Commencement Ceremony : डीएसबी परिसर, कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल में दो दिवसीय दीक्षारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम में अनेक विशिष्ट अतिथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम का शुभारंभ और उद्देश्य
कार्यक्रम का शुभारंभ कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दीवान सिंह रावत द्वारा किया गया। अपने उद्घाटन भाषण में प्रोफेसर रावत ने छात्र-छात्राओं को उत्तराखंड की भाषा और सांस्कृतिक परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय संस्कृति और भाषा को संरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है और यह हमारे विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
विशिष्ट अतिथियों के विचार
एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने छात्र-छात्राओं को पढ़ाई में उत्कृष्टता प्राप्त करने और साइबर क्राइम व किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह माध्यम है जिससे हम अपने समाज को बेहतर बना सकते हैं।
अस० ए०अल०अस०ए मेंबर सेक्रेटरी श्री प्रदीप कुमार मनी ने कानून की महत्ता को समझाने पर जोर दिया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को कानून का पालन करने और उसका उल्लंघन न करने की सलाह दी।
वन संरक्षक श्री टी आर बिजू लाल ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमारी धरती को सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है और इसके लिए हमें पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनना होगा।
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एलुमनाई डी०आई०जी सीआरपीएफ श्री एस डी पांडे ने छात्र-छात्राओं को पढ़ाई की महत्ता को समझाने और निरंतर प्रयासरत रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सफलता की कुंजी कठोर परिश्रम और निरंतरता है।
परिसर निदेशक का स्वागत और विशेष उपहार
परिसर निदेशक प्रोफेसर नीति बोरा शर्मा ने सभी अतिथियों और छात्र-छात्राओं का स्वागत किया। विशिष्ट अतिथियों को छात्र हर्षित कुमार द्वारा तैयार रेखाचित्र, परिजात का पौधा, और शॉल देकर सम्मानित किया गया।
छात्रों के हित में योजनाएँ और नियम
डी एस डब्लू प्रोफेसर संजय पंत ने छात्रों को परिसर द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया। उन्होंने एंटी रैगिंग के संदर्भ में यूजीसी के नियमों की जानकारी भी दी। प्रॉक्टर, प्रोफेसर एच एस बिष्ट ने प्रॉक्टर के कार्यों और अनुशासन से संबंधित नियमों से छात्रों को अवगत कराया।
परीक्षा संबंधित जानकारी
परीक्षा नियंत्रक डॉ. महेन्द्र राणा ने परीक्षा संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी छात्रों को प्रदान की। उन्होंने छात्रों को परीक्षा प्रक्रिया, समय सारणी और मूल्यांकन के बारे में विस्तार से बताया।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
डीन विजुअल आर्टस प्रो. एम एस मावरी, डीन एग्रीकल्चर प्रो. जीत राम, आई सी सी संयोजक प्रो. सी एस रावत, KUIIC निदेशक प्रो. आशीष तिवारी, ANO लेफ्टीनेंट डॉक्टर रीतेश साह, ने भी महत्वपूर्ण जानकारी छात्रों को प्रदान की।
कार्यक्रम संचालन और सहयोग
कार्यक्रम का सफल संचालन प्रोफ़ेसर गीता तिवारी एवं प्रोफेसर ललित तिवारी द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रोफेसर नीलू लुधियाना, प्रोफेसर सुषमा टम्टा, डॉक्टर लज्जा भट्ट, डॉ. रीना सिंह, डॉक्टर अशोक कुमार, डॉ. निधि वर्मा, डॉक्टर दीपिका पंत, डॉ. सारिका वर्मा, डॉ. ह्रदेश कुमार, डॉ. ऋचा गिनवाल, डॉ. सरोज, डॉक्टर आंचल, डॉ. भूमिका प्रसाद, डॉ. मनीषा संगुड़ी, डॉक्टर अलंकार महतोलिया, डॉक्टर संध्या यादव, आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
दो दिवसीय दीक्षारंभ कार्यक्रम ने नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं को नए उत्साह और प्रेरणा के साथ अपने शैक्षणिक जीवन की शुरुआत करने का अवसर प्रदान किया। इस कार्यक्रम ने उन्हें न केवल शैक्षणिक दिशा-निर्देश दिए बल्कि उनके सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक नैतिक और सामाजिक मूल्यों को भी समझाया। विशिष्ट अतिथियों के विचार और उनके प्रेरक शब्द छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत बने और उन्हें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए निरंतर प्रयासरत रहने की प्रेरणा दी। कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल के इस सफल आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छूने के लिए आवश्यक है कि छात्र अपने मूल्यों और परंपराओं को समझें और उनका पालन करें।