Govinda’s wife Sunita Ahuja says: बॉलीवुड में हमेशा से नेपोटिज्म का मुद्दा चर्चा में रहता है और अब इस पर गोविंदा की पत्नी सुनीता आहुजा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। हाल ही में सुनीता ने अपनी बेटी टीना आहुजा को बॉलीवुड में उचित मौके नहीं मिलने को लेकर चिंता जताई और यह भी कहा कि बॉलीवुड को अब अन्य लोगों को भी मौके देने चाहिए। सुनीता का कहना था कि अगर टीना को नेपोटिज्म के कारण अवसर नहीं मिल रहे हैं, तो यह पूरी इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन सकता है।
बॉलीवुड में नेपोटिज्म की समस्या Govinda’s wife Sunita Ahuja says
नेपोटिज्म, या परिवारवाद, बॉलीवुड के साथ ही भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के अन्य हिस्सों में भी एक पुरानी समस्या रही है। यह शब्द अक्सर उन स्टार किड्स के लिए इस्तेमाल किया जाता है जिन्हें अपने परिवार के नाम और प्रभाव के कारण फिल्म इंडस्ट्री में अवसर मिलते हैं। यह इंडस्ट्री के अन्य युवा और प्रतिभाशाली कलाकारों के लिए अवसरों की कमी का कारण बनता है, जो बिना किसी बड़े बैकग्राउंड के बॉलीवुड में अपनी जगह बनाना चाहते हैं। Govinda’s wife Sunita Ahuja says
हालांकि बॉलीवुड के कई बड़े नामों ने इस मुद्दे को स्वीकार किया है, लेकिन इस पर कोई ठोस कदम उठाए जाने की बजाय यह मुद्दा बार-बार चर्चा में आता रहता है। कुछ कलाकारों और निर्माताओं का मानना है कि यह एक ऐसा परिपाटी है जो दशकों से चला आ रहा है, जबकि अन्य इसे इंडस्ट्री के विकास में एक बाधा मानते हैं।
गोविंदा की बेटी टीना आहुजा का करियर
गोविंदा, जो बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारों में से एक माने जाते हैं, की बेटी टीना आहुजा ने भी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था। हालांकि, टीना को वह सफलता नहीं मिल पाई जो उनके पिता को मिली थी। उन्हें फिल्मों में ज्यादा मौके नहीं मिले और उनका करियर अपेक्षाकृत कमजोर रहा। इस पर सुनीता आहुजा ने अपनी बात रखते हुए कहा कि यदि टीना को भी इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने का मौका मिलता, तो वह भी अपनी प्रतिभा से साबित कर सकती थीं।
सुनीता का मानना है कि टीना को इंडस्ट्री में एक समान अवसर मिलना चाहिए था, जैसे कि अन्य स्टार किड्स को मिलते हैं। वह कहती हैं कि इंडस्ट्री को अब बदलाव की आवश्यकता है और नई प्रतिभाओं को भी मौके दिए जाने चाहिए। उनका कहना था कि सिर्फ स्टार किड्स ही नहीं, बल्कि अन्य कलाकारों को भी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने का मौका मिलना चाहिए, जो कड़ी मेहनत और प्रतिभा के साथ अपना स्थान बनाना चाहते हैं।
बॉलीवुड में नई प्रतिभाओं को मौका देने की आवश्यकता
सुनीता ने बॉलीवुड के निर्माताओं और निर्देशकों से आग्रह किया कि वे नए और युवा कलाकारों को भी मौका दें। उनका कहना था कि इंडस्ट्री में हमेशा कुछ नया लाने की जरूरत होती है और अगर सिर्फ पुराने चेहरे ही दिखाए जाएंगे, तो यह विकास को रोक सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि बॉलीवुड में सफलता केवल परिवार और नाम के बल पर नहीं, बल्कि मेहनत और टैलेंट के बल पर मिलनी चाहिए।
सुनीता की यह बात उन कलाकारों और युवा स्टार्स के लिए प्रेरणा है जो परिवार से जुड़े हुए नहीं हैं, लेकिन फिर भी बॉलीवुड में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वह यह मानती हैं कि अगर इंडस्ट्री को और आगे बढ़ाना है तो उसमें नए और विविध चेहरों की आवश्यकता होगी। यह केवल एक मौके की बात नहीं है, बल्कि हर कलाकार को बराबरी का अधिकार मिलना चाहिए।
टीना आहुजा का संघर्ष
टीना आहुजा ने भले ही बड़े नाम से जुड़ने के बावजूद बॉलीवुड में ज्यादा सफलता हासिल नहीं की हो, लेकिन उनका संघर्ष भी काबिले तारीफ है। वह हमेशा ही अपने करियर के लिए मेहनत करती रही हैं और कई बार फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए उन्होंने ऑडिशन दिए, लेकिन सफलता के रास्ते में कई अड़चनें आईं। इसके बावजूद, टीना का मानना है कि वह अपनी मेहनत से किसी दिन अपनी पहचान बना सकेंगी।
टीना की स्थिति बॉलीवुड में कई अन्य ऐसे युवा कलाकारों जैसी है, जो या तो स्टार किड्स नहीं हैं, या जिन्होंने इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने के लिए कई संघर्षों का सामना किया है। यह कहानी हर ऐसे अभिनेता या अभिनेत्री की है, जो बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं।
सुनीता आहुजा की बातों पर प्रतिक्रिया
सुनीता आहुजा के इस बयान पर बॉलीवुड में कई लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। कुछ ने उनके विचारों को सही ठहराया, जबकि कुछ ने इसे विवादास्पद माना। कुछ लोग यह मानते हैं कि नेपोटिज्म के कारण इंडस्ट्री में बहुत से प्रतिभाशाली लोग अपनी पहचान नहीं बना पा रहे हैं, जबकि कुछ का कहना है कि यह सिर्फ एक परिपाटी है जो बदलना आसान नहीं है।
चाहे जैसी भी प्रतिक्रिया हो, सुनीता की बातों में एक सच्चाई छिपी है। बॉलीवुड को अब अपने दृष्टिकोण को बदलने की आवश्यकता है और नए चेहरों को मौका देना चाहिए। इसके साथ ही, यह भी जरूरी है कि हर कलाकार को उसके टैलेंट के आधार पर अवसर मिलें, न कि सिर्फ परिवार और नाम के आधार पर।
Govinda’s wife Sunita Ahuja says...
नेपोटिज्म के मुद्दे पर गोविंदा की पत्नी सुनीता आहुजा ने जो बातें कहीं, वे बॉलीवुड के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश हैं। यह केवल टीना आहुजा के करियर की बात नहीं है, बल्कि उन सभी कलाकारों के लिए है जो बिना किसी बैकग्राउंड के सिर्फ अपनी मेहनत और प्रतिभा से बॉलीवुड में अपनी जगह बनाना चाहते हैं। बॉलीवुड को एक ऐसे बदलाव की आवश्यकता है जहां हर कलाकार को समान अवसर मिलें और वे अपनी कला के माध्यम से इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना सकें।