Ritu Mass ऋतु-मास सूर्य पूर्णमासी एवम अमावस्या तिथि को विशेष महत्व
भारतीय संस्कृति में ऋतु , मास , प्रकृति , तिथि , चंद्रमा, सूर्य , ग्रह सहित पूर्णमासी एवम अमावस्या तिथि को विशेष महत्व दिया गया है.
अध्यात्म ,आस्था, दर्शन एवम विज्ञान मानवीय दृष्टिकोण बनाते है । मान्यता है अमावस के दिन स्नान, दान-पुण्य से लाभ मिलता है । साथ ही पितरों के निमित्त श्राद्ध, तर्पण करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है. जिससे वे प्रसन्न होकर अपने वंशजों को आशीष प्रदान करते हैं. अमावस्या तिथि हर माह के कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि कहलाती है.
इस वर्ष फाल्गुन माह में ये तिथि 20 फरवरी 2023 को पड़ रही है. 20 फरवरी सोमवार है, जिसकी वजह से इस तिथि को सोमवती अमावस्या कहा जाता है. इस दिन गंगा नदी और किसी अन्य नदी में स्नान कर पितरों का तर्पण और दान भी किया जाता है. हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास वर्ष का अंतिम मास होता है, इसलिए इसमें मंत्र जप और तप का विशेष महत्व होता है.
इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और पीपल के पेड़ की परिक्रमा करती हैं. Ritu Mass
इस तिथि के स्वामी पितृ माने जाते हैं. इस दिन स्नान-दान करने से पितृ दोष, कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है. इस दिन भगवान त्रिकाल दर्शि शिव और भगवान विष्णु की पूजा करना शुभ होता है.ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन 5 माला गायत्री मंत्र का जाप करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
घी, दूध, दही, शहद, गंगाजल और शक्कर से शिवलिंग का अभिषेक करने से भी शुभ फल की प्राप्ति होती है. सोमवती अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ पर 108 बार कच्चा सूत लपेटते हुए परिक्रमा करना और भगवान शिव का ध्यान अनंदायक है। जो मनोकामना पूर्ण करते । भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को 5 तरह के फल अर्पित करने भी लाभप्रद है ।
इस दिन घी, दूध, दही, शहद, गंगाजल और शक्कर से शिवलिंग का अभिषेक करने से भी शुभ फल की प्राप्ति होती है. सोमवती अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ पर 108 बार कच्चा सूत लपेटते हुए परिक्रमा करना और भगवान शिव का ध्यान अनंदायक है। जो मनोकामना पूर्ण करते । भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को 5 तरह के फल अर्पित करने भी लाभप्रद है।
सोमवती अमावस्या के दिन 108 माला ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप ,.शिवजी का अभिषेक ,पितरों को जल…
पीपल का एक पौधा लगाना, भगवान विष्णु और पीपल के वृक्ष ,तुलसी की पूजा ही सोमवती अमावस्या का विधान है।
कुमाऊं विश्वविद्यालय की कार्य परिषद में 59 प्राध्यापको को प्रोनत्ति, कूटा ने दी बधाई
कुमाऊं विश्वविधालय शिक्षक संघ कूटा ने कुमाऊं विश्वविद्यालय की कार्य परिषद में 59 प्राध्यापको को प्रोनत्ति का लाभ प्रदान करने पर सभी प्राध्यापको को बधाई दी है तथा कार्य परिषद के सभी सदस्यों का धन्यवाद किया है ।कूटा ने कुलपति प्रो एनके जोशी ,सभी एक्सपर्ट के साथ कुलसचिव दिनेश चंद्र ,आईवीएसी निदेशक प्रो राजीव उपाध्याय , दुर्गेश डिमरी ,विधान चौधरी , पार्वती सहित सभी का धन्यवाद किया है।
कूटा की तरफ से प्रो.ललित तिवारी अध्यक्ष, डॉ.नीलू लोधियाल उपाध्यक्ष, डॉ.विजय कुमार महासचिव , डॉ.संतोष कुमार उपसचिव , डॉ.दीपिका गोस्वामी , डॉ.सीमा चौहान, डॉ.दीपक कुमार, डॉ.दीपाक्षी जोशी, डॉ.उमंग सैनी, डॉ.अनिल बिष्ट इत्यादि ने ज्ञापन दिया। Ritu Mass
देहरादून में होगा 5 दिवसीय ऑल इण्डिया सिविल सर्विसेज कब्बडी प्रतियोगिता का आयोजन
केन्द्रीय सिविल सेवा सांस्कृतिक एवं क्रीडा बोर्ड (सी.सी.एस.सी.एस.बी) द्वारा देहरादून के न्यू मल्टीपरपस हॉल, परेड ग्राउण्ड में 20 फरवरी से 24 फरवरी तक ऑल इण्डिया सिविल सर्विसेज महिला एवं पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के लिये खेल के नियमों मानकों के निर्धारण के साथ सचिव केन्द्रीय सिविल सेवा सांस्कृतिक एवं क्रीडा बोर्ड श्री कुलभूषण मल्होत्रा द्वारा सभी राज्यों एवं केन्द्रीय शासित प्रदेशों की खेल परिषदों एवं निदेशक खेल को दिशा निर्देश जारी किये गये हैं।
प्रदेश में इस आयोजन के लिये महाराणा प्रताप स्पोटर्स कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री राजेश मंमगाई मो0न0 9410148428, 8218492840 को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। Ritu Mass