Fan Park: राष्ट्रीय खेल केवल प्रतिस्पर्धा और पदक जीतने का मंच नहीं हैं, बल्कि यह खिलाड़ियों को मनोरंजन, ज्ञान और प्रेरणा प्रदान करने का भी माध्यम बन रहे हैं। 37वें राष्ट्रीय खेलों के तहत देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में फैन पार्क और नेशनल स्पोर्ट्स विजन कॉन्क्लेव (मौली संवाद) का आयोजन किया गया है। ये पहल खिलाड़ियों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने के साथ-साथ उनके समग्र विकास में सहायक साबित हो रही हैं।
मौली संवाद जहां खिलाड़ियों को विशेषज्ञों द्वारा खेल जगत की महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान कर रहा है, वहीं फैन पार्क उन्हें मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से तरोताजा करने का अवसर दे रहा है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि कैसे ये पहल खिलाड़ियों के मनोबल को ऊँचा कर रही हैं और राष्ट्रीय खेलों के अनुभव को और अधिक समृद्ध बना रही हैं।
फैन पार्क: थकान मिटाने और मनोरंजन का केंद्र
राष्ट्रीय खेलों के दौरान खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक तनाव का सामना करना पड़ता है। इस तनाव को कम करने और उन्हें ताजगी प्रदान करने के लिए फैन पार्क की शुरुआत की गई है। यह न केवल मनोरंजन का केंद्र है, बल्कि यहाँ खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों को एक अनूठा अनुभव भी मिल रहा है।
फैन पार्क में क्या-क्या है खास?
- संगीत और डांस का संगम: यहाँ हर समय लाइव म्यूजिक, डीजे नाइट्स और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होती रहती हैं, जिससे खिलाड़ियों का मनोरंजन होता है। छत्तीसगढ़ की शूटिंग टीम की खिलाड़ी श्रुति यादव ने बताया कि उन्हें यहाँ का माहौल बहुत पसंद आया, खासकर जब गिटार की मधुर धुन गूंजती है।
- खेल प्रेमियों के लिए विशेष प्रवेश: यह पार्क केवल खिलाड़ियों तक सीमित नहीं है, बल्कि खेल प्रेमियों के लिए भी इसे खोला गया है, जिससे वे भी इस अनुभव का हिस्सा बन सकें।
- चार अन्य स्थानों पर भी फैन पार्क: राष्ट्रीय खेलों के विभिन्न स्थानों – हरिद्वार, हल्द्वानी, रुद्रपुर और नैनीताल में भी फैन पार्क संचालित किए जा रहे हैं। नैनीताल में कोई खेल इवेंट नहीं हो रहा है, लेकिन पर्यटन नगरी में राष्ट्रीय खेलों के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से यहाँ भी फैन पार्क बनाया गया है।
मौली संवाद: खिलाड़ियों को सही दिशा देने वाली पहल
नेशनल स्पोर्ट्स विजन कॉन्क्लेव, जिसे इस बार “मौली संवाद” नाम दिया गया है, खिलाड़ियों को खेलों से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर मार्गदर्शन देने के लिए आयोजित किया जा रहा है।
हरि मिर्च का अचार: स्वाद में मसालेदार और सेहत के लिए फायदेमंद
मौली संवाद में क्या-क्या हो रहा है?
