कुमाऊं विश्वविद्यालय के शोध एवं विकास प्रकोष्ठ द्वारा वर्ष 2024 के लिए शोध उत्कृष्टता पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम शोधकर्ताओं और शिक्षकों को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए सम्मानित करने और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। शोध और शिक्षा का समर्पण
कार्यक्रम का शुभारंभ और मुख्य अतिथि का संबोधन शोध और शिक्षा का समर्पण
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति और नेशनल एकेडमी के फेलो प्रोफेसर मनमोहन चौहान, ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि “दिक्कतें इंसान को बेहतर काम करने की प्रेरणा देती हैं। शोध कार्य केवल ज्ञानवर्धन का ही माध्यम नहीं है, बल्कि यह समाज की जटिल समस्याओं के समाधान में भी सहायक होता है। आज, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में शोध की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई है।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता और कुलपति का संदेश शोध और शिक्षा का समर्पण
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दीवान एस रावत ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “शोध आधुनिक विश्व के लिए एक अनिवार्य अंग है। हमें अपनी ऊर्जा को शोध के क्षेत्र में केंद्रित करना चाहिए। विश्वविद्यालय द्वारा पेटेंट फाइल करने वाले शोधकर्ताओं को पूर्ण सहयोग दिया जाएगा।”
निदेशकों का योगदान और आयोजन की संरचना
कार्यक्रम का सफल संचालन निदेशक प्रोफेसर ललित तिवारी ने किया, जिन्होंने अपने प्रभावी उद्बोधन और व्यवस्थित प्रबंधन से सभा को प्रभावित किया।
शोध निदेशक प्रोफेसर नंद गोपाल साहू ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की और निदेशक प्रोफेसर नीता बोरा शर्मा ने सभी का स्वागत किया। सहायक निदेशक डॉ. दीपक कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
पुरस्कार वितरण और विजेताओं की सूची
कार्यक्रम में 8 श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए गए। यह शोधकर्ताओं और शिक्षकों की असाधारण उपलब्धियों का उत्सव था।
1. आउटस्टैंडिंग फैकल्टी रिसर्च अवार्ड
- प्रोफेसर नंद गोपाल साहू (रसायन विज्ञान)
- प्रोफेसर सुरेंद्र सिंह बरगली (वनस्पति विज्ञान)
- प्रोफेसर गीता तिवारी (रसायन विज्ञान)
- प्रोफेसर अनीता पांडे (भूगोल)
- डॉ. लज्जा भट्ट (संस्कृत)
- डॉ. हर्ष कुमार चौहान (वनस्पति विज्ञान)
- डॉ. विनीता जोशी (भूगोल)
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2. यंग साइंटिस्ट अवार्ड
- डॉ. भास्कर सिंह बोरा (रसायन विज्ञान)
3. रिसर्च एक्सीलेंस अवार्ड (पीएचडी छात्र)
- गौरव जोशी (बायोटेक्नोलॉजी)
- ज्योति रावत (बायोटेक्नोलॉजी)
- डॉ. क्षितिंद्र कुमार सिंह (रसायन विज्ञान)
- पूजा (जूलॉजी)
- जोसफ हावडेक (बायोटेक्नोलॉजी)
- तनुजा आर्य (रसायन विज्ञान)
- भुवन चंद्र जोशी (फार्मेसी)
4. लाइब्रेरी चैंपियन अवार्ड
- मेजर राजेश अधिकारी (सेंट्रल लाइब्रेरी)
- पूर्णिमा (पीएचडी छात्र, सेंट्रल लाइब्रेरी)
- बिना बिष्ट (बीए प्रथम सेमेस्टर, GBP लाइब्रेरी)
- खुशी (फार्मेसी 5वां सेमेस्टर, जेसी बॉस लाइब्रेरी)
विशेष पुरस्कार और फैलोशिप की घोषणा
कुलपति ने घोषणा की कि पुरस्कार प्राप्त शोधार्थियों पूजा, तनुजा और भुवन जोशी को एक वर्ष तक प्रति माह 5000 रुपये की फैलोशिप प्रदान की जाएगी।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
सम्मान समारोह में डीन प्रोफेसर संतोष कुमार, प्रोफेसर चित्रा पांडे, प्रोफेसर अतुल जोशी, प्रोफेसर पदम सिंह बिष्ट, प्रोफेसर संजय पंत, और अन्य प्रतिष्ठित विद्वानों ने भाग लिया। इसके अतिरिक्त, शोध छात्र, विद्यार्थी, और अन्य शिक्षाविद् भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। शोध और शिक्षा का समर्पण
कार्यक्रम का सांस्कृतिक पक्ष और संचालन कला
कार्यक्रम की शुरुआत कुलगीत और राष्ट्रगान से हुई।
प्रोफेसर ललित तिवारी के कुशल संचालन और उनके वक्तव्य ने सभा को बांधे रखा। उनकी इस अद्भुत कला की प्रशंसा सभी अतिथियों ने की।
शोध और शिक्षा का समर्पण
कुमाऊं विश्वविद्यालय का यह आयोजन न केवल शोधकर्ताओं और शिक्षकों को प्रोत्साहित करता है, बल्कि यह समाज को शोध की महत्ता और प्रासंगिकता की याद भी दिलाता है। इस प्रकार के कार्यक्रम देश के शैक्षिक और शोध वातावरण को समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शोध और शिक्षा का समर्पण
शोध की यह यात्रा निरंतर चलती रहे और समाज के विकास में योगदान देती रहे, यही इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य था।