Accident on Kedarnath footpath: केदारनाथ पैदल मार्ग पर हादसा: दुकान के गिरने से 7 यात्री मलबे में दबे
उत्तराखंड के केदारनाथ धाम की ओर जाने वाले पैदल मार्ग पर एक गंभीर हादसा (Accident on Kedarnath footpath) हुआ जिसमें एक दुकान के गिरने से 7 यात्री मलबे में दब गए। यह हादसा मीठा पानी के पास सोमवार की रात को हुआ। इस घटना ने यात्रा कर रहे तीर्थयात्रियों में भय और चिंता का माहौल पैदा कर दिया।
हादसे का विवरण
केदारनाथ पैदल मार्ग पर स्थित मीठा पानी के पास एक दुकान अचानक भरभरा कर गिर गई। उस समय वहां कई तीर्थयात्री आराम करने और भोजन करने के लिए रुके हुए थे। अचानक हुई इस दुर्घटना से कोई संभल नहीं पाया और देखते ही देखते 7 यात्री मलबे में दब गए। सोनीपत, हरियाणा के एक तीर्थयात्री ने सबसे पहले इस हादसे की सूचना दी।
रेस्क्यू ऑपरेशन
घटना की सूचना मिलते ही डीडीआरएफ (डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। टीम ने तत्परता से काम करते हुए मलबे में फंसे सभी 7 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। घायल यात्रियों को तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए गौरीकुंड अस्पताल भेजा गया।
घायल यात्रियों की पहचान और स्थिति
घायलों में से 6 यात्री ग्वालियर, मध्य प्रदेश के और एक यात्री फरीदाबाद, दिल्ली का निवासी है। घायलों के नाम और विवरण निम्नलिखित हैं:
- निकान्त यादव (14 वर्ष) पुत्र शिव सिंह यादव
- रीना यादव (36 वर्ष) पत्नी शिव सिंह यादव
- रेखा यादव (35 वर्ष) पत्नी प्रताप सिंह
- आराध्य यादव (13 वर्ष) पुत्र प्रताप सिंह
- श्रेयांश यादव (13 वर्ष) पुत्र प्रताप सिंह
- कार्तिक यादव (09 वर्ष) पुत्र शिव सिंह यादव
- उज्ज्वल भाटिया (23 वर्ष) पुत्र सुनील अनैजा
इनमें से रीना यादव और श्रेयांश यादव की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया।
Aaradhya Bachchan किया बड़ा खुलासा: अभिषेक बच्चन को पिता मानने से किया इंकार
चिकित्सकीय सहायता
गौरीकुंड अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने सभी घायलों का प्राथमिक उपचार किया। बाद में उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए एंबुलेंस के माध्यम से उन्हें हायर सेंटर भेजा गया। इस दौरान डॉक्टर्स ने बताया कि सभी यात्रियों की हालत स्थिर है, लेकिन रीना यादव और श्रेयांश यादव की गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए उन्हें बेहतर चिकित्सकीय सुविधा के लिए एम्स ऋषिकेश भेजा गया।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया
हादसे की जानकारी मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने भी तुरंत संज्ञान लिया। डीएम और एसपी ने मौके का निरीक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने संबंधित विभागों को उचित दिशा-निर्देश दिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो। इसके अलावा, यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पैदल मार्ग पर अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
Aaradhya Bachchan किया बड़ा खुलासा: अभिषेक बच्चन को पिता मानने से किया इंकार
यात्रियों में भय और प्रशासन का आश्वासन
इस दुर्घटना के बाद तीर्थयात्रियों में भय और असमंजस का माहौल देखा गया। कई यात्री अपनी यात्रा को लेकर चिंतित हो गए। हालांकि, प्रशासन ने यात्रियों को आश्वासन दिया है कि पैदल मार्ग को सुरक्षित बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही, प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और यात्रा के दौरान सतर्क रहें।
निष्कर्ष
केदारनाथ पैदल मार्ग पर हुए इस हादसे ने यात्रा कर रहे तीर्थयात्रियों और स्थानीय प्रशासन को झकझोर दिया है। इस दुर्घटना से न केवल यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठे हैं, बल्कि पैदल मार्ग पर सुविधाओं और संरचनाओं की गुणवत्ता पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है। उम्मीद है कि प्रशासन जल्द ही आवश्यक कदम उठाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और तीर्थयात्री अपनी यात्रा सुरक्षित और सुखद ढंग से पूरी कर सकें।