रिपोर्ट: उत्तराखंड जोश Ganga Aarti
ऋषिकेश: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में गंगा आरती (Ganga Aarti) में भाग लिया और मां गंगा की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव 2025 का भी शुभारंभ किया, जिसमें 50 से अधिक देशों और भारत के विभिन्न राज्यों से आए योग प्रेमियों ने हिस्सा लिया।
योग नगरी ऋषिकेश बनी वैश्विक आकर्षण का केंद्र Ganga Aarti
मुख्यमंत्री धामी ने देश-विदेश से आए योग साधकों का स्वागत करते हुए कहा-
“कोई भी शुभ कार्य प्रारंभ करने के लिए देवभूमि उत्तराखंड से बढ़कर कोई स्थान नहीं हो सकता। योग नगरी ऋषिकेश ने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। यही कारण है कि दुनियाभर के योग और शांति प्रेमी ऋषिकेश को अपनी पहली पसंद मानते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड अध्यात्म, योग और प्रकृति का अनूठा संगम है, और यह योग महोत्सव वैश्विक स्तर पर भारत के सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक धरोहर को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
जी-20 समिट और प्रधानमंत्री के भ्रमण से उत्तराखंड को मिला नया आयाम
मुख्यमंत्री ने नरेंद्र नगर में आयोजित जी-20 समिट का जिक्र करते हुए बताया कि उस दौरान विभिन्न देशों से आए प्रतिनिधियों ने उत्तराखंड के योग और आध्यात्मिक विरासत का प्रत्यक्ष अनुभव किया, जिससे राज्य की वैश्विक छवि और अधिक सशक्त हुई है।
इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाल ही में हर्षिल भ्रमण की चर्चा करते हुए कहा कि अब उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री ने पूरे देश के नागरिकों से शीतकाल में उत्तराखंड आने का आग्रह किया है, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी।
“घाम तापो पर्यटन” को मिलेगा बढ़ावा Ganga Aarti
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड में “घाम तापो पर्यटन” (सूर्य स्नान पर्यटन) को भी प्रोत्साहित करने की बात कही है। यह अवधारणा विशेष रूप से उन पर्यटकों को आकर्षित करेगी जो सर्दियों में हिमालय की गोद में धूप का आनंद लेना चाहते हैं। Ganga Aarti
अगले कुंभ और नंदा राजजात यात्रा के लिए आमंत्रण
मुख्यमंत्री ने सभी देश-विदेश के पर्यटकों को आगामी कुंभ और नंदा राजजात यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आध्यात्मिक और धार्मिक पर्यटन की असीम संभावनाओं से भरा राज्य है, और आने वाले वर्षों में इसे और अधिक वैश्विक पहचान मिलेगी।
अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव बना आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र
अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के दौरान योग, ध्यान और आयुर्वेद से जुड़ी अनेक कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं। विश्वभर से आए योग साधक यहां योग गुरुओं के मार्गदर्शन में भारतीय ज्ञान परंपरा का अनुभव ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा-
“योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि यह जीवन को संतुलित और आनंदमय बनाने की विधा है। हम सभी को योग को अपने दैनिक जीवन में शामिल कर तन, मन और आत्मा की शुद्धि के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।”
उत्तराखंड में पर्यटन और योग को मिलेगा नया आयाम Ganga Aarti
ऋषिकेश में आयोजित इस अंतर्राष्ट्रीय आयोजन ने उत्तराखंड को एक बार फिर योग और आध्यात्मिक पर्यटन के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले वर्षों में राज्य सरकार उत्तराखंड को वैश्विक योग एवं आध्यात्मिक पर्यटन के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए विशेष प्रयास करेगी।
ICC Champions Trophy: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की ऐतिहासिक जीत पर कूटा ने दी बधाई