Highway Accident Meerut: हाईवे पर दर्दनाक हादसा: इको कार की ट्रक से टक्कर में तीन की मौत, सात घायल
मेरठ-बुलंदशहर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार (Highway Accident Meerut) तड़के हुए एक भीषण सड़क हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। खरखौदा थाना क्षेत्र के गांव धानोटा के सामने इस दुर्घटना में एक इको कार खराब ट्रक से जा टकराई। इस हादसे में कार चालक समेत तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे की विवरण
घटना तड़के करीब 4:00 बजे की है, जब पीलीभीत से पंजाब जा रही सवारी से भरी एक इको कार सड़क किनारे खड़े खराब ट्रक में जा घुसी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार तीन लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। यह हादसा इतना भयानक था कि राहगीर और स्थानीय निवासी भी सिहर उठे।
मृतकों की पहचान Highway Accident Meerut
इस दुखद हादसे में जान गंवाने वाले तीन लोगों की पहचान जुनैद (22) पुत्र जमील अहमद, निवासी नवाबगंज बरेली; अनिल कश्यप (28) पुत्र मूल चंद कश्यप, निवासी लखा खारा थाना गजरौला पीलीभीत; और सुनील कश्यप (20) पुत्र मूलचंद कश्यप के रूप में हुई है। इनकी असामयिक मृत्यु ने उनके परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है।
घायलों की स्थिति
हादसे में सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। घायलों में प्रेमपाल पुत्र दयाराम, श्यामू मिश्रा पुत्र वेद प्रकाश मिश्रा, सूरजपाल पुत्र दयाराम पाल, आनंदपाल पुत्र छोटेलाल, अनिल पुत्र दिलीप कुमार, प्रदीप पुत्र दयाराम, और हरिओम पुत्र मुन्ना लाल शामिल हैं। सभी घायलों को मेरठ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया। बुरी तरह फंसी कार को ट्रक के नीचे से निकाला गया और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ट्रक सड़क किनारे खराब हो कर खड़ा था, लेकिन उस पर किसी प्रकार की चेतावनी नहीं लगाई गई थी। इस लापरवाही के कारण ही यह दर्दनाक हादसा हुआ। पुलिस ने ट्रक चालक और मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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दुर्घटना का कारण और सावधानियां
इस हादसे ने सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों की अहमियत को फिर से उजागर कर दिया है। सड़क किनारे खराब वाहनों को उचित संकेतों और चेतावनियों के बिना छोड़ना न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि जानलेवा भी हो सकता है।
पीड़ित परिवारों का दर्द Highway Accident Meerut
इस हादसे ने न केवल घायलों और मृतकों के परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर कर दिया है कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। जुनैद, अनिल और सुनील के परिवार अब उन्हें कभी नहीं देख पाएंगे। उनका दुख शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता।
यह दुर्घटना एक बड़ी त्रासदी है, जो सड़क सुरक्षा के महत्व और यातायात नियमों के पालन की आवश्यकता को रेखांकित करती है। यह घटना हम सभी को यह सिखाती है कि सड़कों पर थोड़ी सी लापरवाही कितनी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। हमें उम्मीद है कि पुलिस इस मामले की गहराई से जांच करेगी और दोषियों को सख्त सजा दिलाएगी, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए, हम इस दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। यह हादसा हमें यह याद दिलाता है कि सड़कों पर सुरक्षा के नियमों का पालन करना सभी के जीवन की रक्षा के लिए कितना महत्वपूर्ण है।