Naxir | नक्सीर यानि नाक की बीमारी सरल इलाज
नाक इस बीमारी में अक्सर गर्मी हो या सर्दी में मनुष्य के नाक में खून (Naxir) बहने शुरू होता है। जिसे नकसीर फूटना भी कहते हैं। यदा-कदा यह रोग होने पर मामूली उपायों से ठीक हो जाता है, लेकिन जिन्हें बार-बार शिकायत होती हो, वे इसे गंभीरता से लें। अनेक गंभीर बीमारियों के कारण भी नाक से खून (Naxir) आने लगता है।
God’s Treatment
मेडिकल की भाषा में इसके कई इलाज होते है पर आध्यात्मिक भाषा में इसका एक ही इलाज है विश्वास। विश्वास यानि फेथ है अगर आप विश्वास करते है और जानते है कि परमात्मा ने आपका इस धरती पर भेजा और आप अपने भेजने वाले की शिक्षा के अनुसार उस बीमारी यानि गंधी आत्मा को प्रभु के नाम से डांटकर भागाते है तो वह बीमारी भाग जाती है जिन लोगों ने परमात्मा पर विश्वास किया और प्रभु के अधिकार का प्रयोग किया तो गंभीर से गंभीर रोग भी विश्वास के साथ ठीक हो जाते है आप जानते ही होंगे कि परमात्मा एक ऐसी शक्ति हो जो रह कार्य कर बड़ी आसानी से कर सकता है।
जैसे बीमार (Naxir) चंगाई पाने को बाद ठीक हो जाते है, सुना होगा आपने विश्वास से परमात्मा के नाम से गूंगे बोलने लगते है बहरे सुनने लगते है लगड़े चलने लगते है और अंधे देखने लगते है। सार विश्वास का खेल विश्वास करो कि वह सर्वशक्तिमान परमात्मा है और वह सब कुछ कर सकता है राई का पर्वत भी बना सकता है।
दुःखी लाचार और परेशान मत हो, विश्वास कर, मैं तेरा परमेश्वर हूँ, मैं तेरी झोली खुशियों से भर दूंगा
विश्वास की चंगाई (Faith Healing)
आप परमात्मा की उपासना करते हो
या फिर किसी दुष्टात्मा की
देवता मतलब देने वाला
मगर वह सिर्फ आपसे लेने का काम कर रहा है
वह आपसे कह रहा है देता है ठीक नही तो मैं तो तेरा Gala पकड़ता हूं
उसे आप क्या कहोगे
संकट के समय में परमात्मा
तेरी बहुत ही सहज व सरल मदद है
सावधान
पशु-पक्षियों की मूर्तियों में भगवान
को ढ़ूढंने वाले सावधान हो जाओ
ईश्वर को पशु-पक्षियों में ढूंढना पाप हैं
ऐसा पाप मत करो परमात्मा का स्थान
पशु पक्षी की मूर्ति नही है।
Naxir
परमात्मा उत्तम है ज्योति स्वरूप है
सर्वशक्मिन का स्थान उत्तम
मनुष्य की हाथ की मूर्तियों नहीं
परमात्मा अपनी बनाई मूर्तियों में
वास करता है व वा मनुष्य में
करता है।
नकसीर फूटने का तुरन्त इलाज के उपाय
नकसीर (Naxir) (नाक से खून बहना) में क्या खाएं क्या न खाएं – Nakseer (nose Bleeding) Me Khan Paan Aur Parhej – My God Father
गर्मियों के दिनों में अकसर नाक से खून बहने लगता है, जिसे नकसीर फूटना भी कहते हैं। यदा-कदा यह रोग होने पर मामूली उपायों से ठीक हो जाता है, लेकिन जिन्हें बार-बार शिकायत होती हो, वे इसे गंभीरता से लें। अनेक गंभीर बीमारियों के कारण भी नाक से खून आने लगता है।
नकसीर (नाक से खून बहना) के प्रमुख कारण :
नाक (Naxir) से रक्तस्राव होने के प्रमुख कारणों में –
- नाक में चोट लगना,
- नाक में बार-बार अंगुली डालना,
- तेज गर्मी में घूमना,
- हृदय कपाट के रोग,
- गर्म एलोपैथिक दवाओं का सेवन
- पुराना जुकाम,
- उच्च रक्तचाप की शिकायत,
- रक्ताल्पता,
- फ्लू, कैंसर, हीमोफिलिया, कुकर खांसी या निमोनिया का होना,
- नाक में सूजन,
- टाइफाइड,
- यकृत रोग,
- मांस, मछली, अंडे आदि गर्म पदार्थ तथा मिर्च-मसालेदार चटपटे, खट्टे पदार्थ खाना, अचार, सिरका, दही, शराब आदि का सेवन होते हैं।
रोग के लक्षण :
इस रोग में नाक (Naxir) से खून आने से पहले सिर में दर्द, चक्कर आना, भारीपन महसूस होना आदि लक्षण प्रकट होते हैं। खून प्रायः लाल चमकदार होता है।
कभी-कभी नाक का खून पेट में चला जाता है और फिर उलटी के रूप में निकलता है या खांसी के रूप में मुंह से निकलता है। हाथ-पैरों में दाह, अरुचि, दुर्बलता आदि लक्षण भी देखने को मिलते हैं।
Medical Treatment
नकसीर (नाक से खून बहना) की समस्या में क्या खाएं :
✓ एक गिलास दूध में 2 पके केले मिलाकर 2 हफ्ते तक रोजाना सेवन करें।
✓ हलका, सुपाच्य, तरल आहार लें।
✓ संतरे का रस दिन में 2 बार पिएं।
✓ आंवले का मुरब्बा सुबह-शाम भोजन के साथ खाएं।
✓ एक कप अनार के रस में एक चम्मच मिश्री मिलाकर रोज दोपहर में पिएं।
✓ रोज सुबह-शाम के भोजन के बाद दो टुकड़े पेठा खाएं
✓ 2 चम्मच गुलकंद सुबह-शाम एक कप दूध से सेवन करें।
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नकसीर (Naxir) (नाक से खून बहना) में क्या न खाएं :
✘ भारी, गरिष्ठ, तले, मिर्च-मसालेदार भोजन का सेवन न करें।
✘ लहसुन, मांस, मछली, अंडे, शराब न पिएं।
✘ गर्मी के मौसम में बर्फ का सेवन न करें।
✘ चाय, कॉफी, तंबाकू, धूम्रपान से परहेज करें।
( और पढ़े – नाक से खून रोकने के 37 घरेलु उपाय )
रोग निवारण में सहायक उपाय
क्या करें –
✓ रोगी को चित लिटाकर नाक पर बर्फ के ठंडे पानी में भीगा कपड़ा रखें।
✓ गर्मी के दिनों में सिर पर ठंडा पानी डाल कर पूरे बाल तर कर दें।
✓ ग्रीष्मकाल में सुबह-शाम स्नान करें।
✓ मीठे अंगूर का रस, धनिए की हरी पत्तियों का रस, हरी दूब का रस, प्याज का रस जो भी तुरंत उपलब्ध हो, उसकी 2-2 बूंद नाक में टपकाएं।
क्या न करें –
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✘ Naxir बच्चों को तेज धूप में न खेलने दें।
✘ नाक के बाल, मैल या पपड़ी को खुरचकर न निकालें।
✘ नाक में पेन, पेंसिल, चॉक, क्लिप आदि न डालें।