुकाम को हासिल किया है। अब समय आ गया है कि आप अपने ज्ञान और प्रशिक्षण का उपयोग देश की सेवा में करें।”
कैडेट्स की परेड
कैडेट्स ने परेड के दौरान अपनी उत्कृष्ट ड्रिल और अनुशासन का प्रदर्शन किया। उनके कदमताल और समन्वित गतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। हर कदम पर उनकी दृढ़ता और प्रतिबद्धता साफ झलक रही थी। परेड की सलामी के दौरान, मुख्य अतिथि ने कैडेट्स की हौसलाअफजाई की और उनके साहसिक प्रदर्शन की सराहना की।
पुरस्कार और सम्मान
परेड के बाद, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को पुरस्कार और सम्मान से नवाजा गया। सर्वश्रेष्ठ कैडेट्स को स्वॉर्ड ऑफ ऑनर (Sword of Honour), गोल्ड मेडल और सिल्वर मेडल से सम्मानित किया गया। इस वर्ष स्वॉर्ड ऑफ ऑनर कैडेट अमन कुमार को दिया गया, जिन्होंने प्रशिक्षण के दौरान अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। इसके अलावा, गोल्ड मेडल कैडेट नेहा सिंह और सिल्वर मेडल कैडेट अर्जुन रावत को प्रदान किया गया।
कसम और शपथ
इस गौरवपूर्ण अवसर पर, कैडेट्स ने भारतीय सेना के प्रति अपनी निष्ठा और देशभक्ति की शपथ ली। इस शपथ के दौरान, उन्होंने देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करने की प्रतिज्ञा की। इस क्षण ने सभी कैडेट्स के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ का प्रतीक किया, क्योंकि अब वे आधिकारिक रूप से भारतीय सेना का हिस्सा बन गए थे।
Accident News: चमोली के ज्योलीबगड में सड़क दुर्घटना: SDRF की त्वरित कार्यवाही ने निकाले मृतकों के शव
भावुक विदाई
परेड के अंत में, कैडेट्स ने अपने प्रशिक्षकों और सहपाठियों को भावुक विदाई दी। तीन साल की कठिन प्रशिक्षण और साथ बिताए गए समय ने उन्हें एक परिवार की तरह जोड़ दिया था। इस विदाई के दौरान कई कैडेट्स की आँखों में आँसू थे, लेकिन उनके चेहरों पर गर्व और संतोष भी स्पष्ट था। उन्होंने अपने प्रशिक्षकों का धन्यवाद किया और भविष्य में देश की सेवा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने का वादा किया।
परिवारजनों की खुशी
इस कार्यक्रम में कैडेट्स के परिवारजन भी उपस्थित थे, जिन्होंने अपने बच्चों की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस किया। परिवारजन अपने बच्चों को भारतीय सेना की वर्दी में देखकर बेहद खुश थे और उन्हें अपने परिवार का गौरव मान रहे थे। कई माता-पिता ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि किस प्रकार उनके बच्चे ने इस मुकाम को हासिल करने के लिए कठिन मेहनत की है।
समापन
पासिंग आउट परेड का समापन भारतीय राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर सभी उपस्थितजन ने खड़े होकर राष्ट्रगान का सम्मान किया। परेड के बाद, मुख्य अतिथि ने कैडेट्स से मुलाकात की और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। इसके बाद कैडेट्स ने अपने परिवार और मित्रों के साथ खुशी के क्षण बांटे और इस महत्वपूर्ण दिन को यादगार बनाया।
भविष्य की दिशा
आईएमए से पासआउट होने के बाद, ये कैडेट्स भारतीय सेना के विभिन्न रेजिमेंट्स और इकाइयों में शामिल होकर अपनी सेवाएं देंगे। उन्हें विभिन्न प्रकार के सैन्य अभियानों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और विदेशी मिशनों में भाग लेने का अवसर मिलेगा। उनकी शिक्षा और प्रशिक्षण का उद्देश्य उन्हें एक सक्षम, आत्मनिर्भर और जिम्मेदार सैन्य अधिकारी बनाना है, जो किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हों।
इन्डियन मिलिट्री एकेडमी, देहरादून की पासिंग आउट परेड हर साल एक यादगार और गौरवपूर्ण अवसर होता है, जो देश की सेवा के प्रति समर्पित युवाओं के जोश और जुनून का प्रतीक है। यह परेड न केवल कैडेट्स के लिए, बल्कि उनके परिवारजनों और पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। इन कैडेट्स ने अपने कठिन प्रशिक्षण, अनुशासन और दृढ़ संकल्प के साथ यह मुकाम हासिल किया है और अब वे भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सेवा करने के लिए तैयार हैं। उनकी यह यात्रा न केवल उनके लिए, बल्कि देश के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे भविष्य के रक्षा योद्धा हैं, जो देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करेंगे।