Bakrid 2024: यहां बकरीद पर दी जायेगी सलमान और शाहरुख की कुर्बानी…
बकरीद 2024: प्रयागराज में कुर्बानी के लिए तैयार ‘सलमान और शाहरुख’ बकरे
प्रयागराज में बकरीद का जश्न और उत्साह
बकरीद, जिसे ईद उल अजहा के नाम से भी जाना जाता है, मुस्लिम समुदाय का एक प्रमुख त्यौहार है जिसे कुर्बानी (बलिदान) (Bakrid 2024) के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष, प्रयागराज में बकरीद का त्यौहार पूरे सम्मान और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। संगम नगरी प्रयागराज के बाजारों में बकरीद पर कुर्बानी के लिए बकरों की खरीदारी जोरों पर है। बाजारों में दस से पचास हजार रुपये तक के बकरे बिक रहे हैं, लेकिन इस बार कुछ खास बकरे भी मौजूद हैं जो चर्चा का विषय बने हुए हैं।
सलमान और शाहरुख: विशेष बकरे (Bakrid 2024)
प्रयागराज के बाजारों में इस बार दो खास बकरे, जिनके नाम सलमान और शाहरुख हैं, की चर्चा जोरों पर है। ये दोनों बकरे राजस्थान के अलवर शहर से मंगाए गए हैं और इनकी कीमत पांच-पांच लाख रुपये है। इन बकरों को प्रयागराज के एक फर्नीचर कारोबारी नसीम अहमद उर्फ मन्नू भाई ने मंगवाया है।
खास देखभाल और पोषण
अमूमन बकरों का वजन पंद्रह से तीस पैंतीस किलो तक होता है, लेकिन सलमान और शाहरुख का वजन एक-एक क्विंटल से अधिक है। इनकी उच्च कीमत का मुख्य कारण इनकी विशेष देखभाल और पोषण है। राजस्थान में इन बकरों को रोजाना पांच किलो चना, आधा किलो ड्राई फ्रूट, दूध और मिनरल वाटर दिया जाता था। इन्हें सुबह-शाम दूध पिलाया जाता था और एसी रूम में रखा जाता था।
प्रयागराज में स्वागत और देखभाल
प्रयागराज में सलमान और शाहरुख के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। इनके लिए कूलर और पंखे लगाए गए हैं और इन्हें दिन में दो बार नहलाया जाता है। उनकी साफ-सफाई और देखभाल के लिए एक व्यक्ति को विशेष रूप से नियुक्त किया गया है। इन बकरों की देखभाल में कोई कमी नहीं रखी जा रही है, जिससे वे स्वस्थ और आकर्षक बने रहें।
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प्रयागराज लाने की प्रक्रिया
सलमान और शाहरुख को प्रयागराज लाने के लिए खासतौर पर दो इनोवा कारें भेजी गई थीं। कार में पीछे की सीट निकालकर उन्हें बिठाया गया था और उनकी सुविधा के लिए एयर कंडीशनर को रास्ते भर पूरी क्षमता के साथ चलाया गया था। अलवर से प्रयागराज की यात्रा के दौरान इन बकरों को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसका पूरा ध्यान रखा गया।
बकरीद पर कुर्बानी और समाज सेवा (Bakrid 2024)
सलमान और शाहरुख की कुर्बानी अलग-अलग दिन की जाएगी। इन बकरों की कुर्बानी के बाद इनके हिस्से को गरीबों में भी बांटा जाएगा। बकरीद का त्यौहार न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह समाज सेवा और गरीबों की मदद का भी अवसर है।
आकर्षण का केंद्र
अपने विशेष पोषण और देखभाल के कारण सलमान और शाहरुख न केवल वजन में भारी हैं, बल्कि दिखने में भी बेहद आकर्षक हैं। इनके कारण प्रयागराज के बाजारों में रौनक बढ़ गई है। इन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है और हर कोई इन बकरों की खासियतों के बारे में जानने के लिए उत्सुक है।
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नसीम अहमद उर्फ मन्नू भाई का बयान
फर्नीचर कारोबारी नसीम अहमद उर्फ मन्नू भाई का कहना है कि राजस्थान में लोग बकरों को खास तरह से पालते हैं। उन्हें ऐसा खाना और देखभाल दी जाती है जो कई इंसानों को भी नसीब नहीं होती। इस वजह से बकरे जल्दी बढ़ते हैं और देखने में बेहद खूबसूरत होते हैं। मन्नू भाई ने बताया कि उन्होंने विशेष रूप से इन बकरों को राजस्थान से मंगवाया है ताकि बकरीद पर कुर्बानी के लिए कुछ खास और अनोखा हो।
सारांश
बकरीद 2024 पर प्रयागराज में सलमान और शाहरुख नाम के बकरे विशेष आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इन बकरों की उच्च कीमत और विशेष देखभाल ने उन्हें खास बना दिया है। इनकी कुर्बानी के बाद गरीबों में बांटे जाने वाले हिस्से से यह त्यौहार समाज सेवा और गरीबों की मदद का भी प्रतीक बनेगा। इस प्रकार, बकरीद का यह त्यौहार न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि समाज सेवा और मानवता की भावना का भी परिचायक है।