Jammu Bus Accident जम्मू में तीर्थयात्रियों की बस हादसे में 21 लोगों की मौत: एक गहरी खाई में अनियंत्रित बस की दर्दनाक कहानी
हादसे का विवरण
नई दिल्ली। जम्मू में हुए एक भयावह हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। तीर्थयात्रियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई, जिससे 21 लोगों की मृत्यु हो गई और 40 यात्री घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब बस जम्मू (Jammu Bus Accident) से शिवखोड़ी जा रही थी। बस का नंबर यूपी 86 ईसी 4078 है और यह दुर्घटना अखनूर के टूंगी मोड़ पर हुई।
हादसे का मंजर
घटना स्थल पर चीख-पुकार मच गई। हादसे के तुरंत बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस और प्रशासनिक टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और राहत और बचाव कार्य शुरू किया। बस के शीशे तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला गया। घायल यात्रियों को रस्सी की मदद से और कुछ को पीठ पर लादकर सड़क तक पहुंचाया गया।
राहत और बचाव कार्य
घायलों को तुरंत नजदीकी अखनूर उपजिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर रूप से घायल यात्रियों को जम्मू मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। हादसे के बाद सड़कों पर एंबुलेंस की आवाज गूंजती रही और चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल था। स्थानीय लोगों ने पुलिस और बचाव टीम के साथ मिलकर घायलों को अस्पताल पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस अनियंत्रित होकर अचानक खाई में गिर गई। हादसे के समय बस में चीख-पुकार मच गई। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “हमने बस के गिरते ही तुरंत पुलिस को सूचित किया और राहत और बचाव कार्य में जुट गए। यह दृश्य बेहद दर्दनाक था।”
घायलों की स्थिति
घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। अखनूर उपजिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायलों को जम्मू मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि कई घायलों की स्थिति नाजुक है और उन्हें विशेष देखभाल की आवश्यकता है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
हादसे की खबर मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। जम्मू-कश्मीर सरकार ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है और घायलों के इलाज के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की भी घोषणा की है।
सुरक्षा और बचाव कार्य
पुलिस और प्रशासनिक टीम ने घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य तेजी से किया। घटनास्थल पर पुलिस ने बताया कि दुर्घटना की जांच की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि बस अनियंत्रित क्यों हुई। प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि बस के ब्रेक फेल हो गए थे, जिसके कारण यह हादसा हुआ।
सामाजिक और मानसिक प्रभाव
इस हादसे का सामाजिक और मानसिक प्रभाव गहरा है। तीर्थयात्रियों के परिवारों पर इस हादसे ने विपरीत प्रभाव डाला है। उनके प्रियजनों की अचानक मृत्यु ने परिवारों को गहरे शोक में डाल दिया है। स्थानीय लोग भी इस हादसे से व्यथित हैं और उन्होंने सरकार से सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
निष्कर्ष
जम्मू में हुए इस दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठे हैं और प्रशासन को इन सवालों का जवाब देना होगा। इस हादसे ने हमें यह सिखाया है कि यात्रा करते समय सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। सरकार और प्रशासन को मिलकर ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। मृतकों के परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।