Chief Minister’s Skill Upgradation and Global Employment Scheme उत्तराखंड के युवाओं को मिला वैश्विक रोजगार का सुनहरा अवसर: मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना
उत्तराखंड के युवाओं के सपनों को पंख देने और उन्हें वैश्विक स्तर पर रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने “मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना” (Chief Minister’s Skill Upgradation and Global Employment Scheme) की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य राज्य के प्रतिभाशाली युवाओं को विदेशों में बेहतर रोजगार के अवसरों के लिए तैयार करना है, ताकि वे न केवल अपने भविष्य को संवार सकें, बल्कि देश और राज्य का नाम भी गर्व से ऊंचा कर सकें। इस योजना के तहत, खासकर स्वास्थ्य क्षेत्र में नर्सिंग जैसे कोर्सों के बाद, युवाओं को विदेशों में कार्य करने का मौका मिल रहा है।
योजना का उद्देश्य और प्रारंभ Chief Minister’s Skill Upgradation and Global Employment Scheme
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार ने राज्य के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से “मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना” की शुरुआत की। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के युवाओं को उच्च कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है, ताकि वे वैश्विक स्तर पर रोजगार के योग्य बन सकें।
इस योजना के अंतर्गत राज्य के विभिन्न कोनों से चुने गए युवाओं को जर्मनी जैसे विकसित देशों में नर्सिंग और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। युवाओं को जर्मन भाषा का प्रशिक्षण देकर उन्हें विदेशों में काम करने के लिए तैयार किया जा रहा है, ताकि वे भाषा की बाधा को पार कर, बेहतर अवसर प्राप्त कर सकें।
युवाओं की सफलता की कहानियां
इस योजना के तहत कई युवाओं को प्रशिक्षण के दौरान ही जर्मनी में नर्सिंग के क्षेत्र में ढाई से साढ़े तीन लाख रुपये मासिक वेतन के साथ नौकरी के प्रस्ताव मिल चुके हैं। कोटद्वार निवासी प्रशांत रावत, जिन्होंने जीएनएम का कोर्स किया है, वर्तमान में देहरादून के एक निजी अस्पताल में कार्यरत हैं। जर्मन भाषा में बी-2 स्तर का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद वे जर्मनी में अपनी नई नौकरी की शुरुआत करेंगे, जिसका ऑफर लेटर उन्हें पहले ही मिल चुका है। उनके इस सफलता के पीछे मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
इस योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली अन्य युवतियों में देहरादून की अवंतिका और आस्था शर्मा भी शामिल हैं। अवंतिका बताती हैं कि यदि वह जर्मन भाषा का प्रशिक्षण बाहर से लेतीं तो इस पर चार लाख रुपये तक का खर्च आता, लेकिन इस योजना के अंतर्गत उन्हें आधे से कम खर्च में यह प्रशिक्षण मिल रहा है। आस्था शर्मा के अनुसार, इस योजना के तहत उन्हें जर्मनी में दो साल का वर्क वीजा भी मिलेगा, जिससे वे वहां अपनी योग्यता और कौशल का प्रदर्शन कर सकेंगी।
सरकारी प्रयास और विश्वास Chief Minister’s Skill Upgradation and Global Employment Scheme
सरकार की यह योजना युवाओं के जीवन को नया आयाम दे रही है। इस योजना के तहत सरकारी निगरानी में प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे किसी प्रकार की धोखाधड़ी की संभावना नहीं होती। योजना के तहत चयनित होने वाले युवाओं का भविष्य सुरक्षित होता है, क्योंकि उन्हें सीधे तौर पर विदेशी अस्पतालों से ऑफर लेटर प्राप्त होते हैं।
इसके अलावा, सरकार द्वारा दिए गए वीजा खर्च और अन्य सुविधाओं से युवाओं का आत्मविश्वास बढ़ता है। योजना के अंतर्गत, जर्मन भाषा में दक्षता प्राप्त करने के बाद, उन्हें जर्मनी के अस्पतालों में रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं, जो उनके करियर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
रोजगार की बढ़ती संभावनाएं
योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि युवाओं को उच्च वेतन वाली नौकरियों के लिए सीधे विदेश में भेजा जा रहा है। इस योजना के तहत चयनित युवा, जर्मनी के विभिन्न अस्पतालों में नर्सिंग के क्षेत्र में काम करेंगे, जहां उन्हें ढाई से साढ़े तीन लाख रुपये का मासिक वेतन मिलेगा। यह वेतन भारत में मिलने वाले वेतन से कई गुना अधिक है, जिससे युवाओं के जीवन स्तर में सुधार होगा और वे अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकेंगे।
उत्तराखंड के युवा: मेहनत, प्रतिभा और ईमानदारी का प्रतीक
उत्तराखंड के युवा हमेशा से ही अपनी मेहनत, ईमानदारी और प्रतिभा के लिए जाने जाते हैं। इस योजना के माध्यम से, उनकी इन गुणों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है। योजना के तहत चुने गए युवा विदेशों में जाकर न केवल अपने जीवन को सुधारेंगे, बल्कि उत्तराखंड और भारत का नाम भी रोशन करेंगे।
योजना में शामिल युवाओं ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी का धन्यवाद किया है, जिनके प्रयासों से उन्हें यह सुनहरा अवसर मिल पाया है। इसके साथ ही, यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विजन के अंतर्गत भी एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें युवाओं को कौशल आधारित प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के नए अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
वैश्विक रोजगार के अवसर
उत्तराखंड सरकार की यह योजना युवाओं को वैश्विक स्तर पर रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है। यह योजना उन युवाओं के लिए एक नई राह खोल रही है, जो अपने कौशल और मेहनत से विदेशों में करियर बनाना चाहते हैं। खासकर, नर्सिंग के क्षेत्र में युवाओं को जर्मनी जैसे विकसित देशों में काम करने का अवसर मिल रहा है, जहां वे अपने जीवन को एक नई दिशा दे सकते हैं।
इसके अलावा, सरकार की इस योजना से न केवल युवाओं का आर्थिक विकास हो रहा है, बल्कि उन्हें वैश्विक स्तर पर अनुभव प्राप्त करने का भी अवसर मिल रहा है। इससे उनके कौशल में सुधार होता है और वे अन्य लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बनते हैं।
Chief Minister’s Skill Upgradation and Global Employment Scheme
“मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना” (Chief Minister’s Skill Upgradation and Global Employment Scheme) उत्तराखंड के युवाओं के लिए एक बेहतरीन अवसर है, जिससे वे अपनी योग्यता और कौशल का बेहतर उपयोग कर सकें। इस योजना के तहत, युवाओं को जर्मन भाषा का प्रशिक्षण देकर, उन्हें जर्मनी में नर्सिंग के क्षेत्र में उच्च वेतन वाली नौकरियों के लिए तैयार किया जा रहा है।
सरकार के इस प्रयास से राज्य के युवाओं को न केवल रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं, बल्कि वे वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। उत्तराखंड सरकार की यह योजना अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण साबित हो सकती है, जिससे वे भी अपने युवाओं को इसी प्रकार के प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान कर सकें।
अंततः, यह योजना उत्तराखंड के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है, जिससे वे अपने सपनों को साकार कर सकते हैं और अपने जीवन में सफलता की नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं।