Dr Sher Singh Samant Royal Society of Biology London डॉक्टर शेर सिंह सामंत रॉयल सोसाइटी ऑफ बायोलॉजी लंदन
डॉ. शेर सिंह सामंत: विज्ञान के क्षेत्र में एक अनमोल रत्न
Dr Sher Singh Samant Royal Society of Biology London डॉ. शेर सिंह सामंत एक ऐसा नाम है जो विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्टता और नवाचार का प्रतीक है। हाल ही में, डॉ. सामंत को रॉयल सोसाइटी ऑफ बायोलॉजी, लंदन के फेलो के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। यह प्रमाण पत्र चीफ एक्जीक्यूटिव मार्क डाउन द्वारा जारी किया गया है, जो उनके विज्ञान के प्रति समर्पण और योगदान को प्रमाणित करता है। डॉ. सामंत के करियर का विस्तार और उपलब्धियों की गाथा अनेकानेक हैं, जो उन्हें विज्ञान समुदाय में एक विशिष्ट स्थान दिलाते हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
डॉ. शेर सिंह सामंत ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कुमाऊं यूनिवर्सिटी के डीएसबी परिसर से प्राप्त की। उन्होंने यहाँ से एम.एस.सी., पीएच.डी. और डी.एस.सी. की डिग्री प्राप्त की। उनकी शिक्षा के दौरान की गई शोध और अनुसंधान ने उन्हें एक मजबूत वैज्ञानिक आधार प्रदान किया, जो उनके भविष्य के कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
वैज्ञानिक करियर और योगदान
डॉ. सामंत का वैज्ञानिक करियर जी.बी. पंत संस्थान में एक वैज्ञानिक के रूप में शुरू हुआ। यहाँ उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किए और तत्पश्चात कुलु में इंचार्ज वैज्ञानिक के रूप में कार्य किया। इसके बाद उन्होंने हिमालयन फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, शिमला के निदेशक के रूप में अपनी सेवाएँ दीं। वर्तमान में, वे यूकेस्ट के साइंटिस्ट एमिरेट्स के रूप में कार्यरत हैं और मानस खंड साइंस सेंटर, अल्मोड़ा में भी अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं।
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विशेषज्ञता और अनुसंधान
डॉ. सामंत की विशेषज्ञता टैक्सोनॉमी, फॉरेस्ट इकोलॉजी, बायोडायवर्सिटी संरक्षण एवं प्रबंधन, हैबिटेट इकोलॉजी और हिमालयन फ्लोरिस्टिक एवं मेडिसिनल प्लांट्स में है। उन्होंने अपनी शोध और अनुसंधान के माध्यम से पौधों की कई नई प्रजातियों की खोज की है, जो वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान है। उनके निर्देशन में 32 विद्यार्थियों ने पीएच.डी. की डिग्री प्राप्त की है, जो उनके शिक्षण और मार्गदर्शन की गुणवत्ता को दर्शाता है।
प्रकाशन और पुरस्कार
डॉ. सामंत के 360 शोध पत्र अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित हो चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने 15 पुस्तकें, 130 बुकलेट और 40 प्रोजेक्ट रिपोर्ट लिखी हैं। उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें फेलो ऑफ एथनोबोटनी, पी.एन. मेहरा अवार्ड, एस.पी. विज अवार्ड, सीड अवार्ड, केयर हिमालय अवार्ड, राजभाषा शील्ड, ग्रीन मैप्पल फाउंडेशन अवार्ड, और आई.सी.एफ.आर.ई अवार्ड शामिल हैं।
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अंतरराष्ट्रीय पहचान और यात्राएँ
डॉ. सामंत ने इंग्लैंड, चीन, स्विटजरलैंड और नेपाल जैसे देशों में अकादमिक कार्यों के लिए यात्राएँ की हैं। उन्होंने 8 प्रशिक्षण कोर्स संचालित किए हैं और 2 एक्सपीडिशन में भाग लिया है। इसके अलावा, उन्होंने 80 से अधिक सेमिनारों का आयोजन किया है, जो उनके नेतृत्व और संगठनात्मक क्षमताओं को दर्शाता है।
सामुदायिक योगदान और सम्मान
डॉ. सामंत कुमाऊं यूनिवर्सिटी एलुमनी सेल के उपाध्यक्ष और डॉ. वाई.पी.एस. पांगती रिसर्च फाउंडेशन के उपाध्यक्ष भी हैं। उनके योगदान और उपलब्धियों को देखते हुए, विभिन्न वैज्ञानिक और शैक्षणिक समुदायों के प्रमुख व्यक्तियों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। इनमें डॉ. बी.एस. कालाकोटी, प्रोफ. जी.एस. रावत, डॉ. जी.सी. जोशी, प्रोफ. ललित तिवारी, डॉ. मीना पांडेय, डॉ. गोकुल सत्याल, डॉ. श्रीकर पंत, डॉ. मनोहर लाल और कूटा अध्यक्ष एवं महासचिव डॉ. विजय कुमार शामिल हैं।
निष्कर्ष
डॉ. शेर सिंह सामंत का जीवन और करियर विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रतीक है। उनके कार्यों ने न केवल उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई है, बल्कि उन्होंने अनेक विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को प्रेरित भी किया है। उनकी उपलब्धियाँ और योगदान निस्संदेह आने वाले समय में भी विज्ञान के क्षेत्र में मार्गदर्शन करते रहेंगे। विज्ञान के क्षेत्र में उनका समर्पण और उनकी मेहनत ने उन्हें एक विशेष स्थान दिलाया है, जो युवा वैज्ञानिकों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है।
डॉ. शेर सिंह सामंत को रॉयल सोसाइटी ऑफ बायोलॉजी, लंदन का फेलो बनने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं! उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं और उम्मीद करते हैं कि वे अपने ज्ञान और अनुभव से विज्ञान और समाज को निरंतर लाभान्वित करते रहेंगे।