Youth As Job Creators | युवक और महिला मंगल दलों को विवेकानन्द यूथ अवार्ड से सम्मानित
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने ’राष्ट्रीय युवा दिवस’ के अवसर पर हिमालयन सांस्कृतिक केन्द्र निम्बुवाला गढ़ी कैंट देहरादून में “ Youth As Job Creators “ थीम पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रदेश के युवाओं को खेलों के प्रति जागरूक करने तथा नशामुक्त अभियान से जोड़ने के लिए प्रदेश के सभी स्कूलों एवं महाविद्यालयों के खेल मैदानों को सुदृढ़ किया जाएगा। स्कूलों/महाविद्यालय के शैक्षणिक समय के पश्चात इन खेल मैदानों का उपयोग खेल प्रेमियों द्वारा किया जाएगा।
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य में सराहनीय कार्य करने वाले युवक और महिला मंगल दलों को विवेकानन्द यूथ अवार्ड से सम्मानित किया। जिसमें युवक मंगल दल जांगलियागांव, भीमताल, को एक लाख युवक मंगल दल नागल ज्वालापुर, डोईवाला को 50 हजार युवक मंगल दल डांडा जलालपुर को 25 हजार की धनराशि क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के लिये प्रदान किया जबकि महिला मंगल दलों में महिला मंगल दल हरिपुर कला, डोईवाला को एक लाख महिला मंगल दल दोगडा, भीमताल को 50 हजार तथा महिला मंगल दल मुड़यानी, चम्पावत को 25 हजार की धनराशि प्रदान की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य के नेश्नल यूथ अवार्ड प्राप्तकर्ताओं और अन्य लोगों को रोजगार से जोड़ने वाले युवाओं को भी सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने सनातन संस्कृति और हिन्दू दर्शन का विश्व भर में प्रचार प्रसार करने वाले महान संत, आध्यात्मिक गुरु और युवाओं के प्रेरणास्त्रोत, इतिहास पुरूष स्वामी विवेकानंद का स्मरण करते हुए कहा कि वे भारतवर्ष के महान ज्योतिपुंज थे। उन्होंने अपने छोटे से जीवनकाल में संपूर्ण विश्व में भारत की धर्म ध्वजा को फहराने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि हमारे संस्कारों में वसुधैव कुटुंबकम की भावना है। स्वामी विवेकानंद द्वारा दिखाये गये रास्ते का अनुसरण करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भारत को विकसित भारत की और ले जाने के लिए प्रयासरत है। कोरोना काल में सभी देशवासियों को मुफ्त की वैक्सीन मिली, इतना ही नहीं दुनियां के अनेक देशों को भारत ने कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध कराई। वसुधैव कुंटंबकम की भारत की यह भावना पूरी दनिया ने देखी। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत को आज वैश्विक स्तर पर अलग पहचान मिली है।
Youth As Job Creators थीम
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी ने युवाओं को श्रेष्ठ कार्य करने के लिए हमेशा प्रेरित किया। आज हमारी युवा शक्ति ही है जो देश और प्रदेश के भाग्य को बदलने का कार्य कर रही है। हमारे युवाओं का परिश्रम, सक्रियता और समर्पण ही हम सभी में ऊर्जा भरने का कार्य करता है। स्वामी विवेकानंद का अध्यात्मिक रिश्ता हमारी देवभूमि से भी रहा है, मायावती आश्रम, लोहाघाट में वो लंबे समय तक रहे। स्वामी विवेकानंद जी के विचारो को अपनाकर ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने करोड़ों भारतीयों के जीवन को सार्थक करने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार राष्ट्रीय युवा दिवस की थीम ’’ Youth As Job Creator’’ रखी गई है, ओर यह थीम हमारे उत्तराखंड के युवाओं पर सटीक भी बैठती है, क्योंकि हमारे उत्तराखंड के युवा अब रोजगार पाने के साथ-साथ रोजगार देने वाले भी बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि उद्यमों को विकसित करने के लिए तीन मुख्य तत्वों की आवश्यकता होती है- पूंजी, साहस और लोगों से जुड़ाव। आपके पास पूंजी, साहस और लोगों से जुड़ाव होगा तो आप नौकरी पाने के साथ-साथ नौकरी देने वाले भी बन सकेंगे।