Rashtriya Sainik Sansthan | राष्ट्रीय सैनिक संस्था मेरा प्राथमिक परिवार – राज्यपाल
Rishikesh: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने ऋषिकेश में राष्ट्रीय सैनिक संस्था (Rashtriya Sainik Sansthan) द्वारा गौरव सेनानियों और देशभक्त नागरिकों के अभिनंदन और संकल्प कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। दो दिवसीय अभिनंदन कार्यक्रम में विभिन्न प्रदेशों के सदस्यों द्वारा विद्यालयों में चरित्र निर्माण के लिए सैनिक प्रशिक्षण विषय पर चर्चा की।
कार्यक्रम में अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय सैनिक संस्था (Rashtriya Sainik Sansthan ) मेरा प्राथमिक परिवार है। सभी पूर्व सैनिक मेरे इसी परिवार के सदस्य हैं। राष्ट्रभक्ति की भावना से प्रेरित यह संस्था हमारे असंख्य गौरव सैनानियों और देशभक्त नागरिकों को एकता के सूत्र में जोड़ रहा है। इस परिवार का सदस्य होना हर एक के लिए गर्व की बात है।
राष्ट्रीय सैनिक संस्था (Rashtriya Sainik Sansthan )
राज्यपाल ने कहा की राष्ट्र निर्माण एवं चरित्र निर्माण का संदेश परमार्थ और मां गंगा के तट से पूरे समाज तक जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें यह सोचना होगा कि पूरे राष्ट्र चरित्र निर्माण में हम किस प्रकार अपना योगदान दे सकते हैं। हमें राष्ट्र और जनहित को सर्वोपरि रखते हुए समाज के लिए बेहतर कार्य करना होगा।
राज्यपाल ने कहा कि चरित्र निर्माण की जिम्मेदारी परिवार से प्रारंभ हो जाती है और इसके पश्चात स्कूलों में चरित्र निर्माण की जिम्मेदारी रहती है। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में प्रारंभिक चरित्र निर्माण पर जोर दिया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बड़ी खुशी का विषय है कि राष्ट्रीय सैनिक संस्था ने प्रारंभिक सैनिक प्रशिक्षण और चरित्र निर्माण हेतु एक सिलेबस तैयार किया है और उस पर आधारित आधा दर्जन कोर्स भी संचालित किए है।
विश्व गुरु के रूप में भारत की परिकल्पना हमारे राष्ट्रीय चरित्र के विकास से ही पूरी
राज्यपाल ने कहा की विश्व गुरु के रूप में भारत की परिकल्पना हमारे राष्ट्रीय चरित्र के विकास से ही पूरी होगी। अमृत काल में यह हमारे एजेंडे की बुनियाद होनी चाहिए। इसी राह पर चलकर भारत का राष्ट्रीय चरित्र तैयार होगा। उन्होंने कहा कि देश के लोगों में राष्ट्रीय चरित्र का विकास करके ही राष्ट्रीय एकीकरण के उद्देश्य की प्राप्ति हो सकती है।
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने उत्तरकाशी के सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन में टनल की खुदाई में अहम भूमिका निभाने वाले रैट माइनर्स को सम्मानित किया। इसके उपरांत राज्यपाल माँ गंगा आरती में भी शामिल हुए।
कार्यक्रम के अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती, साध्वी सरस्वती, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष स्वामी रविंद्र पुरी, जैनाचार्य डॉ. लोकेश मुनि, मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी, राजन छिब्बर, लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार बक्शी (रि.), लेफ्टिनेंट जनरल शक्ति गुरुंग (रि.), एडवोकेट अश्विनी उपाध्याय, संस्था के अध्यक्ष कर्नल टी.पी. त्यागी (रि.), कर्नल एम.के. शर्मा (रि.), गौरव सेनानी राजेंद्र बगासी, गौरव सेनानी पी.पी. सिंह, करनल के.के. एस. माकेन, गौरव सेनानी बी.पी. शर्मा, श्रीमती सीमा त्यागी, सहित देशभर की इकाइयों के सदस्यगण उपस्थित रहे।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को हरिद्वार भ्रमण
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को हरिद्वार भ्रमण के दौरान पतंजलि पहुंचे, जहां उन्होंने विभिन्न सम-सामयिक विषयों पर योग गुरु स्वामी रामदेव, आचार्य श्री बालकृष्ण तथा विभिन्न विद्वत्तजनों से विचार-विमर्श किया। पतंजलि परिसर पहुंचने पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री का स्वागत पुष्पगुच्छ से किया गया। Rashtriya Sainik Sansthan
लोहियाहेड कैम्प कार्यालय Rashtriya Sainik Sansthan
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद ऊधमसिंह नगर स्थित लोहियाहेड कैम्प कार्यालय में क्षेत्र की जनता से मुलाकात की तथा उनकी समस्याएं सुनी। मुख्यमंत्री ने समस्याओं के निस्तारण हेतु सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि के आधार पर हल करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आमजन की परेशानियों को दूर कराने के प्रति गंभीर है और आमजन की समस्याओं का निराकरण करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं के समयबद्ध तरीके से निराकरण करने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये हैं। हमारी पूरी कोशिश है कि लोगों को अपने काम के लिये अनावश्यक रूप से यहां न आना पङे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों की समस्याओं का निदान ग्राम स्तर पर ही हो जाए, इसकी व्यवस्था की जा रही है और रात्रि चौपाल का आयोजन इसी दिशा में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जन समस्याओं का समाधान तेजी से हो इसके लिए जिलाधिकारियों को नियमित रूप से जन समस्याओं को सुनने के निर्देश दिये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं जनपदों के भ्रमण के दौरान सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लगातार फीडबैक ले रहे हैं। जिलाधिकारियों को जनपदों में जनता दरबार, तहसील दिवस आदि की नियमित बैठकें करने के भी निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की जनता के हित में काम कर रही है और जनहित में जटिल से जटिल मुद्दों को भी सुलझाया जा रहा है।
इस दौरान राज्य आंदोलनकारियों गोपाल सिंह बिष्ट, शिव शंकर भाटिया, भगवान जोशी, पार्वती, प्रकाश तिवारी, सर्वेश पाठक, जगदीश चंद्र, सुरेश चंद्र आदि का एक शिष्टमंडल मुख्यमंत्री से मिला और सीएम द्वारा राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन वृद्धि, 10 प्रतिशत आरक्षण, राज्य आंदोलनकारी चिन्हीकरण की तिथि को विस्तारित किए जाने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और आंदोलनकारियों से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की। Rashtriya Sainik Sansthan
इस दौरान जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, डीएफओ संदीप कुमार, पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर घोड़के, अपर जिलाधिकारी वित्त एवम राजस्व अशोक कुमार जोशी, एसडीएम रविंद्र बिष्ट, तुषार सैनी सहित पूर्व विधायक नानकमत्ता प्रेम सिंह राणा, पूर्व मेयर काशीपुर ऊषा चौधरी, दान सिंह राणा, संतोष अग्रवाल, अजय मौर्य, सतीश गोयल सहित बड़ी संख्या में जनता उपस्थित थी।