Anti Drugs and Anti Ragging Rally डीएसबी परिसर में एंटी ड्रग्स और एंटी रैगिंग रैली: सामाजिक जागरूकता की एक महत्वपूर्ण पहल
Anti Drugs and Anti Ragging Rally: कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर में आज एक महत्वपूर्ण आयोजन के तहत एंटी ड्रग्स और एंटी रैगिंग रैली का आयोजन किया गया। यह रैली यूजीसी (UGC) के नियमानुसार डीएसडब्ल्यू (डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर) और 79 बटालियन एनसीसी आर्मी विंग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई। इस रैली का उद्देश्य विद्यार्थियों को नशे और रैगिंग जैसे सामाजिक बुराइयों से दूर रखना और उन्हें इनसे जुड़े नियमों और खतरों के बारे में जागरूक करना था।
रैली की आवश्यकता और उद्देश्य
आज के युवा समाज का आधार स्तंभ हैं और उनके भविष्य का निर्माण समाज की प्रगति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। नशा और रैगिंग जैसी समस्याएँ विद्यार्थियों के जीवन में न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचाती हैं, बल्कि उनके भविष्य को भी अंधकारमय बना देती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए, इस रैली का आयोजन किया गया ताकि छात्रों को इन बुराइयों के प्रति सचेत किया जा सके और उन्हें एक सकारात्मक और सुरक्षित शैक्षणिक वातावरण प्रदान किया जा सके।
Rudraprayag News छेनागाढ़-उछोला मोटर मार्ग पर मैक्स वाहन दुर्घटना: एक की मृत्यु, चार घायल
रैली का आयोजन और सहभागिता
रैली में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया और नशे और रैगिंग के खिलाफ जोरदार नारे लगाए। “नशा करोगे, वे मूत मरोगे”, “नशे से दूर रहो, सपनों को हकीकत बनाओ”, “नशे से मिलता अंधेरा, जीवन को रोशन करो”, “यस टू लाइफ, नो टू ड्रग्स”, और “रैगिंग मुक्त क्षेत्र, हमारा परिसर” जैसे नारों से परिसर गूंज उठा। यह नारे विद्यार्थियों के भीतर जागरूकता का संचार करने के साथ-साथ उन्हें इन सामाजिक बुराइयों से लड़ने के लिए प्रेरित करते हैं।
नारों की प्रभावशीलता और संदेश
रैली में उठाए गए नारों का उद्देश्य केवल एक संदेश देना नहीं था, बल्कि यह सुनिश्चित करना था कि विद्यार्थियों के मन में नशे और रैगिंग के प्रति एक नकारात्मक धारणा पैदा हो। “नशा करोगे, वे मूत मरोगे” नारा विशेष रूप से यह बताने के लिए था कि नशा करने का परिणाम जीवन को बर्बाद करने वाला होता है। “नशे से दूर रहो, सपनों को हकीकत बनाओ” और “यस टू लाइफ, नो टू ड्रग्स” जैसे नारों ने जीवन की सकारात्मकता और सफलता पर जोर दिया।
वहीं, “रैगिंग मुक्त क्षेत्र, हमारा परिसर” और “रैगिंग समाप्त करने में अपना योगदान दें” जैसे नारों ने यह स्पष्ट किया कि रैगिंग जैसे कृत्य समाज और शिक्षा के लिए एक कलंक हैं, जिन्हें समाप्त करना आवश्यक है। इन नारों के माध्यम से विद्यार्थियों को यह संदेश दिया गया कि वे एक-दूसरे के प्रति सम्मान और सहयोग की भावना रखें और किसी भी प्रकार की रैगिंग को अपने परिसर से बाहर करें।
शपथ ग्रहण समारोह
रैली के दौरान, कार्यकारी डीएसडब्ल्यू एवं निदेशक विजिटिंग प्रोफेसर ललित तिवारी और एएनओ प्रोफेसर हरीश बिष्ट ने सभी विद्यार्थियों को एंटी ड्रग्स और एंटी रैगिंग की शपथ दिलाई। इस शपथ के माध्यम से विद्यार्थियों ने नशे और रैगिंग के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया। यह शपथ न केवल एक औपचारिकता थी, बल्कि यह विद्यार्थियों के लिए एक प्रतिबद्धता थी कि वे इन सामाजिक बुराइयों से दूर रहेंगे और अपने जीवन को सकारात्मकता और सफलता की दिशा में आगे बढ़ाएंगे।
प्रमुख व्यक्तियों की सहभागिता
रैली की शुरुआत निदेशक प्रोफेसर नीता बोरा शर्मा ने की। उन्होंने विद्यार्थियों को नशे और रैगिंग से दूर रहने के लिए प्रेरित किया और इस रैली को एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल के रूप में वर्णित किया। प्रोफेसर आशीष तिवारी, प्री लता पांडे, प्रोफेसर गीता तिवारी, प्रोफेसर सुषमा टम्टा, प्रोफेसर नीलू लोधियाल, डॉ. विजय कुमार, डॉ. गगन दीप होती, डॉ. मनोज बिष्ट, डॉ. हेम जोशी, डॉ. प्रभा पंत, डॉ. हर्ष चौहान, डॉ. भूमिका, और डॉ. हरदेश कुमार जैसे प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भी रैली में भाग लिया और विद्यार्थियों के साथ मिलकर नारे लगाए।
इन शिक्षाविदों और अधिकारियों की उपस्थिति ने इस रैली को और भी महत्वपूर्ण बना दिया और विद्यार्थियों को यह संदेश दिया कि नशे और रैगिंग के खिलाफ लड़ाई केवल छात्रों की नहीं, बल्कि पूरे शैक्षणिक समुदाय की जिम्मेदारी है।
रैली का समापन और संदेश
इस रैली का समापन एक सकारात्मक संदेश के साथ हुआ। रैली ने यह साबित किया कि जागरूकता और सामूहिक प्रयासों से नशे और रैगिंग जैसी सामाजिक बुराइयों को रोका जा सकता है। विद्यार्थियों ने न केवल इन बुराइयों के खिलाफ नारे लगाए, बल्कि उन्होंने यह भी संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में कभी भी इनका सहारा नहीं लेंगे।
Negi Da: उत्तराखंड के महान लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी: लोक संस्कृति के सच्चे प्रहरी
रैली के नारों से गूंजते परिसर ने यह संकेत दिया कि डीएसबी परिसर के छात्र और शिक्षक एकजुट होकर नशे और रैगिंग के खिलाफ खड़े हैं। इस तरह के आयोजन समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। Anti Drugs and Anti Ragging Rally
Anti Drugs and Anti Ragging Rally
डीएसबी परिसर में आयोजित एंटी ड्रग्स और एंटी रैगिंग रैली ने विद्यार्थियों के बीच जागरूकता फैलाने का एक सफल प्रयास किया। इस रैली ने यह साबित कर दिया कि जब पूरा शैक्षणिक समुदाय एकजुट होकर किसी समस्या के खिलाफ खड़ा होता है, तो उस समस्या का समाधान संभव है। नशे और रैगिंग के खिलाफ इस लड़ाई में विद्यार्थियों, शिक्षकों, और प्रशासनिक अधिकारियों का सामूहिक प्रयास प्रशंसनीय है। इस रैली के माध्यम से दिए गए संदेश और नारों ने यह साबित किया कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए सामूहिक प्रयासों की कितनी आवश्यकता है। भविष्य में भी ऐसे आयोजनों के माध्यम से समाज में जागरूकता फैलाने और युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शन देने के प्रयास जारी रहने चाहिए।