Deep Festival: गंगा दीप महोत्सव: आध्यात्मिकता और विकास का संगम
Deep Festival: हरिद्वार के पवित्र गंगा तट पर 6 नवंबर 2024 को एक अभूतपूर्व आयोजन के तहत गंगा दीप महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम ने न केवल उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति और परंपरा को उजागर किया, बल्कि राज्य के विकास की दिशा में हो रहे प्रयासों का भी परिचय दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में इस महोत्सव ने आध्यात्मिकता और विकास के बीच संतुलन को प्रदर्शित किया।
गंगा आरती और दीप प्रज्वलन का दिव्य दृश्य
हर की पैड़ी में आयोजित इस दीप महोत्सव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मां गंगा की पूजा-अर्चना कर गंगा आरती में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सुख-समृद्धि और तरक्की की कामना करते हुए गंगा तट पर 3 लाख 51 हजार दीपों का प्रज्वलन किया। इस विशाल दीप प्रज्वलन ने गंगा घाटों को दीपों की रोशनी से जगमग कर दिया, जो श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय दृश्य बन गया।
आकर्षक ड्रोन शो ने बांधा समां
इस भव्य आयोजन की सबसे बड़ी खासियत थी 500 ड्रोन द्वारा आयोजित एक शानदार शो, जिसमें भगवान शिव, बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के दृश्य, कुंभ कलश और मां गंगा के प्रतीकात्मक चित्रों को आकाश में उकेरा गया। इस भव्य शो ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया और आयोजन की भव्यता को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया।
भजन संध्या: श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर
दीप महोत्सव के दौरान प्रसिद्ध गायक कन्हैया मित्तल ने भजन संध्या का आयोजन किया, जिसमें श्रद्धालु भक्ति रस में झूम उठे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भजन संध्या जैसे आयोजन लोगों को धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण माध्यम हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिकता का प्रतीक है, बल्कि समाज में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ाने का एक प्रयास भी है।
राज्य स्थापना दिवस पर श्रद्धांजलि और संकल्प
गंगा दीप महोत्सव के साथ ही, मुख्यमंत्री ने राज्य स्थापना दिवस की वर्षगांठ को भी मनाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हाल ही में अल्मोड़ा में हुए बस हादसे में हताहत लोगों को श्रद्धांजलि दी और उनके निमित्त दीप प्रज्वलित किए। उन्होंने राज्य की प्रगति और विकास के लिए समर्पण का संकल्प लिया और उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने का विश्वास व्यक्त किया।
विकास और भविष्य की योजनाओं पर मुख्यमंत्री का उद्बोधन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड रजत जयंती वर्ष मना रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखंड का दशक घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस दिशा में तेजी से कार्य कर रही है और राज्य के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्यों की सूची में उत्तराखंड को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है, जो राज्य की प्रगति का प्रमाण है।
भर्तियों और रोजगार के क्षेत्र में सुधार
मुख्यमंत्री ने रोजगार सृजन और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया की ओर ध्यान केंद्रित करते हुए बताया कि राज्य सरकार ने नकल विरोधी कानून को लागू कर भर्ती घोटालों पर रोक लगाई है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में 18,500 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियों में अवसर दिए गए हैं। यह कदम राज्य में बेरोजगारी को कम करने और युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
धर्मांतरण और दंगा रोधी कानून की घोषणा
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति और पवित्रता को संरक्षित रखने के लिए धर्मांतरण कानून लागू किया गया है। इसके साथ ही, राज्य में दंगा रोधी कानून भी लागू किया गया है, जिसके तहत दंगा करने वालों से ही क्षति की भरपाई की जाएगी। इस कदम का उद्देश्य राज्य की शांति और सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
हरिद्वार का समग्र विकास और नए प्रोजेक्ट्स
हरिद्वार के समग्र विकास पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश-हरिद्वार कॉरिडोर परियोजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। इस वर्ष 4 करोड़ से अधिक कांवड़ियों के हरिद्वार आगमन के बाद, राज्य सरकार ने आने वाले 40-50 वर्षों के लिए हरिद्वार के विकास का रोडमैप तैयार किया है। इससे तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
मां गंगा की स्वच्छता पर विशेष जोर
गंगा दीप महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री ने गंगा की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि गंगा हमारी सनातन संस्कृति का प्रमुख अंग है और उसकी स्वच्छता के लिए राज्य सरकार के साथ आमजन का भी सहयोग आवश्यक है। हरिद्वार में गंगा की स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
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अतिक्रमण हटाने की पहल
मुख्यमंत्री ने हरिद्वार के पवित्र धार्मिक स्वरूप को बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने हरिद्वार विकास प्राधिकरण को निर्देश दिया कि जहां कहीं भी अतिक्रमण हो, उसे तत्काल हटाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा के पवित्र तटों पर किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण स्वीकार्य नहीं है और इस दिशा में सरकार कड़े कदम उठाएगी।
Deep Festival: दीपोत्सव के माध्यम से विकास और आध्यात्मिकता का समन्वय
Deep Festival: हरिद्वार में आयोजित गंगा दीप महोत्सव ने राज्य के विकास और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में एक नई प्रेरणा दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य के विकास के लिए किए गए प्रयास और संकल्प राज्य के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। दीपों की रोशनी ने न केवल अंधकार को दूर किया, बल्कि उत्तराखंड के समग्र विकास की दिशा में नए प्रकाश की किरण भी बिखेरी।
इस महोत्सव ने यह स्पष्ट कर दिया कि उत्तराखंड न केवल सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से समृद्ध है, बल्कि विकास की दिशा में भी तेज गति से आगे बढ़ रहा है। मां गंगा के तट से उठी यह रोशनी प्रदेश के हर कोने तक पहुंचकर खुशहाली और तरक्की का प्रतीक बनेगी।