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Releasing Vowels: वैली ऑफ वर्ड्स साहित्य महोत्सव: युवाओं में पुस्तकों के प्रति रुचि जगाने की पहल


Releasing Vowels: वैली ऑफ वर्ड्स साहित्य महोत्सव: युवाओं में पुस्तकों के प्रति रुचि जगाने की पहल

Releasing Vowels: साहित्य और संस्कृति को प्रोत्साहित करने वाले उत्सवों की आज के समय में बेहद आवश्यकता है। इसी दिशा में उत्तराखंड के राजभवन में शनिवार को एक ऐतिहासिक आयोजन हुआ, जिसमें राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से नि) गुरमीत सिंह ने ‘वैली ऑफ वर्ड्स’ साहित्य महोत्सव के आठवें संस्करण के अंतर्गत प्रकाशित स्मारिका ‘वॉवल्स’ (Vowels) का विमोचन किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने आयोजन की महत्ता पर प्रकाश डाला और वर्तमान समय में पुस्तकों के प्रति घटती रुचि पर चिंता व्यक्त की।

वैली ऑफ वर्ड्स: साहित्य का महोत्सव

वैली ऑफ वर्ड्स (Valley of Words) एक ऐसा मंच है जो साहित्य, कला, और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को उजागर करने का कार्य करता है। इस महोत्सव की शुरुआत वर्ष 2016 में देहरादून से हुई थी, जिसका उद्देश्य भारतीय साहित्य, संस्कृति और भाषा को प्रोत्साहित करना है। प्रत्येक वर्ष यह महोत्सव लेखकों, कवियों, विचारकों और साहित्य प्रेमियों को एक साथ लाता है, जहां वे विचारों और दृष्टिकोणों का आदान-प्रदान कर सकते हैं। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण लेखकों और साहित्यकारों द्वारा उनके अनुभवों और लेखन शैली पर की जाने वाली चर्चा होती है, जो साहित्य प्रेमियों को नई प्रेरणा और सोच प्रदान करती है।

स्मारिका ‘वॉवल्स’ का विमोचन Releasing Vowels

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने इस कार्यक्रम में ‘वॉवल्स’ नामक स्मारिका का विमोचन किया। उन्होंने इसे केवल एक साहित्यिक दस्तावेज के रूप में नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने वाला एक प्रभावशाली माध्यम बताया। इस स्मारिका में साहित्य और संस्कृति से जुड़े विभिन्न पहलुओं को समाहित किया गया है, जिसमें साहित्यकारों के लेख, कविताएँ, और अन्य रचनात्मक योगदान शामिल हैं।

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राज्यपाल ने कहा कि यह महोत्सव केवल साहित्य का उत्सव नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जहां विभिन्न विचारधाराओं के लोग मिलते हैं और आपसी संवाद के माध्यम से समाज को नई दिशा देने की कोशिश करते हैं। उन्होंने ‘वॉवल्स’ के विमोचन पर आयोजकों और इसमें योगदान देने वाले सभी साहित्यकारों को बधाई दी।

सोशल मीडिया और इंटरनेट का प्रभाव Releasing Vowels

राज्यपाल ने अपने संबोधन में वर्तमान समय में सोशल मीडिया और इंटरनेट के बढ़ते प्रभाव पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग ने सूचनाओं को सर्वसुलभ बना दिया है, लेकिन इसके साथ ही लोगों को किताबों से दूर भी कर दिया है। विशेष रूप से, युवा पीढ़ी अब पुस्तकों की ओर कम आकर्षित हो रही है और इसका सीधा असर उनकी ज्ञान-वृद्धि और विचारशीलता पर पड़ रहा है।

Releasing Vowels: वैली ऑफ वर्ड्स साहित्य महोत्सव: युवाओं में पुस्तकों के प्रति रुचि जगाने की पहल

उन्होंने कहा, “इस तरह के साहित्य महोत्सव युवाओं में किताबें पढ़ने की आदत को प्रोत्साहित करने में सहायक साबित हो सकते हैं। हमें यह समझना होगा कि पुस्तकों का स्थान इंटरनेट की सतही जानकारी से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। किताबें हमें सोचने, समझने और विश्लेषण करने की क्षमता प्रदान करती हैं, जो सोशल मीडिया पर आधारित जानकारी से संभव नहीं है।”

साहित्य के माध्यम से समाज को जोड़ने का प्रयास

वैली ऑफ वर्ड्स का आयोजन न केवल साहित्यकारों के लिए एक मंच प्रदान करता है, बल्कि यह समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट करने का कार्य भी करता है। इसमें लेखकों, पत्रकारों, शिक्षाविदों, और साहित्य प्रेमियों को एक साथ आने और अपने विचार साझा करने का अवसर मिलता है। इस महोत्सव में विभिन्न विषयों पर पैनल चर्चा, पुस्तक विमोचन, और लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जो साहित्यिक संवाद को बढ़ावा देते हैं।

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इस बार के संस्करण में, ‘वॉवल्स’ के विमोचन के साथ-साथ, साहित्य और संस्कृति के विविध पहलुओं पर गहन चर्चा की गई। इस आयोजन में प्रमुख साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया और अपने अनुभव साझा किए, जिससे श्रोताओं को नई दृष्टि प्राप्त हुई।

राज्यपाल का संदेश: युवा पीढ़ी को पुस्तकों की ओर लौटाने की आवश्यकता

राज्यपाल गुरमीत सिंह ने अपने संदेश में कहा कि युवाओं को साहित्य की ओर आकर्षित करना आज की सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आने वाली पीढ़ी को साहित्य और संस्कृति की महत्ता समझ में आए। इसके लिए हमें किताबें पढ़ने की आदत को प्रोत्साहित करना होगा।”

उन्होंने शिक्षकों और माता-पिता से अपील की कि वे बच्चों में पुस्तकों के प्रति रुचि जागृत करें और उन्हें साहित्यिक आयोजनों में भाग लेने के लिए प्रेरित करें।

वैली ऑफ वर्ड्स के आठवें संस्करण की सफलता

वैली ऑफ वर्ड्स के आठवें संस्करण का आयोजन अत्यधिक सफल रहा। इस महोत्सव ने साहित्य प्रेमियों के बीच साहित्यिक संवाद को बढ़ावा देने और उन्हें एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आयोजन में विभिन्न सत्रों के माध्यम से साहित्य, कला, और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा की गई।

इस महोत्सव ने लेखकों और पाठकों के बीच की दूरी को कम किया और नई पीढ़ी को साहित्य की ओर आकर्षित किया। आयोजकों ने इसे सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों और समर्थकों का आभार व्यक्त किया।

Releasing Vowels साहित्य और संस्कृति के संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक कदम

वैली ऑफ वर्ड्स जैसे साहित्यिक महोत्सव समाज में साहित्य और संस्कृति के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहे हैं। इन आयोजनों के माध्यम से न केवल युवाओं को किताबों की ओर आकर्षित किया जा सकता है, बल्कि समाज में विचारशीलता और संवेदनशीलता को भी बढ़ावा दिया जा सकता है।

राज्यपाल द्वारा दिए गए संदेश से स्पष्ट है कि हमें साहित्य और पुस्तकों को समाज में पुनर्जीवित करने के लिए अधिक प्रयास करने होंगे। यह महोत्सव इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आने वाले समय में और भी व्यापक प्रभाव डाल सकता है।

आइए, हम सभी मिलकर इस पहल को प्रोत्साहित करें और युवाओं को किताबों से जोड़ने के इस प्रयास में योगदान दें ताकि समाज में ज्ञान, विचारशीलता और संवेदनशील


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