EO Post Section: ढालवाला की बेटी अंजली रावत: शहरी विकास में ईओ पद पर चयनित, पीसीएस बनने का सपना
ढालवाला के वार्ड नंबर-11 निवासी अंजली रावत ने अपनी मेहनत और लगन से शहरी विकास विभाग में अधिशासी अधिकारी (ईओ) के पद (EO Post Section) पर चयनित होकर अपने परिवार और शहर का नाम रोशन किया है। अंजली की इस सफलता की कहानी केवल उनके परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणादायक है, जो अपने सपनों को साकार करने के लिए कठिन परिश्रम कर रहे हैं।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
अंजली रावत का जन्म एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता विक्रम सिंह रावत ढालवाला में एक जरनल स्टोर चलाते हैं, जबकि उनकी मां लक्ष्मी रावत एक गृहणी हैं। अंजली का एक छोटा भाई भी है जिसने फिजियोथैरेपिस्ट की पढ़ाई की है। अंजली का परिवार एक साधारण जीवन जीते हुए भी अपनी बेटी को उच्च शिक्षा दिलाने और उसके सपनों को पूरा करने के लिए समर्पित रहा है।
शिक्षा और उपलब्धियाँ
अंजली ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, 14 बीघा से पूरी की। वर्ष 2015 में, उन्होंने उत्तराखंड इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। उनकी इस उपलब्धि ने उन्हें न केवल अपने परिवार और स्कूल का गर्व बनाया, बल्कि पूरे राज्य में उनकी पहचान बनाई।
संघर्ष और समर्पण
अंजली ने अपने परिवार के भरण-पोषण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पढ़ाई के साथ-साथ वह अपने पिता की जरनल स्टोर में भी मदद करती थीं। यह उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और समर्पण का ही परिणाम है कि उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए लगातार मेहनत की। अपने पिता के साथ दुकान चलाते हुए भी उन्होंने पढ़ाई को अपना लक्ष्य बनाया और उसे पाने के लिए कठिन परिश्रम किया।
शहरी विकास में ईओ पद पर चयन
अंजली की मेहनत रंग लाई और उनका चयन शहरी विकास विभाग में अधिशासी अधिकारी के पद पर हुआ। इस पद पर चयनित होने के बाद अंजली ने कहा कि उनका अंतिम लक्ष्य पीसीएस (प्रोविंशियल सिविल सर्विस) बनना है। इस पद पर कार्य करने के साथ ही अब वह पीसीएस की तैयारी भी करेगी।
समाज की प्रतिक्रिया
अंजली की इस सफलता पर उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया है। नगरपालिका मुनिकीरेती-ढालवाला के निवर्तमान अध्यक्ष रोशन रतूड़ी, निवर्तमान सभासद विनोद सकलानी, और स्वच्छ सुलभ फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक एससी राय सहित शहर के कई गणमान्य व्यक्ति अंजली को बधाई देने पहुंचे।
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प्रेरणा का स्रोत
अंजली रावत की कहानी उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अंजली ने साबित कर दिया कि लक्ष्य कितना भी बड़ा क्यों न हो, यदि आपमें आत्मविश्वास और मेहनत करने की क्षमता है, तो आप अपने सपनों को जरूर पूरा कर सकते हैं।
भविष्य की योजनाएं
अंजली का अगला लक्ष्य पीसीएस बनना है। इसके लिए वह अधिशासी अधिकारी के पद पर कार्य करते हुए भी अपनी पढ़ाई जारी रखेगी। अंजली का मानना है कि सरकारी सेवा में रहते हुए वह समाज की सेवा और विकास के लिए अधिक योगदान दे पाएंगी।
निष्कर्ष
अंजली रावत की सफलता की कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता का रास्ता कठिनाइयों से भरा हो सकता है, लेकिन यदि आपके पास दृढ़ इच्छाशक्ति और मेहनत करने का जज्बा है, तो आप किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं। अंजली ने अपने परिवार के सहयोग और अपनी मेहनत से जो मुकाम हासिल किया है, वह वाकई काबिले तारीफ है। उनकी यह सफलता उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
अंजली रावत की इस कहानी को जानकर यह स्पष्ट होता है कि हमारे समाज में अभी भी ऐसे प्रतिभाशाली युवा हैं, जो अपनी मेहनत और लगन से न केवल अपने परिवार बल्कि अपने शहर और राज्य का नाम रोशन कर सकते हैं। अंजली की सफलता हम सभी के लिए एक प्रेरणा है और यह हमें यह सिखाती है कि अगर हम सच्ची मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ें, तो सफलता निश्चित रूप से हमारे कदम चूमेगी।