लेखक– सुशील कुमार जोश | www.uttrakhandjosh.com
परम प्रेम का निमंत्रण/Invitation – बीज और पॉवर ऑफ गॉड
“बिना ईश्वर की इच्छा के मेरे पास कोई नहीं आ सकता…”
यह कोई आम वाक्य नहीं, यह स्वर्ग से आई पुकार है — एक ऐसा सत्य जिसे जानना, समझना और अपने जीवन में स्वीकार करना ही जीवन की दिशा बदल सकता है। Invitation
परमेश्वर कहता है:
“मुझे अपने जीवन में काम करने का अवसर दो।”
मैं द्वार पर खड़ा हूं — मैं खटखटा रहा हूं — मैं प्रतीक्षा में हूं कि कब तुम अपना हृदय खोलो…
क्योंकि मैं तुम्हारा पिता हूं, और एक पिता कभी अपने बच्चों को अकेला नहीं छोड़ता।
बीज और शक्ति – Power of God Invitation
जैसे एक बीज जब मिट्टी में बोया जाता है, तो वह चुपचाप अंदर से फटता है, मरता है, और फिर जीवन बनकर ऊपर आता है —
ठीक वैसे ही परमेश्वर का प्रेम एक बीज है —
यदि तुम इसे अपने हृदय की भूमि में बोओगे,
तो यह बीज शांति, आशा, उद्धार और अनंत जीवन का वृक्ष बन जाएगा।
परमेश्वर कहता है:
“मुझे परख कर देख – क्या मैं तेरे लिए तेरे विरोधियों को तेरे चरणों की चौकी न बना दूं तो कहना।
मेरे राज्य और धर्म के लिए बीज बो कर देख – क्या मैं तेरे लिए आकाश की खिड़कियां न खोल दूं तो कहना।”
तेरा रक्षक – तेरे लिए खड़ा ईश्वर Invitation
दुनिया में चोर हैं – वे आते हैं चोरी करने, घात करने, और नाश करने।
पर मैं आया हूं — ताकि तुम जीवन पाओ, और वह भी भरपूर जीवन।
जब तू डरे, तो मत घबरा — क्योंकि मैं कहता हूं,
“डर मत, मैं तेरा रक्षक हूं।
मैं तुझे कभी नहीं छोड़ूंगा, न तुझे त्यागूंगा, और कोई तुझे मेरे हाथ से छीन न सकेगा।”
तेरे विरोधियों को मैं तेरे चरणों की चौकी बना दूंगा,
तेरी उन्नति, तेरे प्रमोशन, तेरी बरकत को कोई रोक न पाएगा।
ईश्वर की पुकार – हृदय का दरवाज़ा खोलो
मैं खड़ा हूं तेरे द्वार पर – बार-बार दस्तक दे रहा हूं।
क्या तू मेरे लिए दरवाज़ा खोलेगा?
यदि तू विश्वास करे कि
“ईश्वर ने मुझे तेरे लिए जीवित किया है…”
तो मैं तेरे जीवन में प्रवेश करूंगा।
तेरे साथ स्वर्गीय भोजन करूंगा,
तेरे लिए पिता से आंहें भर-भर कर विनती करूंगा,
और तू दुख, बीमारी और अशांति से मुक्त हो जाएगा।
ईश्वरीय प्रेम का बलिदान Invitation
मैं वह हूं जिसने तेरे लिए अपना लहू बहाया,
तेरे पापों के बदले अपना जीवन दिया,
ताकि तू नाश न हो, परंतु अनन्त जीवन पाए।
मैं वह हूं जो तुझसे कहता है —
“एक बार मुझे पुकार कर देख।”
तू जिसने मठों, मंदिरों, मस्जिदों, चर्चों के चक्कर लगाए,
पर शांति न पाई —
अब एक बार मुझे अपने जीवन में स्वीकार कर के देख।
तू मेरा है – और मैं तेरा हूं
जिसे मां-बाप का प्यार नहीं मिला,
मैं उसका पिता और माता बनूंगा।
जिसका कोई भाई नहीं,
मैं उसका भाई और सहारा बनूंगा।
जिसका घर नहीं,
मैं उसका घर बनूंगा।
जिसे कोई युद्ध में साथ नहीं देता,
मैं उसका योद्धा बनूंगा।
मैं ही वह हूं जो बिना पैसा लिए तेरी बीमारी को ठीक कर देता हूं।
जीवन एक बार मिलता है
इसलिए मैं कहता हूं –
“इस मौके को हाथ से न जाने दे,
क्योंकि जीवन बार-बार नहीं आता।”
मैं ही हूं
जो तेरे लिए सूरज, चांद, तारे, आकाश, पानी और मिट्टी को बनाया।
पर ये सब कुछ अस्थायी हैं।
मैं चाहता हूं कि तू मुक्ति – अनंत जीवन पाए।
यही मेरी इच्छा है, यही मेरा प्रेम है।
तेरे लिए मेरी गवाही
एक बार जो मुझे अपने जीवन में स्वीकार करेगा,
मैं उसका मार्गदर्शक बन जाऊंगा।
उसके जीवन की हर समस्या को हल कर दूंगा।
वह मेरी गवाही देगा – और कहेगा:
“मैंने एक जीवित ईश्वर को अनुभव किया है।
मैंने उस ईश्वर को अपने जीवन में काम करते देखा है।
अब मुझे किसी का भय नहीं, क्योंकि वह मेरा है – और मैं उसका हूं।”
एक आत्मीय प्रार्थना Invitation
हे मेरे प्रिय ईश्वर,
जो यह संदेश पढ़ रहा है –
उसे तू अपनी शांति, अपनी रोशनी, अपनी उपस्थिति से भर दे।
उसके हृदय की भूमि में यह बीज गहरे गिरे,
और एक दिन उसमें से वह वृक्ष निकले जो
दुनिया को जीवन, प्रेम और सत्य की छाया दे।
धन्यवाद, मेरे जीवित ईश्वर, मेरे आत्मा के गुरु!
तेरा प्रेम मेरे भीतर बीज बन कर गिरा है — अब वह फल लाएगा।
और मैं तुझे अपना पिता, अपना जीवनदाता और अपना परमेश्वर मानता हूं।