- 30 विशेष सत्रों की श्रृंखला: यह कॉन्क्लेव 12 फरवरी तक जारी रहेगा, जिसमें विभिन्न खेल विशेषज्ञ खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देंगे।
- 50 विशेषज्ञों का पैनल: इस कॉन्क्लेव में देश के नामी खिलाड़ी और विशेषज्ञ शामिल हैं। अब तक भारतीय हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल, प्रसिद्ध धाविका अंजू बॉबी जॉर्ज, और मशहूर पहलवान संग्राम सिंह अपने अनुभव साझा कर चुके हैं।
- खेल से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर जानकारी:
- मोटिवेशन और मेंटल स्ट्रेंथ: खिलाड़ियों को आत्मविश्वास और मानसिक मजबूती बढ़ाने के टिप्स दिए जा रहे हैं।
- मेडिकल और न्यूट्रिशन: सही खान-पान और फिटनेस पर विशेषज्ञ जानकारी दी जा रही है।
- इंजरी रिकवरी और डोपिंग से बचाव: खिलाड़ियों को बताया जा रहा है कि खेल के दौरान किसी भी चोट से कैसे जल्दी उबरा जाए और डोपिंग के खतरों से कैसे बचा जाए।
- खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएँ: पंजाब की वुशु टीम के खिलाड़ी हरप्रीत और शिवम ने बताया कि यह आयोजन बहुत ही ज्ञानवर्धक है और इससे सभी खिलाड़ियों को बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है।
कॉन्क्लेव में नामी खिलाड़ियों की भागीदारी
मौली संवाद में कई प्रसिद्ध खिलाड़ी और खेल विशेषज्ञ शामिल हो रहे हैं, जिससे युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा मिल रही है।
- 12 फरवरी को भारतीय बॉक्सर निखत जरीन: यह राष्ट्रीय खेलों के लिए बेहद खास रहेगा, जब भारतीय स्टार मुक्केबाज निखत जरीन इस कॉन्क्लेव का हिस्सा बनेंगी।
- चक दे इंडिया फेम हॉकी खिलाड़ी मीर रंजन नेगी: पूर्व हॉकी खिलाड़ी और प्रेरणादायक व्यक्तित्व मीर रंजन नेगी भी इस कार्यक्रम में अपने अनुभव साझा करेंगे।
- अन्य विशेषज्ञ: पूर्व एथलीट अश्विनी नचप्पा सहित कई दिग्गज खिलाड़ी इसमें हिस्सा लेंगे।
कॉन्क्लेव को केवल देहरादून तक सीमित नहीं रखा गया है, बल्कि 11 फरवरी को हल्द्वानी में भी इसका आयोजन किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक खिलाड़ी और खेल प्रेमी इससे लाभान्वित हो सकें।
ईश्वर की स्तुति और प्रार्थना की शक्ति: हमारे हृदय में शांति और आनंद का संचार होता है।
राष्ट्रीय खेलों में खिलाड़ियों के लिए आदर्श वातावरण
राष्ट्रीय खेलों में प्रतिस्पर्धा का स्तर बढ़ने के साथ ही, खिलाड़ियों को सही वातावरण प्रदान करना भी आवश्यक हो जाता है। उत्तराखंड सरकार और आयोजकों ने खिलाड़ियों के लिए बेहतरीन व्यवस्था की है।
खेलों में भाग ले रहे खिलाड़ियों की राय
- श्रुति यादव (छत्तीसगढ़ शूटिंग टीम): उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने खिलाड़ियों के लिए शानदार सुविधाएँ दी हैं और फैन पार्क एक बेहतरीन पहल है।
- हरप्रीत (पंजाब वुशु टीम): उन्होंने मौली संवाद को बहुत उपयोगी बताया और कहा कि इससे खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक रूप से लाभ मिलेगा।
नोडल अधिकारी, गेम्स ऑपरेशन, नीरज गुप्ता का कहना है कि “राष्ट्रीय खेलों में खिलाड़ियों को खेल के साथ-साथ ज्ञान और मनोरंजन भी मिले, इस उद्देश्य से मौली संवाद और फैन पार्क की शुरुआत की गई है।”
उत्तराखंड खेल विभाग के अनुसार, “हमारी कोशिश है कि सभी खिलाड़ी उत्तराखंड से बेहतरीन अनुभव लेकर जाएँ और यह राष्ट्रीय खेल उनके करियर को ऊँचाई देने में सहायक बनें।”
Fan Park
राष्ट्रीय खेल केवल प्रतिस्पर्धा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह खिलाड़ियों को मनोरंजन, ज्ञान और प्रेरणा देने का भी बेहतरीन मंच बन चुका है। फैन पार्क और मौली संवाद जैसी पहल खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत बना रही हैं और उन्हें सही मार्गदर्शन प्रदान कर रही हैं।
इन आयोजनों का मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाना है, ताकि वे अपने खेल के सर्वोत्तम स्तर को प्राप्त कर सकें। ऐसे प्रयासों से भारत में खेल संस्कृति को और अधिक बढ़ावा मिलेगा और भविष्य में हमारे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर सकेंगे।
राष्ट्रीय खेलों का यह आयोजन न केवल प्रतिस्पर्धा की भावना को मजबूत कर रहा है, बल्कि खिलाड़ियों को एक यादगार अनुभव भी दे रहा है।