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Army Commando सड़क हादसे में घायल आर्मी कमांडो की मृत्यु: शोक में डूबा परिवार और गांव

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Army Commando सड़क हादसे में घायल आर्मी कमांडो की मृत्यु: शोक में डूबा परिवार और गांव

Army Commando: उत्तराखंड के टनकपुर क्षेत्र में एक सड़क दुर्घटना ने एक बहादुर आर्मी कमांडो नवीन सिंह बिष्ट की जान ले ली, जो अपने कर्तव्य और सेवा के प्रति समर्पित थे। इस दर्दनाक घटना से न केवल उनका परिवार, बल्कि उनका पूरा गांव और आर्मी का समुदाय भी शोक में डूब गया है। यह हादसा 30 जुलाई को बनबसा आर्मी कैंट के पास सितारगंज-टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ, जब हरियाणा रोडवेज की एक बस ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में नवीन सिंह बिष्ट और उनकी पत्नी दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए थे। नवीन सिंह बिष्ट का लखनऊ के मिलिट्री अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां 15 अगस्त की सुबह उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। उनकी पत्नी ज्योति सिंह अभी भी बरेली के अस्पताल में गंभीर हालत में हैं और उनका इलाज चल रहा है।

दुर्घटना का विवरण: एक अनहोनी जो सब कुछ बदल गई

30 जुलाई का दिन नवीन सिंह बिष्ट और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के लिए एक साधारण दिन की तरह ही शुरू हुआ था। दोनों आर्मी कैंटीन से सामान लेने के लिए अपने घर से निकले थे। जैसे ही वे बनबसा आर्मी कैंट के पास सितारगंज-टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंचे, अचानक एक हरियाणा रोडवेज की बस ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। यह टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के तुरंत बाद, उन्हें पास के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी रही। चिकित्सकों ने हर संभव प्रयास किया, लेकिन 15 अगस्त की सुबह 6 बजे नवीन सिंह बिष्ट का निधन हो गया। Army Commando

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एक बहादुर कमांडो की शहादत: देश के लिए समर्पित जीवन

नवीन सिंह बिष्ट एक समर्पित आर्मी कमांडो थे, जिन्होंने देश की सेवा के लिए अपने जीवन को समर्पित किया था। उनके निधन से न केवल उनका परिवार बल्कि उनका पूरा गांव और सेना का समुदाय गहरे शोक में है। टनकपुर क्षेत्र और उनके पैतृक गांव दुधौरी में जैसे ही उनकी मृत्यु की खबर पहुंची, वहां शोक की लहर दौड़ गई। नवीन सिंह बिष्ट एक साहसी और समर्पित सैनिक थे, जिन्होंने हर चुनौती का सामना किया और अपने कर्तव्यों को हमेशा प्राथमिकता दी। उनका निधन न केवल उनके परिवार के लिए एक बड़ी क्षति है, बल्कि देश ने भी एक बहादुर जवान खो दिया है।

शोक में डूबा परिवार और गांव

नवीन सिंह बिष्ट के निधन से उनका परिवार पूरी तरह से टूट गया है। उनके पैतृक गांव दुधौरी में उनके निधन की खबर सुनकर लोग गहरे शोक में डूब गए। गांव के लोग उन्हें एक सच्चे योद्धा के रूप में जानते थे, जो न केवल देश की सेवा में तत्पर रहते थे, बल्कि अपने गांव और समुदाय के लिए भी एक प्रेरणा थे। दुधौरी के पूर्व ग्राम प्रधान ने बताया कि नवीन सिंह बिष्ट का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार शाम तक गांव पहुंचने की उम्मीद है और उनका अंतिम संस्कार 16 अगस्त को किया जाएगा। इस दुखद मौके पर गांव के लोग उनके परिवार के साथ खड़े हैं और इस कठिन समय में उन्हें हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।

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पत्नी की हालत गंभीर: एक और चुनौती

इस दुर्घटना में नवीन सिंह बिष्ट की पत्नी ज्योति सिंह भी गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। वह अभी भी बरेली के अस्पताल में अचेत अवस्था में हैं और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि उनकी स्थिति अभी भी गंभीर है और उन्हें बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। ज्योति सिंह के ठीक होने की उम्मीद में परिवार और गांव के लोग प्रार्थना कर रहे हैं। इस दुखद हादसे ने परिवार को एक और चुनौती के सामने खड़ा कर दिया है, जहां वे एक ओर अपने प्रियजन की मौत के शोक में हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी पत्नी की जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। Army Commando

अंतिम संस्कार की तैयारियां: विदाई एक सच्चे योद्धा को

नवीन सिंह बिष्ट के निधन के बाद उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू हो गई हैं। उनका पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार शाम तक उनके पैतृक गांव दुधौरी पहुंचने की उम्मीद है। गांव के लोग और परिवारजन इस दुखद मौके पर एकत्रित हो रहे हैं। 16 अगस्त को उनका अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। इस मौके पर गांव के लोग, सेना के अधिकारी, और उनके मित्र और रिश्तेदार उन्हें अंतिम विदाई देंगे। उनके अंतिम संस्कार में पूरे गांव का जुटना इस बात का प्रमाण है कि नवीन सिंह बिष्ट ने अपने जीवन में कितने लोगों के दिलों में जगह बनाई थी।

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शहीद की यादें: एक अनमोल धरोहर

नवीन सिंह बिष्ट की मौत के बाद उनकी यादें ही उनकी विरासत हैं। उनके परिवार, दोस्त और सहयोगी उन्हें एक बहादुर, समर्पित और दयालु व्यक्ति के रूप में याद करेंगे। उन्होंने अपने जीवन में जो कर्तव्यनिष्ठा और साहस दिखाया, वह हमेशा उनके परिवार और समुदाय के लिए प्रेरणा बना रहेगा। उनका जीवन और उनकी सेवाएं इस बात का उदाहरण हैं कि कैसे एक सच्चा सैनिक अपने देश और लोगों के लिए अपने प्राणों की आहुति देने के लिए तैयार रहता है। उनके निधन के बाद उनके परिवार के लिए यह एक कठिन समय है, लेकिन उनके द्वारा दिखाए गए साहस और समर्पण की कहानियां उन्हें इस दुख से उबरने की शक्ति देंगी।

एक जीवन की कीमत Army Commando

नवीन सिंह बिष्ट की मृत्यु ने हमें यह सिखाया है कि जीवन कितना अनमोल है और कैसे एक दुर्घटना सब कुछ बदल सकती है। यह घटना न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि सड़क पर सतर्कता और सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण है। हम सभी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमारी छोटी-छोटी लापरवाहियां किसी की जिंदगी को कितना बड़ा नुकसान पहुंचा सकती हैं। नवीन सिंह बिष्ट की मौत ने उनके परिवार और समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति पैदा की है, लेकिन उनके जीवन और उनकी सेवाओं को हमेशा याद रखा जाएगा।


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