Dardanak Hadasa: रानीबाग में अंत्येष्टि के दौरान दर्दनाक हादसा: युवक की गौला नदी में बहकर मौत
हल्द्वानी के रानीबाग में शनिवार को एक दर्दनाक हादसा (Dardanak Hadasa) हुआ, जब अंत्येष्टि के दौरान एक युवक गौला नदी में बह गया। प्रेमपुर लोश्ज्ञानी निवासी 37 वर्षीय क्षेत्रपाल पुत्र मुन्ना लाल अपने परिचित की अंत्येष्टि में शामिल होने रानीबाग आया था। दोपहर लगभग 1 बजे नदी किनारे उसका पैर फिसलने से वह उफनाई नदी में बह गया।
हादसे का घटनाक्रम
जब क्षेत्रपाल नदी में बहा, तब किसी व्यक्ति ने उसे बहते हुए देखा और शोर मचाया। इस घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। काठगोदाम चौकी प्रभारी फिरोज आलम अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और रानीबाग, गुलाबघाटी तथा बैराज तक सर्च अभियान चलाया। हालांकि, शनिवार को गौला का बहाव बहुत तेज था, जिससे युवक को खोजने में दिक्कतें आईं। लगभग तीन घंटे की खोजबीन के बाद भी कोई सफलता नहीं मिली।
शव की बरामदगी / Dardanak Hadasa
दोपहर बाद करीब 3 बजे राजपुरा क्षेत्र में नदी में किसी के पड़े होने की सूचना मिली। वनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी ने उसे नदी से बाहर निकलवाया। इस बीच, काठगोदाम चौकी प्रभारी भी लापता युवक के बड़े भाई जसवंत लाल को लेकर राजपुरा पहुंचे। जसवंत ने शव की पहचान की और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
प्रशासनिक कार्यवाही और शोक
इस घटना से क्षेत्र में शोक का माहौल व्याप्त हो गया है। क्षेत्रपाल की असमय मृत्यु ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस और प्रशासन ने तत्परता से कार्यवाही की, लेकिन तेज बहाव के कारण क्षेत्रपाल को समय पर बचाया नहीं जा सका।
समाज में संदेश
इस हादसे ने एक बार फिर से यह सिद्ध कर दिया है कि नदी किनारे सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक है, विशेषकर जब नदी का बहाव तेज हो। प्रशासन और समाज को मिलकर ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। Dardanak Hadasa
इस पूरे घटनाक्रम ने न केवल एक परिवार को शोक में डूबो दिया है, बल्कि समाज को भी एक बड़ा संदेश दिया है कि प्राकृतिक जल स्रोतों के पास हमेशा सतर्कता बरतनी चाहिए। इस दुखद घटना ने सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि ऐसे हादसों से बचाव के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।