Kumaun University दीक्षारंभ समारोह: विद्यार्थियों के लिए प्रेरक कार्यक्रम
Kumaun University: कुमाऊं विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षारंभ समारोह विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक अनुभव था। इस समारोह में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनका उद्देश्य विद्यार्थियों को न केवल शैक्षिक रूप से बल्कि सामाजिक और व्यक्तिगत विकास के लिए भी प्रेरित करना था। समारोह का मुख्य आकर्षण विभिन्न विशिष्ट अतिथियों के द्वारा दिए गए प्रेरणादायक भाषण और विद्यार्थियों के प्रति उनकी सकारात्मक दृष्टिकोण थी।
प्रतियोगिताएँ और कार्यक्रम
दीक्षारंभ समारोह के दौरान कई प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें एक्सटेम्पोर, क्विज, और कविता प्रतियोगिता प्रमुख थीं। इन प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने कौशल का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिताओं का संचालन डॉक्टर लज्जा भट्ट, डॉक्टर ऋचा गिनवाल, डॉक्टर मनीषा सांगुरी, डॉक्टर निधि वर्मा, डॉक्टर सारिका वर्मा, और डॉक्टर सरोज शर्मा ने किया। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों को अपने विचारों को व्यक्त करने, तर्क शक्ति को बढ़ाने, और रचनात्मकता को प्रकट करने का अवसर मिला।
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मुख्य अतिथि का संबोधन Kumaun University
समारोह के समापन सत्र में मुख्य अतिथि संयुक्त निदेशक उत्तराखंड प्रशासनिक एकेडमी, एटीआई डॉक्टर महेश कुमार (जॉइंट डायरेक्टर) ने विद्यार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को सोशल मीडिया में ज्यादा समय बर्बाद ना करने की सलाह दी और चार डी (डिजायर, डिसिप्लिन, डिटरमिनेशन, और डेडीकेशन) को सफलता का मंत्र बताया। डॉक्टर महेश कुमार ने विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अनुशासन और समर्पण के साथ काम करें।
श्री प्रमोद कुमार, एसडीएम नैनीताल ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया और उन्हें अपने विवेक का सही इस्तेमाल करने और उचित दिशा की ओर बढ़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सही दिशा में किए गए प्रयास ही सच्ची सफलता दिलाते हैं। विद्यार्थियों को अपने अंदर की क्षमता को पहचानने और उसे सही दिशा में उपयोग करने की प्रेरणा दी।
कुलपति का संबोधन
कुलपति प्रोफेसर दीवान एस. रावत ने समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित किया और उन्हें अपनी ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी देश का भविष्य हैं और वे देश और प्रदेश को विकास की दिशा में आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी आश्वासन दिया कि यदि उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत होती है तो वे सीधे उनसे संपर्क कर सकते हैं। कुलपति ने विद्यार्थियों से कुमाऊनी भाषा में भी बात की, जिससे एक आत्मीयता का माहौल बना।
पुरस्कार वितरण
समारोह के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को कुलपति प्रोफेसर दीवान एस. रावत, डॉक्टर महेश कुमार, और एसडीएम नैनीताल द्वारा प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बना और उन्हें अपने प्रयासों को और अधिक उत्साह के साथ जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
टीम का सम्मान
दीक्षारंभ को सफल बनाने में लगी पूरी टीम को भी कुलपति द्वारा प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रोफेसर नीलू लोधियाल, प्रोफेसर सुषमा टम्टा, डॉक्टर लज्जा भट्ट, डॉ रीना सिंह, डॉक्टर दीपिका पंत, डॉ सारिका वर्मा, डॉ ह्रदेश कुमार, डॉक्टर आंचल, डॉ भूमिका प्रसाद, शोध छात्रा स्वाति जोशी, डॉक्टर रितेश साह, आभा, अनीशा, आयशा, और भावना आदि का योगदान रहा। सभी सदस्यों ने अपनी मेहनत और समर्पण से इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
समापन समारोह
समापन समारोह में कुलपति प्रोफेसर दीवान एस. रावत, डॉक्टर महेश कुमार, और एसडीएम प्रमोद कुमार को पुष्प गुच्छ, शॉल उड़ाकर, और प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया गया। निदेशक प्रोफेसर नीता बोरा शर्मा ने सभी का स्वागत किया और डॉक्टर गीता तिवारी ने कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम का सफल संचालन निदेशक विजिटिंग प्रोफेसर तथा कार्यवाहक डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर ललित तिवारी ने किया।
Kumaun University
दीक्षारंभ समारोह विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक अनुभव था। इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यार्थियों को न केवल शैक्षिक क्षेत्र में बल्कि उनके समग्र विकास के लिए भी प्रेरित करते हैं। इस समारोह ने विद्यार्थियों को उनकी क्षमताओं को पहचानने, उन्हें सही दिशा में उपयोग करने, और सामाजिक एवं व्यक्तिगत जिम्मेदारियों को समझने में मदद की। विशिष्ट अतिथियों के प्रेरणादायक भाषण और प्रतियोगिताओं के माध्यम से विद्यार्थियों को एक नया दृष्टिकोण मिला और उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्राप्त हुए। इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।