नैनीताल, डीएसबी परिसर। कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर स्थित वनस्पति विज्ञान विभाग में शोध छात्रा नेहा बिनवाल (Neha Binwal PhD) ने अपनी पीएच.डी. की अंतिम मौखिक परीक्षा (Viva Voce) सफलतापूर्वक पूर्ण की। यह परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की गई, जिसमें सीनियर साइंटिस्ट डॉ. ए.के.एस. रावत (एनबीआरआई, लखनऊ) ने एक्सपर्ट के रूप में सहभागिता की और परीक्षा संपन्न कराई।
शोध विषय: ब्रायोफाइट्स की फंजीसाइडल और इनसेक्टिसाइडल गतिविधियाँ
नेहा बिनवाल का शोध विषय था:
“Studies on Fungicidal and Insecticidal Activity of Selected Bryophytes in Kumaun Himalaya”
यह शोध न केवल हिमालय क्षेत्र की जैव विविधता पर प्रकाश डालता है, बल्कि इसके प्राकृतिक कीटनाशक और रोगनिरोधी गुणों को लेकर भी अहम संभावनाओं को उजागर करता है।
मार्गदर्शक और विभागीय सहभागिता
नेहा ने अपनी पीएच.डी. महिला महाविद्यालय हल्द्वानी की डॉ. प्राची जोशी और प्रो. शिवदत्त तिवारी के कुशल निर्देशन में पूर्ण की। मौखिक परीक्षा का संचालन विभागाध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी ने किया।
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उपस्थित रहे विभागीय प्रोफेसर और शोधार्थी
इस अवसर पर पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. नीरजा पांडे, प्रो. किरण बरगली, प्रो. सुषमा टम्टा, प्रो. नीलू, डॉ. कपिल, डॉ. प्रभा, डॉ. नवीन, डॉ. हेम जोशी, डॉ. हर्ष चौहान, डॉ. सपना पंत, तथा शोध छात्रा नेहा कोहली, वसुंधरा, लता नीतवाल, विशाल, आनंद, गौरव सहित कई गणमान्यजन और शोधार्थी उपस्थित रहे।
शोध क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि Neha Binwal PhD
नेहा बिनवाल का यह शोध हिमालय क्षेत्र के पारंपरिक जैव-संसाधनों पर आधारित है, जो कि सतत कृषि, जैविक कीटनाशन, और औषधीय अनुप्रयोगों की दिशा में उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
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