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी ने शिकागों धर्म सम्मेलन में भारत का नेतृत्व करते हुए विश्व को भारत के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि युवावस्था जोश और महत्वाकांक्षा से परिपूर्ण होती है। उत्तराखण्ड की 30 प्रतिशत आबादी युवा है। उत्तराखण्ड प्राकृतिक रूप से भी और युवा शक्ति से भी परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने 2025 तक उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में भारत का अग्रणी राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है, इसमें युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को विशेषतः पंजाबी समुदाय को लोहड़ी पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। Youth As Job Creator
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने प्रदेशवासियों को विशेषतः सिख समुदाय को लोहड़ी पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
लोहड़ी पर्व की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि यह पर्व सभी के जीवन में सुख, शांति और खुशहाली लेकर आए। उन्होंने कहा की त्यौहार हमारे जीवन में उत्साह एवं उमंग लाते हैं। राज्यपाल ने कहा कि इस त्यौहार के माध्यम से हमारे समाज में प्रेम, स्नेह का बन्धन मजबूत हो तथा देश में समृद्धि और खुशहाली बढ़े। Youth As Job Creator
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में माँ धारी देवी एवं भगवान श्री नागराजा देव डोली शोभायात्रा 2024 का शुभारंभ किया। उन्होंने देव डोलियों की विधिवत पूजा-अर्चना कर सभी राज्यवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि देव डोलियों की परंपरा देवभूमि उत्तराखण्ड की संस्कृति का अभिन्न अंग होने के साथ ही हम सभी की अटूट आस्था और विश्वास का प्रतीक भी हैं। आध्यात्मिक महत्व से परिपूर्ण यह परंपरा हम सभी को ईश्वर से जोड़ने का अलौकिक माध्यम है।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद श्री मधु भट्ट भी उपस्थित थी। आचार्य मधुसूदन जुयाल, राजदीप भट्ट एवं मनोज धस्माना आदि द्वारा मुख्यमंत्री को देव डोलियों की शोभायात्रा के भ्रमण कार्यक्रम की जानकारी भी दी। Youth As Job Creator
मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु ने शुक्रवार को सचिवालय में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पूंजीगत निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना की प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने सभी विभागीय मुखियाओं को अच्छे प्रोजेक्ट्स तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने राज्य को मिले लक्ष्य के अनुरूप विभागों द्वारा प्रस्ताव न आने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि राज्य में अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है इसके बावजूद विभाग प्रस्ताव नहीं भेज पा रहे हैं, यह स्थिति ठीक नहीं है। Youth As Job Creator
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के हर बड़े शहर में ऑडिटोरियम, इन्डोर एवं आउटडोर स्टेडियम बनाए जाएं। उन्होंने खेल सुविधाओं के लिए पूरे प्रदेश का मास्टर प्लान तैयार किए जाने के निर्देश दिए। कहा कि प्राथमिकताएं तय करते हुए अगले 5-10 सालों का प्लान तैयार किया जाए। प्रदेश के रिवर फ्रंट डेवेलपमेंट की योजनाओं के लिए पर्यटन विभाग को एंकर विभाग बनाया जाए ताकि रिवर फ्रंट डेवेलपमेंट के कार्यों को पर्यटन की दृष्टि से तैयार किया जा सके। Youth As Job Creator
मुख्य सचिव ने शिक्षा विभाग को स्कूलों में विद्यालय भवनों, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय आदि निर्माण में तेजी लाते हुए शीघ्र प्रस्ताव तैयार किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन विभागों द्वारा योजना की अगली किस्त के लिए उपयोगिता प्रमाण पत्र दिए जाने हैं, शीघ्र उपयोगिता प्रमाणपत्र उपलब्ध कराएं। एस.ए.एस. योजनाओं की तकनीकी मूल्यांकन प्राथमिकता के आधार पर किया जाए ताकि केन्द्र द्वारा दी जा रही विशेष सहायता का लाभ राज्य को मिल सके।