Nainital Club : शिक्षकों की समस्याओं पर ज्ञापन सौंपा; कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (कूटा) ने मंत्री गणेश जोशी जी से की शिष्टाचार भेंट
कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (कूटा) ने हाल ही में नैनीताल क्लब (Nainital Club) में माननीय कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी जी से शिष्टाचार भेंट की और शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। इस महत्वपूर्ण बैठक में, कूटा ने मंत्री जी को श्री दुर्गा सप्तशती पुस्तक भेंट स्वरूप दी। इस अवसर पर, कूटा ने एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया गया।
ज्ञापन की मुख्य मांगे
आवास निर्माण एवं मरम्मत के लिए अनुदान
कूटा ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के शिक्षक और कर्मचारियों के आवास की निर्माण और मरम्मत के लिए 10 करोड़ रुपये की अनुदान की मांग की। कूटा का कहना है कि आवास की समुचित सुविधा न होने के कारण शिक्षकों और कर्मचारियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस अनुदान से विश्वविद्यालय परिसर में बेहतर आवासीय सुविधाएं प्रदान की जा सकेंगी, जिससे शिक्षकों और कर्मचारियों की कार्यक्षमता में भी वृद्धि होगी।
संविदा अतिथि शिक्षकों का वेतनमान
कूटा ने उच्च शिक्षा उत्तराखंड में संविदा अतिथि शिक्षकों के वेतनमान को यूजीसी (UGC) के नियमों के अनुसार 57700 रुपये प्रतिमाह करने की मांग की। कूटा का कहना है कि वर्तमान में संविदा अतिथि शिक्षकों को उचित वेतन नहीं मिल रहा है, जिससे वे आर्थिक रूप से कमजोर हो रहे हैं। यूजीसी के मानकों के अनुसार वेतनमान निर्धारित करने से शिक्षकों का मनोबल बढ़ेगा और वे अपने कर्तव्यों का पालन बेहतर तरीके से कर सकेंगे।
नियमितीकरण के आदेश जारी करने की मांग
कूटा ने माननीय उच्च न्यायालय के निर्णयानुसार, 10 वर्ष से अधिक समय से संविदा/अतिथि शिक्षकों के रूप में कार्यरत शिक्षकों को नियमितीकरण के लिए शासनादेश जारी करने की मांग की। यह निर्णय न केवल शिक्षकों के लिए एक स्थायित्व प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें सुरक्षा और स्थिरता की भावना भी देगा। नियमितीकरण से शिक्षकों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार होगा, जिससे वे शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक योगदान दे सकेंगे।
नैनीताल के आंतरिक मार्गों एवं सड़कों की मरम्मत
कूटा ने नैनीताल के आंतरिक मार्गों और सड़कों की दुरुस्तीकरण की भी मांग की। नैनीताल में खराब सड़कों के कारण नागरिकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कूटा का कहना है कि यदि सड़कों की मरम्मत की जाए तो न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि दुर्घटनाओं की संभावना भी कम होगी। इसके साथ ही, शिक्षकों और छात्रों को विश्वविद्यालय पहुंचने में भी सुविधा होगी।
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शिष्टमंडल की भागीदारी
कूटा के इस शिष्टाचार भेंट में अध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी और महासचिव डॉ. विजय कुमार प्रमुख रूप से शामिल रहे। इनके साथ नैनीताल की विधायक श्रीमती सरिता आर्य भी इस बैठक में उपस्थित रहीं। इन नेताओं ने शिक्षकों की समस्याओं को विस्तार से मंत्री जी के सामने रखा और उनकी मांगों को प्रमुखता से उठाया।
निष्कर्ष
Nainital Club: कूटा द्वारा मंत्री गणेश जोशी जी से की गई शिष्टाचार भेंट शिक्षकों की समस्याओं को सरकार के समक्ष रखने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था। इस बैठक के माध्यम से कूटा ने न केवल शिक्षकों की समस्याओं को उजागर किया, बल्कि उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की भी मांग की। यह बैठक शिक्षकों के हितों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आने की संभावना है।
कुल मिलाकर, कूटा का यह प्रयास शिक्षकों के हितों की रक्षा और उनकी समस्याओं के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस प्रकार की बैठकें और संवाद शिक्षकों और सरकार के बीच की दूरी को कम करने और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने में सहायक सिद्ध हो सकती हैं।