देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की बेटी, अभिनेत्री और निर्माता अरुषि निशंक (Arushi Nishank) से चार करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। मुंबई के दो फिल्म प्रोड्यूसर, मानसी वरुण बागला और वरुण प्रमोद कुमार बागला, के खिलाफ देहरादून के कोतवाली शहर में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मामला फिल्म निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ है, जिसमें आरोपियों ने अरुषि को मुख्य भूमिका देने का झांसा देकर पैसे हड़प लिए।
फिल्म निर्माण और निवेश का वादा Arushi Nishank
अभिनेत्री अरुषि निशंक अपनी प्रोडक्शन कंपनी हिमश्री फिल्म्स के तहत फिल्म निर्माण और एक्टिंग से जुड़ी हुई हैं। 2024 के अक्टूबर माह में, मुंबई के फिल्म प्रोड्यूसर्स मानसी और वरुण बागला ने अरुषि से संपर्क किया। बागला ने खुद को मिनी फिल्म्स प्रा. लि. के डायरेक्टर के तौर पर पेश करते हुए बताया कि वे एक नई फिल्म “आंखों की गुस्ताखियां” का निर्माण कर रहे हैं, जिसमें प्रमुख भूमिका में शनाया कपूर और विक्रांत मैसी होंगे।
इस फिल्म में एक और महत्वपूर्ण भूमिका होने का दावा करते हुए, बागला ने अरुषि को वह भूमिका देने का प्रस्ताव रखा। लेकिन इसके लिए शर्त यह रखी गई कि उन्हें फिल्म के निर्माण में पांच करोड़ रुपये का निवेश करना होगा, जिसके बदले अरुषि को फिल्म की कमाई में 20 प्रतिशत हिस्सा मिलेगा। प्रोड्यूसर्स ने यह भी वादा किया कि यदि अरुषि को फिल्म की स्क्रिप्ट पसंद नहीं आई या वह संतुष्ट नहीं हुईं, तो उनकी रकम 15 प्रतिशत ब्याज के साथ लौटाई जाएगी।
ठगी की शुरुआत
अरुषि ने इन शर्तों पर विश्वास किया और 9 अक्टूबर 2024 को हिमश्री फिल्म्स और मिनी फिल्म्स के बीच एक एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) साइन किया। इसके बाद 10 अक्टूबर 2024 को उन्होंने पहली किश्त के रूप में 2 करोड़ रुपये प्रोड्यूसर मानसी और वरुण बागला को दे दिए। लेकिन इसके बाद कहानी बदल गई।
अलग-अलग बहानों और दबावों के कारण प्रोड्यूसर बागला ने अरुषि से और पैसे लेने की कोशिश की। 27 अक्टूबर 2024 को उन्होंने 25 लाख रुपये, 30 अक्टूबर 2024 को 75 लाख रुपये और फिर 19 नवंबर 2024 को 1 करोड़ रुपये की राशि और ले ली। इस प्रकार, कुल मिलाकर चार करोड़ रुपये की ठगी कर ली गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का उद्घाटन
यह मामला और भी हैरान करने वाला था क्योंकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फिल्म के सेट पर उद्घाटन समारोह में भाग लिया था। इस घटना से यह साबित होता है कि धोखाधड़ी का स्तर काफी उच्च था, और इसने फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। अरुषि निशंक ने आरोपियों पर विश्वास कर अपना पैसा लगा दिया था, लेकिन उन्हें धोखा मिला।
पुलिस कार्रवाई Arushi Nishank
देहरादून पुलिस ने अरुषि की शिकायत पर मामले की जांच शुरू कर दी है और दोनों फिल्म प्रोड्यूसर्स के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज़ी से की जा रही है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ ठगी और विश्वासघात के आरोप लगाए हैं, और उन पर कानूनी कार्रवाई करने की योजना बनाई है।
फिल्म इंडस्ट्री में धोखाधड़ी के मामले
यह मामला फिल्म इंडस्ट्री में धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को उजागर करता है। कई बार कलाकारों और निर्माताओं को धोखा देने के लिए ऐसे झांसे दिए जाते हैं, जिससे उनका विश्वास टूटता है और उनका आर्थिक नुकसान होता है। अरुषि निशंक का मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि फिल्म इंडस्ट्री में निवेशकों और कलाकारों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।
Arushi Nishank
अरुषि निशंक (Arushi Nishank) के साथ हुई ठगी का यह मामला न केवल व्यक्तिगत स्तर पर एक बड़ी चोट है, बल्कि फिल्म इंडस्ट्री में निवेशकों और कलाकारों के बीच विश्वास की कमी का भी कारण बन सकता है। पुलिस और कानूनी प्रणाली पर अब यह जिम्मेदारी है कि वे आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और भविष्य में ऐसे धोखाधड़ी के मामलों से बचने के लिए प्रभावी कदम उठाएं।