ICAR-IISWC द्वारा खतर पंचायत में फील्ड डे का आयोजन, जरूरतमंदों को मिली जीवन सहायक सामग्री : ukjosh

ICAR-IISWC द्वारा खतर पंचायत में फील्ड डे का आयोजन, जरूरतमंदों को मिली जीवन सहायक सामग्री


देहरादून: भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान (ICAR-IISWC) ने अनुसूचित जाति उप-योजना (SCSP) के तहत खतर ग्राम पंचायत, कालसी ब्लॉक, देहरादून में फील्ड डे सह जीवन सहायक वस्तुओं के वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और शिक्षा को बढ़ावा देना था।

किसानों और छात्रों को मिला लाभ

कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान मुख्यालय में SCSP और TSP के समन्वयक डॉ. एम. मुरुगानंदम ने किया। उन्होंने किसानों और छात्रों से योजना के तहत दी जाने वाली सहायता, संसाधन संरक्षण तकनीकों और उत्पादन विधियों का अधिकतम लाभ उठाने का आग्रह किया।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में मजबूत कदम

ग्राम पंचायत की तीन स्वयं सहायता समूहोंपीर बाबा, महाकाली और भद्राई को 26 सिलाई मशीनें वितरित की गईं। यह पहल महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए की गई है। इन महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, ताकि वे सिलाई और अन्य कौशलों में दक्ष हो सकें।

स्कूली बच्चों को शैक्षणिक सहायता

कुल्हारा और सुंद्रैया गांवों के 55 स्कूली बच्चों को शैक्षणिक सामग्री प्रदान की गई, जिसमें शामिल हैं:

  1. जूते, यूनिफॉर्म, ट्रैकसूट, बॉडी वार्मर और मोजे
  2. थर्मोस्टील पानी की बोतलें और टिफिन बॉक्स
  3. स्कूल बैग और अन्य शैक्षिक सामग्रियां

इस पहल का उद्देश्य बच्चों की शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाना और उन्हें बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है।

शैक्षिक बुनियादी ढांचे में सुधार

राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय, कुल्हारा को 20 मजबूत कुर्सियां प्रदान की गईं, जिससे शैक्षिक माहौल को बेहतर बनाया जा सके

ग्राम पंचायत में विकास कार्यों की निगरानी

परियोजना दल ने ग्राम पंचायत में विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण किया, जिनमें शामिल हैं:

  1. कस्टम-हायरिंग यूनिट एवं थ्रेशिंग यार्ड
  2. मशरूम उत्पादन इकाइयाँ
  3. सिंचाई सुविधाएँ

समुदाय की सक्रिय भागीदारी और आयोजन की सफलता

इस कार्यक्रम में 100 से अधिक स्थानीय ग्रामीणों ने भाग लिया, जिनमें आलम और संथा देवी जैसे स्थानीय नागरिक भी शामिल थे।
कार्यक्रम के समन्वयन में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. इंदु रावत, डॉ. सादिकुल इस्लाम और डॉ. त्रिशा रॉय की अहम भूमिका रही। इसके अलावा, आईआईएसडब्ल्यूसी की प्रशिक्षु अंशिका रावत और सुरभी रावत ने भी आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया।

समुदाय की ओर से आभार व्यक्त

इस पहल से लाभान्वित हुए स्कूली बच्चों और महिलाओं ने संस्थान के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि यह सहायता उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी

ग्रामीण सशक्तिकरण की दिशा में सार्थक प्रयास

यह पहल ICAR-IISWC की ग्रामीण सशक्तिकरण और सतत विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। संस्थान का यह प्रयास गांवों में शिक्षा, कौशल विकास और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देकर एक उज्जवल भविष्य की दिशा में मजबूत कदम है


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